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अब सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी से पूछा ‘चौकीदार कौन है?’

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के सोमवार को दिए माफीनामे से सुप्रीम कोर्ट संतुष्ठ नहीं है. यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट ने राफेल फैसले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणियों को लेकर मंगलवार को उन्हें अवमानना का नोटिस जारी किया है. कोर्ट ने राहुल को उनके ‘चौकीदार चोर है’ बयान पर यह नोटिस भेजा है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई ने राहुल गांधी ने पूछा है कि ‘चौकीदार कौन है?’ राहुल गांधी की टिप्पणियों के बारे में शीर्ष अदालत ने कहा था कि इसे ‘गलत तरीके से उनके हवाले से बताया गया है.’

शीर्ष अदालत ने आपराधिक अवमानना का मामला खत्म करने के राहुल गांधी का अनुरोध ठुकराते हुए कहा कि वह भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही शुरू करने के लिए दायर याचिका पर 30 अप्रैल को राफेल सौदे पर उसके 14 दिसंबर, 2018 के फैसले पर पुनर्विचार के लिए दायर याचिका के साथ ही सुनवाई करेगी.

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई ने कांग्रेस अध्यक्ष से यह भी पूछा है कि क्या हमने अपने आदेश में चौकीदार का जिक्र किया? प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने अपने आदेश में कहा, ‘अवमानना याचिका पर गांधी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को सुनने के बाद हम प्रतिवादी (राहुल) गांधी को नोटिस जारी करना उचित समझते हैं.’ पीठ ने कहा किहम रजिस्ट्री को निर्देश देते हैं कि पुनर्विचार याचिका को अवमानना याचिका के साथ अगले मंगलवार को सूचीबद्ध करे.

इससे पहले राहुल गांधी ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगते हुए कहा था कि जनसभा में राफेल सौदे का जिक्र करते समय माहौल को देखते हुए उनकी जुबां से यह निकल गया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी माना कि ‘चौकीदार चोर है’. उनके कहने का आशय यह था कि शीर्ष अदालत ने भी माना कि कुछ गड़बड़ है.

बेणेश्वर में BJP पर जमकर गरजे राहुल गांधी, गहलोत-पायलट ने भी साधा निशाना

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर बांसवाड़ा के बेणेश्वर पहुंचे. यहां आते ही राहुल सबसे पहले बेणेश्वर धाम दर्शन के लिए पहुंचे. दर्शन करने के बाद राहुल गांधी ने सभा स्थल पर पहुंच लोगों को संबोधित किया. जनसभा में जहां एक तरफ वागड़ में गर्मी में तेजी देखने को मिली तो दूसरी तरफ सियासी पारा भी उबाल पर रहा. सभा में राहुल गांधी ने बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर धावा बोला. इस अवसर पर सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट, अविनाश पांडे, गिरिजा व्यास, महेंद्रजीत मालवीय, कांग्रेस प्रत्याशी ताराचंद भगोरा एवं रघुवीर मीणा सहित अन्य कई कांग्रेस नेता-पदाधिकारी मंच पर मौजूद रहे.

राहुल गांधी ने संबोधन में सबसे पहले लोगों को गर्मी में भी जनसभा में आने के लिए धन्यवाद दिया. उसके बाद बीजेपी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी ने सबसे 15 लाख रुपए देने का वादा किया था. दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था. कर्ज माफ करने की बात कही थी लेकिन अपने पिछले पांच साल के कार्यकाल में गरीब लोगों के साथ अन्याय किया है. उन्होंने एक बार फिर से 15-20 लोगों पर देश चलाने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने कहा कि पिछले पांच साल में सबसे ज़्यादा नुकसान आदिवासियों को हुआ. अब 2019 में जो सरकार बनेगी, वो आपकी सरकार होगी. इसके लिए आपको कांग्रेस पार्टी को वोट देना है.

मोदी सरकार नहीं उतरी लोगों की अपेक्षाओं पर खरा
राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर लोगों की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासी, कमजोर वर्ग के साथ मोदी ने 5 साल तक अन्याय किया है, लेकिन कांग्रेस सरकार आगामी 5 वर्ष में न्याय करेगी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने लोगों के खाते में 15 लाख डालने का झूठ बोला, लेकिन कांग्रेस सरकार गरीबों के खाते में 72 हजार रुपए डालेगी जिसका फायदा 5 करोड़ लोगों को मिलेगा.

