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गिरिराज सिंह को EC का नोटिस, बाबुल सुप्रियो पर FIR का आदेश

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लोकसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता की कड़ाई से पालना को लेकर निर्वाचन आयोग की सख्ती लगातार देखी जा रही है. विवादित बयानों पर आयोग की कार्रवाई के बीच अब बिहार की बेगूसराय संसदीय सीट से बीजेपी प्रत्याशी गिरिराज सिंह को नोटिस दिया गया है. वंदेमातरम् बोलने को लेकर दिए गए बयान पर आयोग ने गिरिराज से 24 घंटे में जवाब मांगा है. वहीं पश्चिमी बंगाल की आसनसोल सीट से बीजेपी प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो को भी चुनाव आयोग की कार्रवाई का सामना करना पड़ा है. आयोग ने बाबुल पर पोलिंग एजेंट व अधिकारियों को धमकाने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.

बेगूसराय लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार गिरिराज सिंह को आयोग ने नोटिस दिया है. आरोप है कि उन्होंने 25 अप्रैल को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली में मंच से विवादित बयान दिया है. जिसमें गिरिराज ने कहा था कि अगर कब्र के लिए तीन हाथ जगह चाहिए तो इस देश में वंदेमातरम् गाना होगा और भारत माता की जय कहना होगा. गिरिराज सिंह ने कहा था कि आरजेडी के उम्मीदवार दरभंगा में कहते हैं कि मैं वंदेमातरम् नहीं बोलूंगा.

साथ ही इस दौरान गिरिराज ने कहा था कि बेगूसराय में भी कुछ लोग आकर बड़े भाई का कुर्ता और छोटे भाई का पायजामा पहनकर घूम रहे हैं. लेकिन मेरा उनसे कहना है कि जो वंदेमातरम् नहीं गा सकता, जो भारत की मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता. वो इस बात को याद रखें कि गिरिराज के नाना-दादा सिमरिया घाट में गंगा नदी के किनारे मरे, उसी भूमि पर कोई कब्र नहीं बनाया लेकिन तुम्हें तो तीन हाथ जगह चाहिए. तुम ऐसा नहीं कर पाओगे तो देश तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा. जिसके बाद उनके खिलाफ आयोग में शिकायत दी गई थी.

वहीं निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल की आसनसोल संसदीय सीट से बीजेपी प्रत्याशी व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. आरोप है कि आज चौथे चरण की वोटिंग के दौरान सुप्रियो ने आसनसोल के बूथ संख्या 199 पर पोलिंग एजेंट और अधिकारियों को धमकाया है. यहां बाबुल सुप्रियो के सामने टीएमसी ने अभिनेत्री मुनमुन सेन को चुनावी मैदान में उतारा है.

गौरतलब है कि आसनसोल में आज वोटिंग के दौरान टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस दौरान बाबुल सुप्रियो की कार पर पथराव किया गया और कार का शीशा टूट गया था. इसके बाद बाबुल सुप्रियो ने सीएम ममता बनर्जी का जिक्र कर टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, ‘चुनाव में गड़बड़ी की बड़ी साजिश रची जा रही है.’

