पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. गहलोत सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढोतरी जारी है. मंगलवार देर रात तक प्रदेश में 159 ओर नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए. जिसमें से अकेले जयपुर में 72 केस सामने आए. इससे पहले सोमवार को भी जयपुर में 50 नए केस सामने आए थे. वहीं देशभर में कोरोना की रोकथाम के लिए रोल मॉडल बने भीलवाडा में 11 दिन बाद मंगलवार को 5 नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आने से प्रदेश सरकार की चिंता बढ़ गई है. इसके साथ ही जयपुर में एक ओर कोरोना संक्रमित मरीज की मौत मंगलवार को हो गई. इसी बीच प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच करके समय से कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान करने के उद्देश्य बीते शुक्रवार से शुरू की गई रैपिड टेस्ट किट की जांच में आई गुणवत्ता की खामी के चलते मंगलवार को रैपिड टेस्ट किट से जांच करने पर रोक लगा दी गई है.
रैपिड टेस्ट किस्ट पर लगी रोक के बारे में जानकारी देते हुए चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कोरोना की वास्तविकता को जांचने के लिए ही रैपिड टेस्टिंग किट की मदद ली जा रही थी लेकिन किट के पूर्णतया कसौटी पर खरा नहीं उतरने के बाद प्रदेश में इस किट से टेस्टिंग पर रोक लगा दी गई है. मंत्री शर्मा ने आगे बताया कि इसके बारे में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद को लिख दिया है, वहां से अनुकूल जवाब नहीं मिलने पर इन किट्स को वापस भी भेजा जा सकता है.
आगे जानकारी देते हुए मंत्री शर्मा ने बताया कि रैपिड टेस्टिंग किट का प्रभाव जानने के लिए विभाग ने माइक्रोबॉयोलॉजी की हैड और मेडिसन विभाग प्रमुख के नेतृत्व में कमेटी बनाई थी. इन किट्स की एक्यूरेसी 90 प्रतिशत होनी चाहिए थी लेकिन कमेटी के रिपोर्ट के अनुसार एक्यूरेसी 5.4 प्रतिशत ही आ रही है. इसाके साथ ही मंत्री शर्मा ने आगे बताया कि टेस्टिंग के वक्त आईसीएमआर की तापमान सहित अन्य गाइडलाइन का पूर्णतया पालन भी किया गया था.
इसके साथ ही मंत्री रघु शर्मा ने यह भी बताया कि प्रदेश के वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम ने सलाह दी है कि टेस्टिंग किट के इस्तेमाल से कोई फायदा नहीं है. ऐसे में रैपिड टेस्टिंग किट से जांच रोक दी गई है. वर्तमान में पीसीआर द्वारा ही जांचें की जा रही है. प्रदेशभर में बढ रही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के चलते पीसीआर किट की खरीद के भी विभाग ने ऑर्डर जारी कर दिए हैं.
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बता दें, मंगलवार देर रात राजस्थान के 26 जिलों में फैले कोरोना संक्रमण के चलते जयपुर में 657, जोधपुर-276, कोटा-108, भरतपुर-102, टोंक-98, नागौर-71, बांसवाडा-61, अजमेर-59, झुंझुनू-40, बीकानेर-37, जैसलमेर 34, भीलवाडा-33, झालावाड और दौसा में 20-20, चुरू-14, हनुमानगढ-8, अलवर और सवाई माधोपुर में 7-7, डूंगरपुर-5, उदयपुर-4, करौली 3, प्रतापगढ, सीकर और पाली में 2-2, धौलपुर और बाडमेर में एक-एक कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुका है.
गौरतलब है कि जोधपुर और जैसलमेर में ईरान से रेस्क्यू कर लाये गये भारतीयों में से 61 पॉजिटिव केस सामने आ चुके है. इसके अलावा जयपुर में इटली के 2, इन सभी को मिलाकर अब तक प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1735 वहीं जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती रामगंज निवासी 64 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो जाने से अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या बढकर 26 हो चुकी है. प्रदेश में अब तक सामने आए 1735 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 274 मरीज पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुके है जिनमें से 97 को डिस्चार्ज किया जा चुका है.