गरीबी पर करेंगे सर्जिकल स्ट्राइक
यहां एक बार फिर चौकीदार मुद्दे पर वार करते हुए राहुल गांधी ने एक बार फिर से अनिल अंबानी जैसे लोगों के खातों से पैसा निकाल कर गरीबों के खातों में डालने की बात कहीं. हिन्दुस्तान से गरीबी हटाने की बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नरेंद्र मोदी सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं लेकिन हम गरीबी पर सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे. एक बार फिर राफेल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मोदी ने अनिल अंबानी को राफेल का कॉन्ट्रैक्ट दिया, फिर भी 45 हजार करोड़ का कर्ज वापस नहीं किया. वहीं एक किसान कर्जा ले और वापिस न दे तो क्या ऐसा हो सकता है. राहुल ने अपने संबोधन में आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन की हिफाजत का भरोसा भी दिलाया.

कांग्रेस मन की बात थोपना नहीं, सुनना चाहती है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बेणेश्वर की पावन भूमि को नमन करते हुए कहा कि हम पानी, बिजली या शिक्षा की बात में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे. साथ ही कहा कि पीएम मोदी की तरह राहुल गांधी मन की बात थोपना नहीं चाहते बल्कि सुनना चाहते हैं. उन्होंने कांग्रेस की न्याय योजना के बारे में कहा कि पूरे देशभर में इस की चर्चा है. बीजेपी पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि चुनाव आते ही उन्हें राम मंदिर याद आता है. पीएम के बोलने की गरिमा होती है. इश्यू बेस राजनीति होनी चाहिए लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा.

कांग्रेस पार्टी सिद्धांतों के साथ नहीं करती समझौता
प्रदेश के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव के पिछले दो चरणों में बीजेपी का सफाया हो गया है. कोई उनसे सवाल पूछता है तो उसे राष्ट्रद्रोही बताया जाता है. चुनाव में हार-जीत होती रहती है लेकिन हमने सिद्धान्तों के साथ समझौता नहीं किया. इस दौरान पायलट ने वागड़ में कांग्रेस के मजबूत होने की बात कहते हुए लोगों को कांग्रेस के पक्ष में वोट देने की अपील की.

राजस्थान: राष्ट्रवाद और कर्जमाफी के बीच फंसे झुंझुनूं के सियासी समीकरण

राजस्थान के शेखावाटी की झुंझुनूं लोकसभा सीट, वही संसदीय क्षेत्र है जहां विधानसभा चुनाव से पहले ‘मोदी तुझसे बैर नहीं-वसुंधरा तेरी खैर नहीं’ का नारा सियासी फिजा में तैरा था. यहां के मतदाताओं ने इस नारे को सही साबित करते हुए वसुंधरा राजे से बैर निकाल लिया. झुंझुनूं की आठ विधानसभा में से सिर्फ दो पर कमल खिला. बीजेपी का आकलन है कि वसुंधरा से नाराज लोगों का गुस्सा निकल चुका है. लोकसभा चुनाव में मोदी के नाम से वोट मिलेंगे.

बीजेपी ने झुंझुनूं की सांसद संतोष अहलावत का टिकट काटकर मंडावा विधायक नरेंद्र खींचड़ को मौका दिया है. खींचड़ विशेष रूप से तैयार करवाए गए ‘मोदी रथ’ पर सवार होकर जनता से वोट मांग रहे हैं. प्रचार के दौरान बीजेपी प्रत्याशी वोटर्स से कह रहे हैं कि पीएम भी नरेंद्र हैं और तुम्हारा प्रत्याशी भी नरेंद्र है. यदि दिल्ली में मोदी की सरकार बनानी है तो झुंझुनूं में नरेंद्र को चुनिए.

आपको बता दें कि झुंझुनूं सैनिक, कारोबारी, किसान और सरकारी कर्मचारी बाहुल्य वाला जिला है. लिहाजा रिटायर्ड सैनिक और उनका परिवार मोदी, राष्ट्रवाद और वन रैंक-वन पेंशन के आधार पर बीजेपी के पक्ष में झुका दिखाई दे रहा है. हालांकि कई रिटायर्ड फौजी मोदी के सर्जिकल स्ट्राइक पर सियासत करने से खुश भी नहीं हैं, लेकिन फिर भी वो मोदी को हीरो मान रहे हैं. झुंझुनूं की सियासत किसान और जवानों की धुरी पर ही घुमती है, जहां राष्ट्रवाद औऱ कर्ज माफी दो बड़े चुनावी मुद्दे बनते दिखाई दे रहे हैं.

