Politalks.News/Rajasthan. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार का पूरा प्रयास है कि प्रदेश का कोई भी बालक शिक्षा के आधिकार से वंचित नहीं रहे. सीएम गहलोत ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के 77वें जन्मदिवस के अवसर पर NSUI द्वारा संचालित ’योग्यशाला’ के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि शिक्षा ही विकास का प्रमुख आधार है और योग्यशाला जैसे कार्यक्रमों से शिक्षा से वंचित बच्चों को पढ़ने का मौका मिल सकेगा.
अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व.राजीव गांधी ने सूचना क्रांति, शिक्षा और विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता हासिल करते हुए देश को 21वीं सदी में ले जाने का सपना देखा था. इसके लिए उन्होंने पेयजल, टीकाकरण, साक्षरता, टेलीकॉम, खाद्य तेल और डेयरी के लिए 6 तकनीकी मिशन शुरू किए. यह प्रसन्नता की बात है कि एनएसयूआई ने उनकी सोच को आगे बढ़ाते हुए वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए ’योग्यशाला’ की शुरूआत की. सीएम गहलोत नर खास की वंचित और जरूरतमंदों को आगे बढ़ाने के ऐसे प्रयास ही लोकतंत्र को मजबूती देंगे.
यह भी पढ़ें: मेघावी छात्रों को विदेशों में पढ़ाई करवाएगी गहलोत सरकार, पित्रोदा का लैपटॉप हुआ हैक तो बनी अजब स्थिति
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि राजीव जी ने ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को भी गुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध कराने की दृष्टि से सभी जिलों में जवाहर नवोदय विद्यालय स्थापित करने की शुरूआत की थी. उनकी मंशा थी कि अमीर-गरीब का भेद किए बिना सभी को बेहतर शिक्षा मिले. राजीव जी देश के युवाओं के आईकॉन हैं. सीएम गहलोत ने बताया कि राजीव गांधी ने ऐसे चुनौतीपूर्ण हालात में देश की बागडोर संभाली जब देश आतंकवाद और अलगाववाद की चुनौती का सामना कर रहा था, लेकिन स्व. गांधी ने लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में कई साहसिक कदम उठाए. राजीव गांधी ने ही 18 वर्ष की आयु के युवाओं को मताधिकार दिया और 73वें तथा 74वें संविधान संशोधन के माध्यम से पंचायत एवं नगरीय निकायों में महिलाओं, अनुसूचित जाति एवं जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने की पहल की.
मुख्यमंत्री अशोक ने आगे कहा कि एनएसयूआई (NSUI) की स्थापना आज से करीब 50 साल पहले हमारी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने की थी. हमारे महान नेताओं की यही सोच थी कि लोकतंत्र के विकेन्द्रीकरण की भावना के अनुरूप छात्र, युवा, महिला आदि सभी की संगठन में सक्रिय भागीदारी हो. इसी के चलते मुझे भी प्रदेश के पहले एनएसयूआई अध्यक्ष के रूप में सेवा करने का अवसर मिला और इस संगठन की बदौलत ही मुझे 5 बार सांसद, 3 बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, केन्द्र में मंत्री और तीसरी बार प्रदेश के प्रथम सेवक के रूप में काम करने का अवसर मिला.
यह भी पढ़े: जोधपुर में टिकटों पर ‘टक्कर’, जाखड़ बोले- ‘दबाव में बांटे’, बैरवा का पलटवार- ‘बद्री जी को ही समस्या’
पिछले 70 सालों में हुए देश के विकास को बताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने अपनी युवा अवस्था के करीब 10 वर्ष जेल में बिताए. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में पंडित नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना आजाद, डॉ. अम्बेडकर जैसे महान नेताओं ने भारत के विकास की मजबूत नींव रखी. 70 साल में देश में विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है. आजादी के समय जहां साक्षरता दर 18 प्रतिशत थी, वह बढ़कर आज करीब 75 प्रतिशत हो गई है और 1951 में औसत आयु 32 साल थी, जो 2011 में बढ़कर 67 साल हो गई. सीएम गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में युवा पीढ़ी पर बड़ी जिम्मेदारी है. वे देश को गुमराह करने वाली तथा नफरत फैलाने वाली ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दे. इसके लिए उन्हें ग्रास रूट लेवल पर काम करना होगा.