राजस्थान: पहले चरण के चुनाव में बीजेपी को मिल सकती हैं 8 से 10 सीटें

राजस्थान में पहले चरण की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान समाप्त हो गया है. अभी तक प्रदेश में करीब 68 फीसदी मतदान हुआ है. पिछली बार इन 13 सीटों पर करीब 65 फीसदी मतदान हुआ था. ऐसे में बढ़े हुए मतदान प्रतिशत को लेकर सब आकलन में जुट गए हैं. तमाम समीकरणों के तहत पॉलिटॉक्स न्यूज़ की पड़ताल में बीजेपी अच्छी बढ़त लेते दिख रही है. बीजेपी को 13 में से करीब आठ से दस सीटें मिल सकती है. वहीं कांग्रेस को तीन से पांच सीटें मिलती हुई दिख रही हैं. बांसवाड़ा में मुकाबला त्रिकोणीय बन रहा है.
बीजेपी जीत सकती है ये सीटें
अजमेर
पाली
उदयपुर
चितौड़गढ़
राजसमंद
भीलवाड़ा और
बारां-झालावाड़
कांग्रेस के खाते में जा सकती है ये सीटें
टोंक
जोधपुर और
बाड़मेर
इन दो सीटों पर कांटे की टक्कर
जालौर और कोटा
जोधपुर
जोधपुर में पहले तमाम जानकार और सट्टा बाजार कड़ी टक्कर बता रहे थे लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत ने पिता और सीएम अशोक गहलोत ने समीकरण उलट दिए हैं. इसके बाद बीजेपी प्रत्याशी गजेन्द्र सिंह पिछड़ते हुए दिख रहे हैं. वोटिंग के बाद सट्टा बाजार के भी सुर बदल गए हैं. वैभव को सबसे बड़ी लीड सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से मिलने की संभावना है. यहां से वैभव करीब 45 हजार की लीड ले सकते ह़ैं. वहीं उन्हें लोहावाट, फलौदी और पोकरण विधानसभा क्षेत्रों से भी बढ़त मिलते हुए दिख रही है. बीजेपी को लूणी, सूरसागर, शेरगढ़ और जोधपुर शहर से बढ़त मिलने की संभावना है. जानकार वैभव गहलोत की 40 हजार से एक लाख वोट से जीत का दावा कर रहे हैं.
बाड़मेर
वोटिंग के बाद बाड़मेर सीट भी कांग्रेस के खाते में जाते हुए दिख रही है. हालांकि दोनों दलों के समर्थकों में काफी उत्साह देखा गया लेकिन राजपूत, मुस्लिम और दलित वोट बैंक के बलबूते कांग्रेस यह सीट निकालते हुए दिख रही है.
टोंक-सवाई माधोपुर
कांग्रेस इस सीट पर सबसे बड़ी जीत मानकर चल रही है. हालांकि शुरुआत में कम वोटिंग परसेंट से दोनों दलों की धड़कन बढ़ गई थी लेकिन मीणा, जाट, मुस्लिम और एससी वोट की बदौलत नमोनारायण मीणा ने शुरु से ही मजबूत जातिगत किलेबंदी बनाए रखी. वहीं इस बार बीजेपी प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनपुरिया के बाहरी फैक्टर के चलते पार्टी संगठन में खासी नाराजगी देखी गई.
बांसवाड़ा-डूंगरपुर
इस सीट पर बीटीपी के मैदान में होने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है जिसके चलते मतदान प्रतिशत भी अधिक रहा. जानकार यहां कांग्रेस के तीसरे नंबर पर खिसक जाने का आकलन लगा रहे हैं. यानी बीटीपी की मौजूदगी से बीजेपी को फायदा होते दिख रहा है.
बाकी बची नौ सीटों पर बीजेपी बेहद मजबूत दिखाई दे रही है. कहा जा सकता है कि यहां बीजेपी अच्छे अंतर से चुनाव जीतने जा रही है. इन सीटों पर कांग्रेस ने बाहरी, कमजोर और जातिगत समीकरण साधते हुए उम्मीदवार नहीं उतारे. इन सीटों पर मोदी लहर का भी अच्छा खासा असर देखा गया है. हालांकि अभी परिणाम को लेकर कयास ही लगाए जा सकते है. अंतिम नतीजे तो 23 मई को ही सामने आएंगे.

पीएम मोदी का ममता बनर्जी पर बड़ा हमला, कहा – 40 टीएमसी विधायक संपर्क में

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल में एक चुनावी सभा के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला किया है. पीएम मोदी ने कहा कि ‘ममता बांटो और राज करो’ की नीति पर काम कर रही है. साथ ही पीएम ने कहा कि ममता दीदी की सियासी जमीन खिसक चुकी है. चुनावी नतीजों के दिन यानि 23 मई को टीएमसी विधायकों में भगदड़ मच जाएगी. पीएम मोदी ने यहां तक दावा किया कि टीएमसी के 40 विधायक तो अभी उनके साथ संपर्क में है.

आगे पीएम मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ममता दीदी ने घोषणा की है कि वो मुझे बंगाल की मिट्टी से बने रसगुल्ले खिलाएंगी. ये तो मेरा सौभाग्य है कि बंगाल की मिट्टी का रसगुल्ला मतलब, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महापुरुषों की चरण रज. महापुरुषों के पैरों की धूल, वो माटी जिन पर उनके पैर पड़े, वो माटी जिन्होंने देश को बनाने वाले ऐसे महान व्यक्तित्वों को बनाया, मुझे अब उस माटी का प्रसाद मिलेगा तो मेरा जीवन धन्य हो जाएगा.