भीतरघात दोनों दलों के लिए सिरदर्द
बात करें अंदरूनी कलह की तो झुंझुनूं सीट पर भीतरघात दोनों प्रत्याशियों के लिए सिरदर्द साबित हो रही है. बीजेपी ने मौजूदा सांसद संतोष अहलावत का टिकट काटकर नरेंद्र खीचड़ को मैदान में उतारा है. ऐसे में अहलावत और उनके संबंधी पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी नरेंद्र की राह में रोड़ा साबित हो सकते हैं. उधर कांग्रेस ने पहली बार ओला परिवार को दरकिनार करते हुए 5 बार विधायक रहे श्रवण कुमार को इस बार टिकट दिया है. इससे विधायक बृजेंद्र ओला और फतेहपुर विधायक हाकिम अली पर सबकी नजरें बनी हुई हैं.

जानकारों की मानें तो बृजेंद्र ओला ने अपने समर्थकों को गुपचुप जो संदेश देना था, वो दे दिया है. हाकिम अभी चुप हैं. वे चाहकर भी मुस्लिम वोट कांग्रेस से दूर नहीं करवा पाएंगे. उनकी एक मजबूरी यह भी है कि ऐसा करने का प्रयास करते ही अगले चुनाव में उनके टिकट और जीत, दोनों पर संकट के बादल मंडरा जाएंगे. हालांकि फतेहपुर से बाकी जातियों के वोट बटोरना भी श्रवण कुमार के लिए चुनौती है. मंडावा से खुद नरेंद्र विधायक हैं इसलिए उनको लीड मिलने की पूरी संभावना है.

इसके अलावा, यहां यह भी चर्चा है कि नरेंद्र से हारने वाली कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी भी चाहती हैं कि नरेंद्र चुनाव जीत जाए क्योंकि फिर उपचुनाव होने से रीटा को मौका मिल सकता है. पूर्व पीसीसी चीफ चंद्रभान भी अभी तक श्रवण के समर्थन में प्रचार करते नहीं नजर आए हैं. सूरजगढ़ से श्रवण कुमार चुनाव हारे थे. यहां से बीजेपी विधायक सुभाष पूनिया के लिए बढ़त बनाए रखना जरूरी हो गया है. बाकी सभी विधायक जेपी चंदेलिया, जितेंद्र कुमार और राजकुमार पूरी तरह से श्रवण के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं. वहीं, बसपा विधायक राजेंद्र गुढा भी अंदरखाने कांग्रेस के साथ दिखाई दे रहे हैं.

बीजेपी एक बार खोल सकी खाता
शेखावाटी की झुंझुनूं सीट वैसे तो कांग्रेस का मजबूत किला रही है, लेकिन पिछली बार मोदी लहर में यहां पहली बार बीजेपी का कमल खिल गया. संतोष अहलावत ने शीशराम ओला की पुत्रवधू राजबाला ओला को करीब 2 लाख 34 हजार वोटों से चुनाव हराया. इस बार भी बीजेपी की यहां से जीत होती है तो सिर्फ मोदी मैजिक के बलबूते ही होगी जहां मुकाबला फिलहाल काफी रोचक होने की उम्मीदें है. श्रवण कुमार ने विधायक के तो चुनाव खूब लड़े हैं, लेकिन सांसद का चुनाव पहली बार लड़ रहे हैं इसलिए उन्हें जीतने के लिए बहुत ज्यादा जोर लगाना होगा. सियासी उठापठक में माहिर श्रवण कुमार के दांव-पेंचों पर सबकी नजर है.

झुंझुनूं के अन्य सियासी समीकरण
झुंझुनूं भी राजस्थान की राजनीति का जाट लैंड है, इसीलिए दोनों ही दलों ने जाट उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. ऐसे में जाटों के वोट आधे-आधे दोनों उम्मीदवारों के जाने के आसार है. मुस्लिम मतदाता यहां पर काफी निर्णायक है लेकिन एससी और जनरल वर्ग का झुकाव बीजेपी के पक्ष में दिखाई दे रहा है. जानकार मानते है कि जातियों के आधार पर किसी का पलड़ा भारी होने का अनुमान नहीं लगाया जा सकता क्योंकि यहां कि जनता बेहद समझदार और पढ़ी-लिखी है. यहां का मतदाता सोच-समझ कर अपना वोट इस्तेमाल करता है.

