Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के 77वें जन्मदिवस के अवसर पर वर्चुअल माध्यम से आयोजित राजस्थान इनोवेशन विजन यानि राजीव-2021 ‘सूचना तकनीक से सुशासन’ थीम पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ा एलान किया है. मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में स्टार्ट-अप के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले युवाओं को ‘राजीव गांधी इनोवेशन अवार्ड’ देने की घोषणा की. इसके तहत प्रथम पुरस्कार के रूप में 2 करोड़ रूपए, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 1 करोड़ रूपए और तीसरा पुरस्कार के रूप में 50 लाख रूपए की राशि दी जाएगी.
हालांकि, राजीव गांधी की जयंती के मौके पर हुए इस वर्चुअल कार्यक्रम में उस समय अजीब स्थिति बन गई, जब ‘सूचना तकनीक पर सुशासन’ विषय पर बाेलने के लिए शिकागाे से जुड़े सैम पित्रोदा का भाषण शुरू होने से पहले ही उनका कंप्यूटर हैक हो गया और उन्हें माेबाइल से संबोधन देना पड़ा. बता दें, पित्रोदा पूर्व पीएम राजीव गांधी के इनोवेशन सलाहकार रहे थे. कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत के संबोधन से पहले पित्रोदा का भाषण होना था. इस दौरान खुद पित्रोदा ने कहा कि मेरा भाषण शुरू होने से ठीक पहले मेरा कंप्यूटर किसी ने हैक कर लिया। मैं अपने मोबाइल फोन के जरिए आपसे बात कर रहा हूं, शायद कोई है जो यह नहीं चाहता कि मैं आप लोगों से बात करूं…मेरा कंप्यूटर लॉक हो गया है. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘पित्रोदा को सिर्फ मैसेज भेजकर कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की थी, इसके बावजूद भी वे कार्यक्रम में जुड़े.’
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आगे बैठक में सीएम गहलोत ने बताया कि प्रदेश में 14 नवंबर से ‘राजीव गांधी युवा कोर’ का शुभारंभ भी किया जाएगा. साथ ही प्रदेश के 200 मेधावी विद्यार्थियों को देश-विदेश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में अध्ययन के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ‘राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस’ (Rajiv Gandhi Scholarship for Academic Excellence) की घोषणा की. इस योजना पर प्रतिवर्ष करीब 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जिसमें विद्यार्थी के अध्ययन का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया- ई-गवर्नेन्स को बढ़ावा के लिए हमने पिछले कार्यकाल में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्रों की स्थापना की थी, आज इन केंद्रों पर 73 विभागों की लगभग 475 सेवाएं ऑनलाइन दे रहे.
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वहीं बैठक के दौरान यह भी सामने आया कि देश के युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए स्टार्ट-अप्स को निरंतर प्रोत्साहित किया जा रहा है. इस पर सीएम गहलोत ने कहा कि शहरों के साथ-साथ अब ग्रामीण क्षेत्रों तक इनका विस्तार करने का प्रयास किया जाएगा. सीएम गहलोत ने कहा कि तकनीकी शिक्षा को अधिक रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए जोधपुर में करीब 400 करोड़ रूपए की लागत से फिनटेक यूनिवर्सिटी की स्थापना की जा रही है, जिसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के नाम पर करने की घोषणा की गई है. इसके साथ ही जयपुर में करीब 200 करोड़ रूपए की लागत से राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी की स्थापना भी की जा रही है. इसके माध्यम से युवाओं को सूचना तकनीक के नए पाठ्यक्रमों का अध्ययन करने का अवसर मिलेगा.