साथ ही पीएम मोदी बोले कि मैं आपको गंभीर बात बताना चाहता हूं और पूरे देश को बताना चाहता हूं. भारत की राजनीति में आज तक 4 प्रकार के दल और पॉलिटिकल कल्चर देखे गए हैं. पहला है नामपंथी, दूसरा वामपंथी, तीसरा दाम और दमन पंथी और चौथा है- विकास पंथी. नामपंथी यानि जो सिर्फ अपने वंशवादी नेता का ही गुणगान करे. चाहे नेता में कोई योग्यता ना हो.

दूसरा वामपंथी यानि वो विचारधारा जो विदेशों में नकारी जा चुकी हैं उसको भारत पर थोपना चाहते है. तीसरे है दाम-दमन पंथी जो पैसे के दम पर सत्ता पान चाहते हैं और चौथा राजनीतिक कल्चर है विकास पंथी. इसका मतलब है देश का विकास, जन सामान्य का विकास. वो विकास पंथ जो बीजेपी की संस्कृति है, जिसके लिए बड़ा देश हो दल नहीं, देश का विकास ही उसके लिए सबसे उपर हो.

9 राज्यों की 71 सीटों पर मतदान समाप्त, 59.25 फीसदी वोटिंग दर्ज

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देशभर की सबसे बड़ी पंचायत यानि लोकसभा चुनाव का चौथा चरण समाप्त हो गया है. 9 राज्यों की 71 सीटों पर मतदान हुआ है. इनमें महाराष्ट्र की 17, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की 13-13, पश्चिम बंगाल की आठ, मध्य प्रदेश और ओडिशा की छह-छह, बिहार की पांच, झारखंड की तीन सीटों पर वोटिंग हुई है. मतदान प्रतिशत की बात करें तो ओवरआॅल 59.25 फीसदी वोटिंग हुई है. पं.बंगाल में सबसे अधिक तो जम्मू-कश्मीर में सबसे कम वोटिंग प्रतिशत देखा गया है. जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग संसदीय सीट पर 9.79 फीसदी वोटिंग हुई है. महाराष्ट्र में उम्मीद के विपरीत मतदान हुआ है. यहां करीब 51 फीसदी वोटिंग हुई है.

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में महाराष्ट्र की 17, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की 13-13, पश्चिम बंगाल की आठ, मध्य प्रदेश और ओडिशा की छह-छह, बिहार की पांच, झारखंड की तीन सीटों सहित नौ राज्यों कुल 72 सीटों पर मतदान हो रहे हैं. इनके अलावा, जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग सीट के कुछ हिस्सों में मतदान होना है. इस चरण के बाद देश की 543 लोकसभा सीटों में से 373 सीटों पर चुनाव समाप्त हो जाएंगे. अगले तीन चरणों में 12 राज्यों की 170 सीटों पर मतदान होंगे. चुनाव परिणाम 23 मई को आएगा.

शाम 6 बजे तक चुनाव की स्थिति
यूपी में 53.12 फीसदी
बिहार में 53.67 फीसदी
मध्यप्रदेश में 65.86 फीसदी
महाराष्ट्र में 51.28 फीसदी
झारखंड में 63.76 फीसदी
ओडिशा में 64.05 फीसदी
पं.बंगाल में 76.47 फीसदी
राजस्थान में 68 फीसदी
जम्मू-कश्मीर – 9.79 फीसदी

महागठबंधन ने पीएम के सामने बदला प्रत्याशी, तेज बहादुर यादव को टिकट

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समाजवादी पार्टी ने वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी के खिलाफ घोषित प्रत्याशी का नाम वापस लेकर पूर्व बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है. बता दें कि अभी कुछ दिन पूर्व सपा ने यहां से शालिनी यादव को अपना प्रत्याशी बनाया था. तेज बहादुर पहले ही पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था और उन्होंने वाराणसी से निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया था लेकिन वो अब सपा-बसपा-रालोद महागठबंधन प्रत्याशी के तौर पर सपा के चुनाव चिन्ह के साथ मैदान में हैं.

