पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में कोरोना संक्रमित संदिग्ध मरीजों की पहचान के बाद से सड़क से लेकर सदन तक हर जगह कोई चर्चा है तो वो है कोरोना वायरस. इसी के चलते कोरोना के कहर से निपटने के इंतजामों की समीक्षा हेतु बुधवार शाम 4.30 बजे मुख्यमंत्री निवास पर एक विशेष बैठक बुलाई गई. बैठक के बाद अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह सजग एवं चौकस है. आमजन को इसको लेकर भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है, इसकी रोकथाम में सरकार किसी प्रकार की कमी नहीं आने देगी.
कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह सजग एवं चौकस है। आमजन को इसको लेकर भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है इसकी रोकथाम में सरकार किसी प्रकार की कमी नहीं आने देगी।
आज यहाँ निवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में #CoronaVirus से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा की। pic.twitter.com/JycEI7LVZN— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 4, 2020
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इटली से आए विदेशी पर्यटकों के जिस समूह के दो सदस्यों के इस रोग से पीड़ित होने की बात सामने आई है. ये पर्यटक प्रदेश में जिन जिलों में गए हों वहां के कलक्टरों को एडवाइजरी जारी की जाए. साथ ही जिन होटलों में ये ठहरें हों उनके साथ सम्पर्क में आने वाले होटल स्टॉफ एवं अन्य लोगों की भी स्क्रीनिंग कराई जाए. किसी भी व्यक्ति में इस रोग के लक्षण पाए जाते हैं तो स्क्रीनिंग के साथ ही उसे सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं.
मुख्यमंत्री गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस संबंध में केन्द्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जाए. इस वायरस के लक्षण जिन व्यक्तियों में पाए जाएं उन्हें अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसे व्यक्ति आमजन के सम्पर्क में न आने पाएं. मुख्य सचिव एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि वे जिला कलक्टरों तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ निरंतर वीडियो कांफ्रेंस कर इस पर मॉनिटरिंग करें. साथ ही सभी जिला अस्पतालों में पर्याप्त आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए जाएं.
सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों से भी अपील की है कि वे बिना भय अथवा चिंता के आवश्यक सावधानियों का पालन करें और भीड़भाड़ में जाने से बचें. इसके साथ ही किसी भी प्रकार का कोई लक्षण पाए जाने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लें.
मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस समीक्षा बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री वैभव गालरिया, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राजाबाबू पवार, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी, एनएचएम निदेशक श्री नरेश ठकराल, स्टेट हैल्थ एश्यारेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती शुचि त्यागी, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त श्री महेन्द्र सोनी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.