पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़ों ने हर किसी के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दी हैं. सोमवार को सूबे के 8 जिलों में और ईरान से रेस्क्यू कर जोधपुर लाए गये भारतीयों सहित कुल 35 नए केस सामने आए, जिसके चलते प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 300 पार हो गई. वहीं सोमवार सुबह कोटा के पहले संक्रमित 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई, रिपोर्ट लेट आने से मौत के बाद इसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई. इसके बाद मृतक के परिवार के 9 लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गये. इधर कोरोना का एपिक सेंटर बने जयपुर में 8 ओर नए केस सामने आने से अकेले जयपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 100 पहुंच गई है. वहीं परकोटे के बाहर भी संक्रमण को फैलता देख प्रशासन ने शहर के तीन नए थाना क्षेत्रों आदर्श नगर, घाटगेट और लालकोठी के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है.
सीएम गहलोत ने युद्ध स्तर पर काम करने के दिए निर्देश
राजधानी जयपुर में तेजी बढ रहे मामलों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने आवास पर उच्चाधिकारियों की वीडियों कांफ्रेसिंग के जरिए बैठक ली. सीएम गहलोत ने इस बैठक में स्वास्थ्य तथा प्रशासनिक अधिकारियों को जयपुर के रामगंज क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर काम करने के निर्देश दिए. सीएम गहलोत ने कहा कि रामगंज क्षेत्र में संक्रमण की स्थिति नाजुक है और वायरस की कम्युनिटी स्प्रेडिंग को रोकने के लिए मास्टर प्लान लागू करने की आवश्यकता है. सीएम गहलोत ने जयपुर, जोधपुर, चुरू, टोंक और झुन्झुनूं आदि जिलों में संक्रमित व्यक्तियों की तेजी से बढ रही संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इन जिलों में संक्रमण की रोकथाम के लिए सैम्पल कलेक्शन और टेस्टिंग की गति बढ़ाने की जरूरत है.
स्वास्थ्य तथा प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जयपुर के रामगंज क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर काम करें। क्षेत्र में संक्रमण की स्थिति नाजुक है, वायरस के कम्युनिटी स्प्रेडिंग को रोकने के लिए मास्टर प्लानिंग लागू करने की आवश्यकता है।
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मौके पर हो रेन्डम टेस्ट के लिए सैम्पल की सुविधा
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि जयपुर में भीलवाड़ा की तर्ज पर बड़ी संख्या में संदिग्ध लोगों को आइसोलेट करना होगा. इसके लिए तयशुदा प्रोटोकॉल के अनुसार शहर में स्थित विभिन्न शिक्षा संस्थानों आदि की चिन्हित होस्टल सुविधाओं का उपयोग करें. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि रामगंज में घर-घर सर्वे और पीसीआर टेस्टिंग सहित जांच की सुविधाएं बढ़ाई जाएं ताकि मौके पर ही रेन्डम टेस्ट के लिए सैम्पल लिये जा सकें.
इसके लिए तयशुदा प्राटोकोल के अनुसार शहर में स्थित विभिन्न शिक्षा संस्थानों आदि की चिन्हित होस्टल सुविधाओं का उपयोग करें। रामगंज में घर-घर सर्वे और पीसीआर टेस्टिंग सहित जांच की सुविधाएं बढ़ाई जाएं, ताकि मौके पर ही रेन्डम टेस्ट के लिए सैम्पल लिये जा सकें। #राजस्थान_सतर्क_है
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स्वास्थ्य कर्मियों की कार्यस्थल तक आवाजाही को भी न्यूनतम करें
सीएम गहलोत ने निर्देश देते हुए कहा कि जयपुर के जिन क्षेत्रों में कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं वहां लोगों की आवाजाही को तुरन्त और अधिक सख्ती से रोकने की आवश्यकता है. शहर के दूसरे हिस्सों में भी केवल अतिआवश्यक सेवाओं से जुड़े व्यक्ति ही अपने घरों से बाहर निकलें. सीएम गहलोत ने इसके साथ ही शहर में स्वास्थ्य कर्मियों की अपने घर से कार्यस्थल तक आवाजाही को भी नियंत्रित कर न्यूनतम करने का सुझाव देते हुए कहा कि हर व्यक्ति घर से बाहर निकलने पर एहतियात के तौर पर मुंह एवं नाक को हमेशा कपड़े अथवा मास्क से ढक कर रखें.