वहीं आम आदमी पार्टी ने तेज बहादुर को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सपा को समर्थन दे दिया है. तेज बहादुर ने भी आज सपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. बीएसएफ में रहने के दौरान तेज बहादुर ने जवानों को मिलने वाले खाने को लेकर सवाल उठाने के वीडियो को लेकर चर्चा में आए थे. वायरल हुए इस वीडियो में तेज बहादुर ने बताया था कि विकट परिस्थियों में काम करने के बावजूद जवानों को मिलने वाली खाद्य सामग्री बिल्कुल घटिया होती है. जिसे लेकर देश में बहुत हंगामा मचा था.

वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अखिलेश यादव को ट्वीट कर बधाई दी है. अरविंद केजरीवाल ने वाराणसी से  पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ तेज़ बहादुर को उतारने के फैसले की तारीफ करते हुए लिखा कि- अखिलेश जी, आपको बहुत बहुत बधाई पीएम को चुनौती देने के लिए तेज़ बहादुर को सलाम एक तरफ़ मां भारती के लिए जान दांव पर लगाने और जवानों के हक की लड़ाई में अपनी नौकरी गंवाने वाला शख़्स दूसरी ओर जवानों की आवाज़ उठाने वाले की नौकरी छीनने और जवानों की लाशों पर वोट मांगने वाला शख़्स.

बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी संसदीय सीट से नामांकन भर दिया है. इस बार भी वे वाराणसी से ही चुनाव लड़ रहे है. साल 2014 के चुनाव में पीएम मोदी ने आम आदमी पार्टी प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल को 3 लाख 71 हजार वोट से मात दी थी. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय लगभग 75 हजार वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे.

कांग्रेस ने इस बार भी अजय राय पर भरोसा जताते हुए प्रत्याशी बनाया है. पहले वाराणसी से प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव लड़ने की चर्चा थी लेकिन अजय राय की उम्मीदवारी घोषित होने के साथ ही प्रिंयका के चुनाव लड़ने की अटकलें खारिज हो गई. अब वाराणसी के दंगल में पीएम मोदी से मुकाबले में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी तेज बहादुर व कांग्रेस के अजय राय मैदान में हैं.

मोदी-शाह पर SC सुनवाई को तैयार, आचार संहिता का मामला

Floor Test in Maharashtra
Floor Test in Maharashtra

आचार संहिता उल्लंघन मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दरअसल सुप्रीम कोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ दर्ज याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. मामले पर 30 अप्रैल को सुनवाई होगी. कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने इस मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की है. सुप्रीम कोर्ट आदर्श आचार संहिता का कथित रूप से उल्लंघन करने के मामले पर सुनवाई करेगा.

न्यायालय में लगाई गई याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट चुनाव आयोग को मोदी और शाह के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दें. सुप्रीम कोर्ट में याचिका को लेकर कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए. सिंघवी ने अदालत से अपील की कि वह उनकी याचिका पर जल्द से जल्द सुनवाई करे. इसे मानते हुए कोर्ट सुनवाई करने को राजी हो गया. वरिष्ठ अधिवक्ता सिंघवी ने मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने लगातार आचार संहिता का उल्लंघन किया है. इसके बाद भी निर्वाचन आयोग उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

बांसवाड़ा में बीटीपी के चलते त्रिकोणीय मुकाबला होने से अच्छी वोटिंग

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राजस्थान में पहले चरण के चुनाव के तहत 13 सीटों के लिए वोटिंग जारी है. दोपहर एक बजे तक तक निर्वाचन विभाग के मतदान प्रतिशत पर नजर डाले तो सबसे ज्यादा 51 फीसदी वोटिंग बाड़मेर लोकसभा सीट पर हुई. उसके बाद बंतदान प्रतिशत बढ़ने से दोनों प्रत्याशियों के धड़कने बढ गई है. शिव, जैसलमेर, पोकरण और बायतु में वोटिंग अच्छी हो रही है. जैसलमेर और शिव में हो रही अच्छी वोटिंग कांग्रेस के लिए शुभ संकेत है. वहीं बायतु से कैलाश चौधरी विधायक रह चुके हैं. ऐसे में बायतु का बढ़ रहा मतदान प्रतिशत कैलाश चौधरी अपने पक्ष में मानकर चल रहे है. पोकरण में जानकारों की माने तो दोनों प्रत्याशियों को बराबर बराबर वोट मिल सकते है.

