Politalks.News/Delhi-Bihar. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को सौगात देने के लिए कमर कस ली है. पिछले एक महीने से पीएम मोदी लगातार बिहार पर ‘धनवर्षा‘ किए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री को अब बिहार के विकास के अलावा कुछ दिखाई नहीं दे रहा है. पीएम मोदी हर दूसरे या तीसरे दिन इसी राज्य को फोकस करते कर रहे हैं. बिहार का पिछड़ापन दूर करने के लिए पीएम की पहल शानदार कही जा सकती है लेकिन उन्हें इसके साथ और भी कई प्रदेशों के विकास और योजनाओं को भी याद रखना होगा. इस समय मोदी को बिहार क्यों याद आ रहा है?
इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि वहां आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. हमारे देश के नेताओं में बड़ा पुराना प्रचलन रहा है कि जब-जब चुनाव आते हैं तब उन्हें उस क्षेत्र की जनता या विकास की याद आती है’. इसी तर्ज पर पीएम मोदी बिहार चुनाव को लेकर राज्य की जनता को ‘गिफ्ट पर गिफ्ट‘ दिए जा रहे हैं. लेकिन आज जनता बहुत ही जागरूक है, वह जानती है कि यह प्रधानमंत्री की ओर से मिलने वाला यह एक ‘चुनावी तोहफा’ है. मोदी की ओर से किए जा रहे शिलान्यास और बड़ी-बड़ी घोषणाएं बिहार की जनता के लिए धरातल पर कब आएंगी, कुछ कहा नहीं जा सकता है.
वैसे ऐसे मामलों में अधिकांश देखा गया है कि कई विकास कार्य फाइलों से आगे बढ़ नहीं पाते हैं’. आपको बताते हैं पीएम मोदी आज बिहार को क्या क्या चुनावी गिफ्ट दे चुके हैं. मोदी सोमवार को फिर बिहार में 14 हजार 258 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दे चुके हैं. उन्होंने राज्य के 45 हजार 945 गांवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ने वाली सेवाओं का उद्घाटन कर राज्य में ग्रामीण डिजिटल क्रांति की भी शुरुआत की है.
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बिहार के विकास को लेकर मोदी इतने उत्साहित हैं कि ट्विटर पर भी इसका बखान कर रहे हैं. पीएम मोदी को मौजूदा समय में बिहार के अलावा कोई दूसरा प्रदेश दिखाई नहीं दे रहा है. उठते, बैठते सोते-जागते हर समय बिहार ही बिहार ही नजर आ रहा है. ‘पहले की तरह इस बार भी पीएम मोदी ने बिहार में सौगात देने से पहले ट्वीट करके इसका बखान भी कर दिया है. आइए आपको बताते हैं पीएम मोदी का बखान क्या है.
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है, ‘बिहार डिजिटल क्रांति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाने जा रहा है’. आज राज्य के सभी गांवों को ऑप्टिकल फाइबर इंटरनेट से जोड़ने के काम का उद्घाटन होगा. इससे आने वाले समय में बिहार के सभी गांव इंटरनेट सेवा से जुड़ जाएंगे. यह परियोजना घरों तक इंटरनेट पहुंचाने के संकल्प के साथ बिहार को और समृद्ध-सशक्त करेगी.’
प्रधानमंत्री ने बिहार में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास और आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए सोमवार को 14,000 करोड़ रुपये की नौ राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया है. पीएम मोदी बिहार चुनाव को लेकर ट्विटर पर भी एक्टिव नजर आ रहे हैं. बता दें कि पीएम मोदी ने 541 करोड़ का हाल के दिनों में बिहार में रेल, इंफ्रास्ट्रक्चर, सेतु, पीने का पानी और सिंचाई से संबंधित कई परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया था. प्रधानमंत्री के ये कार्यक्रम सरकारी हैं, लेकिन इन्हें जनता आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देख रही है. यह मोदी ने बिहार के लिए अभी तक जिन परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया है, उनकी लागत लगभग 16,000 करोड़ रुपये है. बीते कुछ दिनों के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में दर्जन भर से अधिक परियोजनाओं की सौगात दे चुके हैं.
चुनाव की घोषणा के पहले प्रधानमंत्री आज बिहार को देंगे 5वीं बार चुनावी तोहफा
बिहार में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं. निर्वाचन आयोग कभी भी चुनाव की घोषणा कर सकता है. ऐसे में नीतीश सरकार चुनाव की घोषणा के पहले उद्घाटन-शिलान्यास के बहाने प्रधानमंत्री के माध्यम से अपनी बात जनता तक पहुंचाना चाहती है.
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यहां सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अगर पीएम मोदी को बिहार के विकास को लेकर प्रेम दिखाना था तो कुछ समय पहले दिखाते, अभी तक कई विकास योजनाएं बिहार में दौड़ने लगती. पीएम मोदी की बिहार के लिए एक के बाद एक कई सौगात देना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता है क्योंकि नीतीश बाबू कुछ वर्ष पहले विकास परियोजनाओं के लिए पीएम मोदी से कह सकते थे. लेकिन अब विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश बिहार को चमकाने की जल्दी है या दोबारा राज्य की सत्ता पर काबिज होने की?
पीएम मोदी इन दिनों बिहार को गिफ्ट देते समय नीतीश कुमार की जमकर प्रशंसा भी किए जा रहे हैं. पीएम मोदी का यह नीतीश कुमार प्रेम ‘लोक जनशक्ति पार्टी‘ के अध्यक्ष चिराग पासवान को रास नहीं आ रहा है. इसका बड़ा कारण है कि चिराग हर दिन मुख्यमंत्री नीतीश पर निशाना साध रहे हैं. चिराग कहते हैं कि बिहार में विकास कार्य न कराने को लेकर इस बार जनता में नीतीश कुमार के प्रति जबरदस्त आक्रोश बना हुआ है. पीएम नरेंद्र मोदी को एलजीपी को भी साधने की चुनौती होगी. हालांकि अभी भाजपा, जेडीयू और एलजीपी में सीटों के बंटवारे पर भी रार चल रही है.