एक नज़र पिछले आंकड़ों पर भी
बात करें साल 2014 के लोकसभा चुनावों की तो झुंझुनूं सीट पर बीजेपी के संतोष अहलावत 4 लाख 88 हजार 182 वोट लेकर विजयी रहे. कांग्रेस प्रत्याशी राजबाला ओला को 2 लाख 54 हजार 347 वोट मिले और वे चुनाव हार गईं. 2009 के चुनावों में कांग्रेस के शीशराम ओला ने जीत दर्ज की थी. ओला को 3 लाख 6 हजार 330 वोट मिले. बीजेपी के दशरथ शेखावत को 2 लाख 40 हजार 958 मतों के साथ हार का सामना करना पड़ा. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों पर नज़र डालें तो यहां की कुल 8 सीटों में से 5 पर कांग्रेस का कब्जा है और दो सीटें बीजेपी के पास है जबकि 1 सीट बसपा के खाते में गई. झुंझुनूं, नवलगढ़, पिलानी, खेतड़ी व फतेहपुर पर कांग्रेस प्रत्याशी विजयी रहे तो सूरजगढ़ व मंडावा सीट पर बीजेपी ने बाजी मारी. उदयपुरवाटी सीट पर बसपा प्रत्याशी जीतकर विधानसभा पहुंचे.

सनी देओल बीजेपी में शामिल, गुरदासपुर से लड़ेंगे चुनाव!

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बॉलीवुड में माचोमैन और धांसू अभिनेता सनी देओल आज बीजेपी में शामिल हो गए. उनके पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि इस बारे में ​फिलहाल कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. बीजेपी के दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में सनी देओल को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई गई है. इस मौके पर दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और पीयूष गोयल समेत कई नेता मौजूद रहे.

पीयूष गोयल ने सनी के पॉपुलर डायलॉग को दोहराते हुए कहा कि अब सनी पाजी अपना ढाई किलो का हाथ उठाकर मीडिया को संबोधित करेंगे. बता दें कि दो दिन पहले ही बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह और सनी देओल के बीच में मुलाकात हुई थी, जिसके बाद खबरों ने जोर पकड़ लिया था कि सनी देओल बीजेपी में शामिल होने वाले हैं. इस दौरान सनी देओल ने कहा, ‘जिस तरह से मेरे पापा इस परिवार (बीजेपी) के साथ जुड़े थे. उन्होंने अटलजी के साथ काम किया. आज मैं मोदी जी के साथ जुड़ रहा हूं, मैं मोदीजी से जुड़ने आया हूं. आज मोदी जी ने जिस तरह से पांच सालों में काम किया है, मैं चाहता हूं कि अगले पांच साल तक मोदीजी ही पीएम रहें क्योंकि हम विकास चाहते हैं. मैं इस परिवार की सेवा करूंगा.

बता दें कि सनी का पूरा परिवार सिनेमा जगत के साथ राजनीति से जुड़ा हुआ है. हेमा मालिनी बीजेपी की नेता हैं और मथुरा से एक बार फिर चुनाव लड़ रही हैं. उनके पापा धर्मेंद्र 2004 में बीजेपी की टिकट पर बीकानेर से लोकसभा चुनाव लड़े थे और उन्होंने जीत हासिल की थी. उसके बाद उनका राजनीति से मोहभंग हो गया. हालांकि हेमा मालिनी के चुनाव प्रचार में धर्मेंद अभी भी सक्रिय हैं.

कौन हैं सनी देओल
सनी देओल का पूरा नाम अजय सिंह देओल है, सिनेमा जगत में सनी देओल के नाम से जाने-पहचाने जाते हैं. इनका जन्म 19 अक्टूबर, 1956 को हुआ. सनी एक फिल्म अभिनेता, निर्देशक और निर्माता हैं. स्वभाव में बेहद शर्मिले सनी अपने ​करियर में कई राष्ट्रीय और फिल्म फेयर पुरस्कार जीत चुके हैं. सनी ने अपने फिल्मी करियर में गदर: एक प्रेम कथा, घायल, बेताब, बॉर्डर सरीकी कई एक्शन फिल्में ​की है. फिलहाल सनी अपने सुपुत्र करण देओल के बॉलीवुड डेब्यू ‘पल पल दिल के पास’ की तैयारी कर रहे हैं.