बांसवाड़ा
आदिवासी बाहुल्य सीट बांसवाड़ा में बाड़मेर के बाद 47.71 वोटिंग हुई है. यहां मतदान प्रतिशत लगातार बढ़ने की वजह यही हो सकती है कि मुकाबला बीटीपी के चलते त्रिकोणीय हो गया है. तीनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों के समर्थक वोटिंग में बढ़—चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. अब बीटीपी यहां कोई कमाल करेगी या फिर किसी एक पार्टी को हराने का काम करेगी इस पर सबके नजरें लग गई है.

जोधपुर
जोधपुर में बढ़ रहा मतदान प्रतिशत यही बयां करता है कि बीजेपी और कांग्रेस में यहां कांटे की टक्कर है. कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत औऱ बीजेपी उम्मीदवार गजेन्द्र सिंह शेखावत की एक एक वोट पर नजरें बनी हुई है. लिहाजा दोनों अपने मतदाताओं को कड़ी धूप में भी बूथ तक लाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे.

अब तक की वोटिंग ट्रेंड को देखे तो इन तीनों सीटों पर मतदान प्रतिशत 70 फीसदी पहुंचना तय है. हालांकि बढ़ा हुआ प्रतिशत किसे फायदा पहुंचाएगा, इसका आंकलन अभी करना मुश्किल है.

राजस्थान: पहले चरण में 13 सीटों पर 68.22 फीसदी वोटिंग

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प्रदेश में हुए पहले चरण का मतदान समाप्त हो गया है. हालांकि लाइन में लगे हुए मतदाताओं की वोटिंग अभी जारी है जिससे वोटिंग प्रतिशत आधा या एक फीसदी बढ़ने की उम्मीद है. शाम 6 बजे तक प्रदेश में 66.88 फीसदी मतदान दर्ज हुए है जो पिछले लोकसभा चुनावों से कहीं ज्यादा है. 2014 लोकसभा चुनाव में इन्हीं 13 सीटों पर करीब 64 फीसदी वोटिंग हुई थी जो इस बार पीछे छूट गई है. हालांकि ऐसा माना जा रहा था कि इस बार मतदान 70 फीसदी के आंकड़े को पार करेगा लेकिन भयंकर गर्मी की वजह से यह आंकड़ा थोड़ा दूर रह गया. इन 13 सीटों पर 115 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है. छुटपूट झगड़ों को छोड़कर प्रदेशभर में शांतिपूर्ण मतदान हुआ है. दूसरे चरण का मतदान 6 मई को होगा जिसमें शेष 12 सीटों पर वोटिंग होगी.

प्रदेश में 6 बजे तक मतदान की स्थिति

  • टोंक-सवाईमाधोपुर – 61.83 फीसदी
  • अजमेर – 66.20 फीसदी
  • पाली – 61.99 फीसदी
  • जोधपुर – 67.83 फीसदी
  • बाड़मेर – 72.49 फीसदी
  • जालोर – 65.39 फीसदी
  • उदयपुर – 68.65 फीसदी
  • बांसवाड़ा – 72.15 फीसदी
  • चित्तौड़गढ़ – 71.51 फीसदी
  • राजसमंद – 63.80 फीसदी
  • भीलवाड़ा – 65.38 फीसदी
  • कोटा – 68.42 फीसदी
  • झालावाड़-बारां – 71.07 फीसदी

सबसे अधिक वोटिंग बांसवाड़ा और सबसे कम टोंक-सवाईमाधोपुर में हुई है. झालावाड़, अजमेर और जैसलमेर के कई गांवों से मतदान के बहिष्कार की सूचना आ रही है. जालौर और टोंक सहित कई जगह ईवीएम खराबी के चलते देरी से मतदान शुरू हुआ. जालोर के रानीवाड़ा में फर्जी मतदान को लेकर लाठी-भाटा जंग की जानकारी सामने आ रही है. आइए जानते हैं इन सीटों के सियासी समीकरणों के बारे में –

जोधपुर:
जोधपुर संसदीय सीट इस बार प्रदेश के साथ-साथ देश की हॉट सीटों में शुमार है. यहां से कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को प्रत्याशी बनाया है. जहां वैभव का मुकाबला केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से है. जोधपुर के चुनावी नतीजे दोनों प्रत्याशियों का भविष्य तय करेंगे. वैभव के साथ इस सीट पर उनके पिता अशोक गहलोत की भी प्रतिष्ठा दांव पर है. गहलोत जोधपुर से पांच बार सांसद रह चुके हैं. वो अभी वर्तमान में जोधपुर लोकसभा क्षेत्र की सरदारपुरा विधानसभा सीट से विधायक हैं.

