महाराष्ट्र: बीजेपी और शिवसेना के बीच नहीं बनी सीटों पर सहमति

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 (Maharashtra Assembly election 2019) में बीजेपी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) के बीच सीटों के बंटवारे का पेंच अभी भी फंसा हुआ है. सूत्रों की मानें तो सीटों के बंटवारे को लेकर शिवसेना और बीजेपी सहमत नहीं हए हैं और दोनों की अलग-अलग मांगें हैं. शिवसेना जहां कम से कम 126 सीटों की मांग कर रही है, वहीं बीजेपी 120 से अधिक सीटें नहीं देना चाह रही है. कहा तो यह भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर भी शिवसेना संतुष्ट नहीं है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेक गुरुवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने महाराष्ट्र (Maharastra) के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस (Devendra Fadnavis), प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और स्टेट कोर कमेटी के अलग-अलग सदस्यों के साथ बैठक की. करीब 9 घंटे तक चली इस बैठक में बीजेपी उम्मीदवारों पर चर्चा हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अमित शाह से उन सीटों को लेकर भी चर्चा की, जहां पर बीजेपी की पकड़ मजबूत है और फिलहाल शिवसेना का कब्जा है. फडनवीस ने इस बैठक में इस उस फार्मूले पर भी चर्चा की जिसके मुताबिक, बीजेपी 162 सीटें अपने पास रखेगी और शिवसेना को 126 सीट देने की बात थी और कुछ सीटें अन्य सहयोगियों को दी जाएंगी.

दरअसल, लोकसभा में मिले अपार बहुमत और संसद के दोनों सदनों से जम्मू कश्मीर पुनर्गठन, तीन तलाक, और RTI संशोधन जैसे बड़े-बड़े बिल पास करवाने के बाद के बाद भारतीय जनता पार्टी को ऐसा लगता है कि वह अपने दम पर 288 सदस्यीय सदन में स्पष्ट बहुमत तक पहुंच सकती है. इसलिए वह चाहती है कि अधिक से अधिक सीटों पर बीजेपी चुनाव लड़े. अंतिम दौर के बैठक के बाद यह तय हुआ कि बीजेपी शिवेसना को 120 सीट ही देगी. मगर बताया जा रहा है कि शिवसेना 126 सीट से नीचे पर नहीं मान रही है, वहीं बीजेपी उसे 120 सीटों से अधिक नहीं देना चाह रही है. इस तरह से बीजेपी और शिवसेना में करीब 8 से 10 सीटों को लेकर पेच फंसा हुआ है.

महाराष्ट्र विधानसभा की वर्तमान (2014) स्थिति-

विधानसभा की कुल सीटें 288

भाजपा – 122

शिवसेना – 63

कांग्रेस – 42

राकांपा – 41

अन्य – 20

महाराष्ट्र की लोकसभा चुनाव 2019 की स्थिति

कुल सीटें – 48

भाजपा – 23

शिवसेना – 18

राकांपा और कांग्रेस – 5

अन्य – 02

महाराष्ट्र में इस गठबंधन में अभी तक सहमति नहीं बनने का एक प्रमुख कारण चुनाव जीतने के बाद मिलने वाली मुख्यमंत्री की कुर्सी भी है. वर्तमान मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस बीते दिनों में कई बार यह एलान कर चुके हैं कि अगले मुख्यमंत्री वो ही होंगे. वहीं सूत्रों की मानें तो शिवसेना इस बार ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद के फार्मूले पर अड़ी हुई है. शिवसेना इस बार अपने राजकुमार आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाना चाहती है. इस संदर्भ में जानकारों की मानें तो गुरुवार को दिल्ली में हुई बैठक में शिवसेना को उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने का फैसला भी लिया गया है.

महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन का फॉर्मूला तभी तय होगा, जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, मुख्यमंत्री फडनवीस और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह तीनों इस पर एक साथ बैठकर खुद फैसला लेंगे. जानकारों की मानें तो गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे का ऐलान 28 सितंबर के बाद ही होगा.

गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने हाल ही में महाराष्ट्र और हरियाणा में होने विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. महाराष्ट्र और हरियाणा में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और मतगणना 24 अक्टूबर को होगी. इसके लिए नॉमिनेशन भरने की आखिरी तारीख 4 अक्टूबर को होगी और नामांकन वापस लेने की तारीख 7 अक्टूबर को होगी. लोकसभा चुनावों के बाद इस साल के ये पहले विधानसभा चुनाव हैं. हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 2 नवंबर को और महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है.

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