सियासी पारी खेलने को तैयार गौतम गंभीर, पूर्वी दिल्ली से लड़ेंगे चुनाव

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लगता है इस बार लोकसभा के चुनावी मैदान में कई खिलाड़ी और फिल्मी हस्तियां अपनी सियासी पारियां खेलते हुए नजर आने वाले हैं. इसी लिस्ट में एक नया नाम और जुड़ गया है. यह नाम है पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर का जो अपनी टीम को कई बार मु​सीबत के समय उबार चुके हैं. गौतम अब अपने ​करियर की पहली सियासी पारी खेलने को पूरी तरह तैयार हैं. वह पूर्वी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. उन्हें बीजेपी की ओर से प्रत्याशी बनाया गया है.

हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए गौतम आज नामांकन दाखिल करेंगे. इससे पहले उन्होंने अपने घर पर पूजा-पाठ किया. पर्चा दाखिल करने से पहले गंभीर एक रोड शो भी करने वाले हैं. गौतम गंभीर का मुकाबला कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली और आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेन से होगा. बीजेपी ने दिल्ली उम्मीदवारों की एक और लिस्ट आज जारी की है जिसमें गौतम गंभीर और मिनाश्री लेखी के साथ सिंगर हंसराज हंस का नाम भी शामिल है. लेखी को नई दिल्ली से टिकट मिला है. लेखी का मुकाबला अजय माकन से है. हंसराज हंस को उत्तर पश्चिम से बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. हंसराज हंस का मुकाबला कांग्रेस के कांग्रेस के राजेश लिलोठिया से होगा. बीजेपी ने यहां से मौजूदा सांसद उदित राज का टिकट काट दिया है.

दूसरी ओर, कांग्रेस ने बॉक्सर विजेंद्र सिंह को दक्षिणी दिल्ली से टिकट दिया है. इससे पहले कांग्रेस ने सोमवार को अपनी 6 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी. सात सीटों पर होने वाले दिल्ली लोकसभा के चुनाव एक चरण में होंगे. यहां 12 मई को चुनाव संपन्न होंगे. चुनाव परिणाम 23 मई को घोषित किए जाएंगे.

लोकसभा चुनाव: तीसरे चरण का मतदान आज, 15 राज्यों की 116 सीटों पर वोटिंग

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लोकसभा चुनावों का तीसरा चरण आज से शुरू हो गया है. 17वीं लोकसभा के लिए होने वाले चुनावों में 14 राज्यों की 115 सीटों पर मतदान होगा. इन सीटों पर 1612 प्रत्याशियों की किस्मत दाव पर लगी है. 142 महिला उम्मीदवार भी मैदान में हैं. मतदाना सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक अपने मत का इस्तेमाल कर सकेंगे. त्रिपुरा की एक सीट पर भी वोटिंग होगी. इस सीट पर दूसरे चरण में वोटिंग रद्द कर दी गई थी.

इन राज्यों की निम्न सीटों पर होंगे मतदान

  • गुजरात – 26
  • केरल – 20
  • कर्नाटक – 14
  • महाराष्ट्र – 14
  • उत्तर प्रदेश – 10
  • छत्तीसगढ़ – 6
  • ओडिशा – 6
  • बिहार – 5
  • पं.बंगाल – 5
  • असम – 4
  • गोवा – 2
  • जम्मू-कश्मीर – 1
  • दादर-हवेली – 1
  • दमन दीव – 1

इससे पहले चुनाव के दो चरण पूरे हो चुके हैं. पहला चरण 11 अप्रैल और दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को हुआ था. पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर मतदान हुआ था. दूसरे फेज़ में 11 राज्यों व एक केंद्र शासित प्रदेश की 95 सीटों पर वोटिंग हुई. दूसरे चरण में वोट प्रतिशत 66 फीसदी रहा. सर्वाधिक मतदान पं.बंगाल में हुआ है. यहां 76.43 फीसदी मतदान हुआ. सबसे कम जम्मू-कश्मीर में हुआ. यहां केवल 45.28 फीसदी वोटिंग हुई है. मणिपुर में 76.15 फीसदी और असम में 76.14 फीसदी मतदान हुआ है.