बाड़मेर-जैसलमेर:
बाड़मेर-जैसलमेर में इस बार मुकाबला रोचक व दिलचस्प है. यहां कांग्रेस ने मानवेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है. मानवेंद्र पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह जसोल के पुत्र हैं. साल 2014 के चुनाव में बीजेपी ने सिंह परिवार का टिकट काटकर कांग्रेस से बीजेपी में आए कर्नल सोनाराम को दिया था. जिससे बागी होकर जसवंत सिंह ने बाड़मेर से निर्दलीय चुनाव लड़ा लेकिन वो सोनाराम से चुनाव हार गये थे. इसी विधानसभा चुनाव से पूर्व मानवेंद्र सिंह ने कांग्रेस ज्वॉइन की थी. इस बार कांग्रेस ने मानवेन्द्र सिंह पर दांव खेला है. वही बीजेपी ने बायतु के पूर्व विधायक कैलाश चौधरी को प्रत्याशी बनाया.

अजमेर:
अजमेर लोकसभा सीट पर भी इसी चरण मे मतदान होना है. यहां से कांग्रेस ने युवा और नए चेहरे रिजु झुनझुनवाला पर दांव खेला है. वहीं बीजेपी ने किशनगढ़ के पूर्व विधायक भागीरथ चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सांवरलाल जाट ने कांग्रेस के सचिन पायलट को शिकस्त दी थी. साल 2018 में सांवरलाल जाट के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के रघु शर्मा ने बीजेपी के रामस्वरूप लांबा को मात दी थी.

टोंक-सवाई माधोपुर:
इसके अलावा टोंक-सवाई माधोपुर सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प है. यहां बीजेपी के वर्तमान सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया और कांग्रेस प्रत्याशी नमोनारायण मीणा के बीच टक्कर है. नमोमारायण मीणा इस सीट से 2004 और 2009 में सांसद रह चुके हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें दौसा से प्रत्याशी बनाया था. जहां उनको करारी हार का सामना करना पड़ा था. वहीं कांग्रेस ने टोंक-सवाई माधोपुर से क्रिकेटर मोहम्म्द अजहरुद्दीन को टिकट दिया था.

पाली:
पाली लोकसभा सीट पर मुकाबला साल 2014 के उम्मीदवारों के बीच है. बीजेपी ने वर्तमान सांसद पीपी चौधरी को टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस की तरफ से पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ को प्रत्याशी बनाया गया है. बद्री जाखड़ साल 2009 में पाली से सांसद चुने गए थे. वहीं, साल 2014 में कांग्रेस ने यहां से बद्रीराम जाखड़ का टिकट काटकर उनकी बहन मुन्नी देवी गोदारा को प्रत्याशी बनाया था.

झालावाड़-बारां:
झालावाड़-बारां लोकसभा सीट से बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र सांसद दुष्यंत सिंह को चुनावी समर में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने बीजेपी से कांग्रेस में आए प्रमोद शर्मा पर दांव खेला है. इस सीट पर पहले प्रमोद जैन भाया का दावा मजबूत था लेकिन पार्टी ने प्रमोद शर्मा पर ही दांव खेलना उचित समझा. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि प्रमोद शर्मा दुष्यंत के सामने कितनी चुनौती पेश कर पाते है.

जालोर:
जालोर में मुकाबला कांग्रेस के रतन देवासी और बीजेपी के वर्तमान सांसद देवजी पटेल के बीच है. रतन देवासी हाल ही में रानीवाडा सीट से विधानसभा का चुनाव हार गये थे. पार्टी ने उन पर फिर से विश्वास जताया है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से उदयलाल आंजना को मैदान में उतारा गया था. वहीं, निर्दलीय बूटा सिंह ने भी लगभग पौने दो लाख मत हासिल किए थे.