जयपुर के जिन क्षेत्रों में #Corona के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं वहां लोगों की आवाजाही को तुरन्त और अधिक सख्ती से रोकने की आवश्यकता है। शहर के दूसरे हिस्सों में भी केवल अतिआवश्यक सेवाओं से जुड़े व्यक्ति ही अपने घरे से बाहर निकलें। #राजस्थान_सतर्क_है #COVID19
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धर्मगुरू लाउडस्पीकर, पर्चे, वीडियो संदेश आदि जारी कर प्रेरित करें
आगे मुख्यमंत्री गहलोत ने सुझाव देते हुए कहा कि राजस्थान में संक्रमण फैलने की तेज गति सभी के लिए एक चुनौती है. इसके लिए हमें सामूहिक रूप से ऐसे प्रयास करने हैं कि लोगों के जीवन पर आ रहे खतरे को जल्द से जल्द टाला जा सके. इसके लिए आमजन को स्वास्थ्य कर्मियों एवं प्रशासन को सहयोग करना होगा. मानवता की रक्षा के लिए धर्मगुरूओं, मौलवियों, जनप्रतिनिधियों और समुदाय के वरिष्ठ लोगों का कर्तव्य है कि वे लाउडस्पीकर, पर्चे, वीडियो संदेश आदि जारी कर आम लोगों को स्वास्थ्य कर्मियों का सहयोग करने और उन्हें स्वास्थ्य एवं यात्रा संबंधी सही जानकारी देने के लिए प्रेरित करें.
राजस्थान में संक्रमण फैलने की तेज गति सभी के लिए एक चुनौती है। हमें सामूहिक रूप से ऐसे प्रयास करने हैं कि लोगों के जीवन पर आसन्न खतरे को जल्द से जल्द टाला जा सके। इसके लिए आमजन को स्वास्थ्य कर्मियों एवं प्रशासन का सहयोग करना होगा। मानवता की रक्षा के लिए धर्मगुरूओं, मौलवियों,
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जीवन बचाने के लिए 15 दिन का आइसोलेशन आवश्यक
सीएम गहलोत ने बताया कि आमजन को इस वायरस के संक्रमण के बारे में शिक्षित करने के दौरान हमें लोगों को यह बताना होगा कि धार्मिक अनुष्ठान, पूजा या नमाज के लिए भी इक्ठ्ठा नहीं हाें और सामाजिक दूरी के अनुशासन का पालन करें. सीएम गहलोत ने इसके साथ ही कहा कि क्वारंटाइन में जाने वाले संदिग्ध व्यक्तियों को यह समझाना होगा कि जीवन बचाने के लिए 15 दिन का आइसोलेशन आवश्यक है. इस संकट के समय में सभी समाज के लोग एक-दूसरे का सहयोग करें और साथ मिलकर इस बीमारी से लड़ें.
क्वारंटाइन में जाने वाले संदिग्ध व्यक्तियों को यह समझाना होगा कि जीवन बचाने के लिए 15 दिन का आइसोलेशन आवश्यक है। इस संकट के समय में सभी समाज के लोग एक-दूसरे का सहयोग करें और साथ मिलकर लड़ें। #राजस्थान_सतर्क_है #COVID19
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बता दें, राजस्थान के 22 जिलों में अब तक कोरोना वायरस का संक्रमण फैल चुका है. अब तक जयपुर में सर्वाधिक 100, भीलवाडा में 27, झुंझुनू में 23, जोधपुर में 21, टोंक में 20, बीकानेर में 11, चुरू और कोटा में 10-10, दौसा में 6, अजमेर, भरतपुर, डूंगरपुर और अलवर में 5-5, उदयपुर में 4, प्रतापगढ, पाली और बांसवाडा में दो दो, सीकर, धौलपुर, नागौर, जैसलमेर और करौली में एक एक कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया है. वहीं प्रदेश में इरान से रेस्क्यू कर लाये गये भारतीयों में से 36 पॉजिटिव है. इसके साथ ही इटली के 2, इन सभी को मिलाकर अब प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 301 हो गई है. वहीं 6 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की प्रदेश में अब तक मौत हो चुकी है.