Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश की सियासत में मचा बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है, बल्कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट कैम्प के बीच की सियासी तकरार अब खुलकर सामने आ गई है. प्रदेश में जारी सियासी बयानबाजी के बीच अभी तक पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी सुभाष गर्ग पर पिछले काफी समय से आरोप लगा रहे थे लेकिन गर्ग चुप थे. लेकिन गहलोत सरकार में आरएलडी कोटे से मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने नाम लिए बिना सचिन पायलट कैंप पर जोरदार निशाना साधा है. सुभाष गर्ग ने इशारों में ही पायलट खेमे पर दल बदल की कोशिशों तक का आरोप लगाते हुए रविवार देर रात ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘ये मौसम ही है ऐसा, आतुर हैं परिंदे ,घोंसले बदलने के लिए.’ यही नहीं पायलट खेमे पर किए गए इस कटाक्ष को भरतपुर जिले के ही एक और मंत्री भजनलाल जाटव सहित कई कांग्रेस नेताओं ने लाइक किया है.
हालांकि मंत्री सुभाष गर्ग से जब इस ट्वीट के सियासी मायनों के बारे में पूछा गया तो गर्ग ने मीडिया से कहा कि, ‘मेरे यहां लॉन अच्छा है, आज मैं लॉन में बैठा था तो बहुत से परिंदे आ गए. गर्मी और बारिश के बीच का यह मौसम ऐसा होता है कि इसमें परिंदे कुछ अलग मिजाज में रहते हैं. मैंने उन परिंदों के के मिजाज को देखकर ही ट्वीट किया है, बाकी आप मतलब निकालने के लिए स्वतंत्र हैं.’ अब मंत्री जी से यह कौन पूछे कि देर रात कौनसे परिंदे मंत्री जी के लॉन में आ गए.
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चाहे कुछ हो लेकिन रविवार देर रात अचानक सुभाष गर्ग का यूं ट्वीट कर बिना नाम लिए पायलट खेमे पर चुप्पी तोड़ते हुए निशाना साधना भी चौंकाने वाला है. सियासी जानकारों के मुताबिक यह भी संभव है कि उन्हें जवाब देने के लिए ऊपर से इशारा हुआ हो और फिर गर्ग ने इशारों में पायलट खेमे पर कटाक्ष किया हो. हालांकि, कुछ लोग सुभाष गर्ग के इस ट्वीट को पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के आरोपों का जवाब माना जा रहा है.
आपको बता दें, पायलट गुट के चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने सुभाष गर्ग का नाम लेकर आरोप लगाया था कि पहली बार के विधायक होने के बाद भी मंत्री बनाए गए सुभाष गर्ग सरकार की नौ कमेटियों में हैं जबकि टीकाराम जूली और भजनलाल जाटव जैसे मंत्री बाहर हैं.सोलंकी ने गर्ग पर यह आराेप भी लगाया था कि इस सरकार में एससी, एसटी समुदाय के खिलाफ जितने फैसले हुए हैं, उनमें सुभाष गर्ग मिले हुए हैं. चाहे अंबेडकर पीठ का मामला हो या एससी-एसटी के बैकलॉग का मामला हो, मुख्यमंत्री से गलत फैसले करवाने में मंत्री गर्ग का ही हाथ रहा है.
मंत्री सुभाष गर्ग के इस सियासी गुट में ऊपर का इशारा इस बात से भी समझ आता है कि सचिन पायलट खेमे पर कटाक्ष वाले इस सियासी ट्वीट को भरतपुर जिले के वैर से विधायक और गृह रक्षा राज्य मंत्री भजनलाज जाटव सहित कांग्रेस के कई नेताओं और विधायकों ने लाइक किया है. आपको बता दें, भजन लाल जाटव पहले पायलट खेमे में ही थे लेकिन बाद में पाला बदल लिया. हालाँकिबभजनलाल जाटव को किसी कमेटी में नहीं लेने पर पायलट समर्थक वेद प्रकाश सोलंकी ने सवाल भी उठाए थे.
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आपको बता दें, डॉ. सुभाष गर्ग राष्ट्रीय लोकदल के भरतपुर से विधायक हैं. सुभाष गर्ग को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का करीबी माना जाता है और यही कारण है कि गर्ग पहली बार विधायक बने हैं और पहली बार में ही गहलोत सरकार में मंत्री बन गये. राष्ट्रीय लोकदल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सहयोगी दल रहा है. गर्ग लोकदल के एक मात्र विधायक हैं. माना जाता है कि सहयोगी पार्टी होने के नाते ही गर्ग को मंत्रिमंडल में जगह मिली है. गर्ग पूर्व में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रहे हैं. डॉ. गर्ग तकनीकी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा और चिकित्सा और स्वास्थ्य राज्य मंत्री हैं.