उदयपुर:
उदयपुर सीट पर इस बार मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है. इसी विधानसभा चुनावों में आदिवासी इलाकों में उभरकर आई पार्टी बीटीपी ने इस बार मुकाबला त्रिकोणीय बनाया हुआ है. जहां बीजेपी के वर्तमान सांसद अर्जुनलाल मीणा, कांग्रेस के रघुवीर मीणा और भारतीय ट्राइबल पार्टी के बिरधीलाल छानवाल के बीच मुकाबला है. कांग्रेस के लिए बीते विधानसभा चुनाव के नतीजे अच्छे नही रहे थे. कांग्रेस प्रत्याशी रघुवीर मीणा स्वयं उदयपुर ग्रामीण से चुनाव हार गये थे.

बांसवाड़ा-डूंगरपुर:
बांसवाड़ा- डूंगरपुर में भी मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है. यहां एक बड़ी शक्ति बनकर उभरी बीटीपी दोनों पार्टियों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है. हाल ही के विधानसभा चुनाव में बीटीपी ने प्रदेश की दो सीटों पर कब्जा किया था. वहीं अन्य सीटों पर भी उसका प्रदर्शन अच्छा रहा था. बीटीपी ने लोकसभा चुनाव में कांतिलाल रोत को प्रत्याशी बनाया है. वहीं कांग्रेस ने पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा पर दांव खेला है. वहीं बीजेपी ने वर्तमान सांसद मानशंकर निनामा का टिकट काटकर कनकमल कटारा को प्रत्याशी बनाया है.

चितौड़गढ़:
चितौड़गढ़ से बीजेपी ने वर्तमान सांसद सीपी जोशी पर पुन: विश्वास जताया है. उनका मुकाबला राजसमंद के पूर्व सांसद गोपाल सिंह ईड़वा से होगा. गोपाल साल 2009 में राजसमंद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर संसद पहूंचे थे. लेकिन साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के सामंने अपना क्षेत्र नहीं बचा पाए थे. पार्टी ने इस बार उनको नए क्षेत्र चितौडगढ़ से प्रत्याशी बनाया है. उनको यहां बीजेपी के सीपी जोशी की चुनौती को पार करना होगा.

राजसमंद:
राजसमंद संसदीय सीट पर बीजेपी के सांसद हरिओम सिंह राठौड ने बीमारी के कारण चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान पहले ही किया था. जिसके बाद पार्टी यहां से किसी जिताऊ प्रत्याशी की तलाश में. काफी जद्दोजहद के बाद जयपुर राजघराने की पूर्व राजकुमारी दीया कुमारी को प्रत्याशी बनाया है. दीया साल 2013 में सवाई माधोपुर विधानसभा से विधायक रह चुकी हैं. यहां दीया का मुकाबला कांग्रेस के देवकीनंदन गुर्जर से है. देवकी विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के करीबी है और वे साल 2013 में भीलवाडा की नाथद्वारा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके है.

भीलवाड़ा:
भीलवाड़ा में मुकाबला कांग्रेस के रामपाल शर्मा और बीजेपी के सुभाष बहेड़िया के बीच है. रामपाल शर्मा भी सीपी जोशी के नजदीकी माने जाते हैं. उनके टिकट में अहम भूमिका सीपी जोशी की ही रही है. सीपी जोशी साल 2009 में इस क्षेत्र से सांसद रह चुके है. 2014 के चुनाव में यहां कांग्रेस ने हिंडोली विधायक अशोक चांदना को प्रत्याशी बनाया था.

कोटा:
कोटा सीट पर मुकाबला बीजेपी के ओम बिड़ला और कांग्रेस के रामनारायण मीणा के बीच है. ओम बिड़ला पर पार्टी ने पुन: भरोसा दिखाते हुए उन्हें चुनावी समर में उतारा है. रामनारायण मीणा वर्तमान में पीपल्दा सीट से विधायक है. वहीं साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बिड़ला ने कांग्रेस के इज्यराज सिंह को हराया था लेकिन वो विधानसभा चुनाव से पूर्व बीजेपी में आ गए थे. उनकी पत्नी इस समय कोटा की लाड़पुरा सीट से विधायक है.

