वि.स.चुनाव से पहले बिहार में पीएम मोदी की सौगातों की बहार, कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन

बिहार से लॉन्च की प्रधानमंत्री मतस्य संपदा योजना, 20 हजार करोड़ से अधिक की योजना से 55 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार का अवसर, योजना पशु पालकों के लिए ई-गोपाला ऐप को भी किया लॉन्च

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Politalks.News/Bihar. बिहार में आगामी महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को कई सौगातें दीं. बिहार में कई सौगाते देते हुए पीएम मोदी ने ‘प्रधानमंत्री मतस्य संपदा योजना’ को लॉन्च किया. इसके साथ ही प्रदेश के जिलों में कई अन्य योजनाओं का शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने यहां वर्चुअल माध्यम से ‘ई-गोपाला ऐप’ को भी लॉन्च किया. इस ऐप के माध्यम से पशुपालकों को उन्नत पशुधन को चुनने में आसानी होगी और बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी, साथ ही पशुपालकों को उत्पादकता से लेकर उसके स्वास्थ्य और आहार से जुड़ी तमाम जानकारियां मिलेंगी.

इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री प्रताप चंद्र सारंगी और डॉ.संजीव कुमार बालियान, बिहार के पशु मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ.प्रेम कुमार के साथ अन्य नेता मौजूद रहे.

पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का उद्घाटन किया जिसमें मत्स्य पालन क्षेत्र में 20,050 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. इससे 70 लाख टन अतिरिक्त मछली उत्पादन होगा और 55 लाख रोजगार के अवसर प्राप्त होंगी. योजना से मत्स्य किसानों और मछुआरों की आय में वृद्धि होगी. पीएम मोदी ने कहा कि योजना के जरिए मत्स्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ाकर एक लाख करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा गया है.

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बिहार में मात्स्यिकी विकास के तहत ब्रूड बैंक की स्थापना, रोग निदान और गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशालाएं, मत्स्य प्रजनन केंद्र, तालाबों का निर्माण और मत्स्य सेवा केंद्र आदि को शामिल किया गया है. पीएम मोदी ने पूर्णिया, पटना और बेगूसराय में पशुपालन से जुड़े अहम प्रोजेक्ट भी लॉन्च किए जिनमें सीतागढ़ी में फिश ब्रूड बैंक, किशनगंज में लैबोरेट्री, मधेपुरा में फिश फीड मिल का उदघाटन और पटना में फिश आॅन व्हील्स की दो इकाईयों का शुभारंभ शामिल हैं.

कार्यक्रम में संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने भोजपुरी भाषा में कहा, ‘हमारी कोशिश है कि मछली पालन, डेयरी से जुड़े काम के जरिए किसानों की आय को दोगुना किया जाए. मछली पालन की योजना में 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक रुपये खर्च किए जाएंगे. व्यापक योजना बनाई गई है, जिसके जरिए समुद्र से लेकर तालाब तक मछली पालन पर जोर दिया जा रहा है.’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार की ओर से गंगा नदी को साफ किया जा रहा है, क्योंकि मछली पालन साफ पानी से ही होता है. पीएम ने प्रदेश के मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार में गांव-गांव पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है, साथ ही हाल ही में लॉन्च की गई डॉलफिन योजना से भी फायदा मिलेगा. पीएम मोदी ने आगे कहा कि बिहार के पूसा (समस्तीपुर) स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय कृषि के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है. यहां इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार से न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश को लाभ होगा.

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पीएम मोदी ने इस दौरान बिहार के लोगों से बात की और योजना के लाभार्थियों से चर्चा की. इस दौरान पूर्णिया की महिला ने पीएम को कहा कि उन्होंने शराबबंदी होने के बाद पशुओं का पालन करने का काम किया. पीएम मोदी ने आत्मनिर्भरता में महिलाओं को आगे बढ़ावा मिलने के लिए सरकार की कोशिशों का भी जिक्र किया. पीएम ने बिहार के बरौनी के रहने वाले ब्रजेश कुमार से पीएम मोदी ने बात की, जिन्होंने CBSE में नौकरी छोड़कर पशुपालन का काम किया. पीएम मोदी ने कहा कि आपने कुछ मिनट की बात की और मुझे इम्प्रेस कर दिया. सरकार की ओर से आपको गुजरात भेजने की व्यवस्था करेंगे ताकि आप कुछ नया सीख सकें.

कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्णिया में सीमेंट फैक्ट्री की शुरुआत हो रही है, जिसकी नींव 2018 में की गई थी. ये आज कम समय में तैयार हो गया है. सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में 89 फीसदी आबादी गांव में रहती है, जिसमें से अधिकतर लोग कृषि पर निर्भर हैं. ऐसे में ये योजनाएं उन्हें संबल के साथ बल भी देगी.

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