‘जंग ए दिल्ली दिलचस्प हो गई…’

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लंबे समय से दिल्ली में कांग्रेस और आप आदमी पार्टी के गठबंधन की चर्चाएं चल रही थी. लेकिन आज कांग्रेस ने राजधानी की सात में से 6 सीटों पर अपने अलग प्रत्याशी खड़े कर अरविंद केजरीवाल की झाडू की खुद ही सफाई कर दी. कल आप पार्टी के उम्मीदवारों का भी नामांकन है. इसी मौके पर पूर्व आप नेता और कविराज कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा कि जंग-ए दिल्ली काफी दिलचस्प हो गई है.

@DrKumarVishwas

I want to apologise to the Muslims of India & the non- Savarna castes of India & the Muslims of India again for the ceaseless offensive BULLSHIT & bigotry they have to listen to about themselves this election season. ???? This is ur country, don’t be silenced CALL THIS SHIT OUT.

@GAUAHAR_KHAN

@AjazkhanActor

@kamaalrkhan

पीएम मोदी दूसरे दिन भी मेवाड़ के दौरे पर, कांग्रेस पर किये जमकर वार

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एक के बाद एक चरण में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है और राजनीतिक पार्टियां भी बाकी बची सीटों पर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. पार्टी के स्टार प्रचार धुंआधार रैलियों के साथ-साथ चुनावी सभाओं में लगे हैं. मतदाताओं के मन तक पहुंचने के लिए हर जुगत लगाई जा रही है और हर क्षेत्र तक पार्टी के शीर्ष नेताओं का भी पहुंचना जारी है. इसी क्रम में पीएम नरेंद्र मोदी आज दूसरे दिन भी प्रदेश में मेवाड़ के दौरे पर आए. जहां उदयपुर में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी कांग्रेस पर जमकर बरसे और देश में एक मजबूत सरकार बनाने की बात कही. पीएम मोदी रविवार को भी मेवाड़ दौरे पर थे.

बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार के लिए पीएम मोदी मेवाड़ के उदयपुर पहुंचे और खम्मा घणी कहकर उपस्थित जन समूह का अभिनंदन स्वीकार किया. इसके बाद चुनावी सभा को संबोधित भी किया. पीएम मोदी जैसे ही सभा स्थल पर पहुंचे मोदी-मोदी के नारे लगे और मोदी उपस्थित जन समूह ने मोदी है तो मुमकिन है के भी नारे लगाए. सभा स्थल पर पहुंचे महिला-पुरूष केसरिया रंग के पहनावे में नजर आए. केसरिया रंग में रंगे माहौल को देखकर पीएम भी गद् गद् दिखे. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में विपक्ष को जमकर कोसा और देश में एक मजबूत सरकार बनाने के लिए बीजेपी प्रत्याशियों को जिताने की अपील की.

चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, कांग्रेस आदिवासियों को डराने का काम कर रही है. जो गलत है. वहीं पीएम मोदी ने कहा कि, देश का पैसा खाने वालों को बख्सा नहीं जाएगा. पूर्व सरकार ने अपने करीबीयों को बैंक से पैसा दिलवाया. लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि, जो कोई भी देश से कर्ज लेकर विदेश भागने की कोशिश कर रहा है तो वो बच नहीं पाएगा. आप सब मिलकर फिर से एक बार मौका दें. आज देश गर्व महसूस कर रहा है. पड़ोसी मुल्क की नींद हराम हो रखी है और देश में विपक्ष की भी नींद उड़ चुकी है कि मोदी वापिस सत्ता में आ रहा है. पीएम ने यह भी कहा कि वे किसी को पहले छेड़ते नहीं और कोई उन्हें छेड़े तो उनको छोड़ते नहीं.

इस चुनावी सभा में मंच पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ के साथ खेरवाड़ा के पूर्व विधायक नानालाल अहारी, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, सलूम्बर विधायक अमृत लाल मीणा, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, कुम्भलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह और सांसद प्रत्याशी अर्जुनलाल मीणा मौजूद थे. इसके अलावा भारी संख्या में लोग गांव-ढाणी से पीएम की सभा में शरीक हुए. यहां पहुंचे लोगों का उत्साह देखने लायक था.

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