चुनावी दंगल में फिल्मी सितारे, सनी-शत्रुघ्न ने भरा नामांकन

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देश में लोकसभा चुनाव का रोमांच चरम पर है. सभी पार्टियां किसी भी तरह चुनाव में कामयाबी की चाह में लगी हैं. इसलिए पार्टियों ने जिताऊ मानकर उम्मीदवारों की तलाश की है. जिसके चलते इस चुनाव में सिनेमा का तड़का भी देखने को मिल रहा है. अलग-अलग पार्टियों से कई सिनेमाई चेहरे चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. जिनमें बॉलीवुड सितारे शत्रुघ्न सिन्हा, सनी देओल, उर्मिला मातोंडकर, भोजपुरी कलाकार रविकिशन, निरहुआ के अलावा मुनमुन सेन शामिल हैं. हाल ही में बीजेपी में शामिल सनी देओल ने गुरदासपुर व बीजेपी छोड़ कांग्रेस का दामन थामने वाले शत्रुघ्न सिन्हा ने पटना साहिब से नामांकन भरा है.

फिल्म अभिनेता सनी देओल ने आज पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया है. नामांकन के दौरान उनके साथ भाई बॉबी देओल, केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह मौजूद रहे. यहां सनी देओल का मुकाबला कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुनील जाखड़ से है. जो वर्तमान में गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद है. बता दें कि मशहूर फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना इसी गुरदासपुर सीट से चार बार सांसद चुने गए थे. लेकिन उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने जीत हासिल की थी.

वहीं बीते दिनों बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल शत्रुघ्न सिन्हा ने भी आज बिहार की पटना साहिब सीट से नामांकन दाखिल किया है. शत्रुघ्न इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में है. यहां उनका मुकाबला केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से है. बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से बीजेपी के टिकट पर साल 2009 और 2014 में सांसद चुने गए थे. लेकिन साल 2014 के बाद बीजेपी से उनकी नाराजगी रही, जिसके बाद बीजेपी ने उनका टिकट काट कर यहां रविशंकर प्रसाद को प्रत्याशी बनाया. टिकट कटने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया.

इसके अलावा इस बार के चुनाव में फिल्मी सितारों का जलवा देखने को मिल रहा है. भोजपुरी कलाकार रविकिशन को बीजेपी ने गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है. जहां उनका मुकाबला सपा-बसपा-रालोद गठबंधन के रामभुआल निषाद से है. वहीं भोजपुरी अभिनेता निरहुआ को पार्टी ने आजमगढ़ से प्रत्याशी बनाया है. जहां उनके सामने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हैं, यहां रोचक मुकाबला रहने वाला है. इसके अलावा मुनमुन सेन को टीएमसी ने पश्चिमी बंगाल की आसनसोल से प्रत्याशी बनाया है. जहां उनके मुकाबले के लिए केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो चुनावी मैदान में हैं.

चौथे चरण की वोटिंग में कई जगह हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाएं

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17वीं लोकसभा के लिए देश में चौथे चरण का मतदान शुरू हो गया है. इस चरण में 9 राज्यों की 71 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इस दौरान कई राज्यों में झड़प और लाठीचार्ज की घटनाएं सामने आ रही हैं. पं.बंगाल में बाबुल सुप्रियो की गाड़ी पर तोड़फोड़ हुई है. आसनपोल में टीएमसी-बीजेपी समर्थन आमने सामने हो गए. इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ा. एक घर के बाहर देसी बम मिलने की सूचना भी मिली है. इस तरह की कई घटनाएं देशभर से आ रही हैं. जानिए प्रमुख घटनाओं के बारे में-

प्रमुख घटनाएं

  • पश्चिम बंगाल में वोटिंग के दौरान हिंसा, आसनसोल और बीरभूम के ननूर में टीएमसी-बीजेपी समर्थक आमने-सामने
  • बाबुल सुप्रियो की गाड़ी में तोड़फोड़, मीडिया टीम पर टीएमसी समर्थकों का हमला, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
  • शांतिपुर में एक वोटर के घर के सामने देसी बम बरामद, एक गिरफ्तार
  • बंगाल के बीरभूम में कई पोलिंग बूथ पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें, कई घंटे मतदान रूका
  • बीरभूम इलाके में कुछ लोग ईवीएम लेकर भागे, पोलिंग बूथ पर केंद्रीय फोर्स नदारद, बीजेपी कार्यकर्ताओं का हंगामा
  • टीएमसी के समर्थकों पर आमजन ने लगाया धमकाने का आरोप
  • चुनावी स्थिति पर गौर करें तो सुबह 11 बजे तक बिहार में 15.16 फीसदी, पं.बंगाल में 35 फीसदी और राजस्थान में 29.04 फीसदी मतदान हुआ है.
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