चिराग की पार्टी में छाया अंधेरा, चाचा ने बाकी सांसदों के साथ मिलकर की बगावत, ओम बिरला को लिखा पत्र: पशुपति पारस पासवान होंगे लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, एलजेपी के पांचों बागी सांसदों ने मिलकर चिराग पासवान को पार्टी के संसदीय दल के नेता पद से भी हटा दिया, चिराग को छोड़ सभी सांसदों ने पशुपति कुमार पारस को मान लिया है अपना नेता, पशुपति कुमार पारस को प्रिंस पासवान, वीणा सिंह, चंदन कुमार और महबूब अली कैसर ने माना है अपना नेता, जबकि एलजेपी के इकलौते विधायक राजकुमार सिंह पहले ही हो चुके हैं जेडीयू में शामिल, बागी सांसदों ने चिराग को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष मानने से कर दिया है इनकार, आज शाम तीन बजे पशुपति पारस प्रेस कांफ्रेंस कर इस बारे में साफ करेंगे पूरी, बताया जा रहा है कि अलग गुट बनाकर ये सांसद जा सकते हैं जेडीयू के पाले में, रामविलास पासवान के भाई और चिराग के चाचा पशुपति पारस देर रात दिल्ली में मिले हैं जेडीयू सांसद ललन सिंह से, चिराग पासवान से नाराज इन सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखी है एक चिट्ठी भी, चिट्ठी में इन सांसदों ने की है अपने गुट को अलग मान्यता देने की मांग, इन सांसदों ने चिराग के चाचा पशुपति पारस को ही बनाया है अपना नेता, ऐसे स्व.रामविलास पासवान की पार्टी उनके निधन के सालभर के भीतर ही गई टूट, वहीं चिराग पासवान अब रह गए हैं अकेले, लोक जनशक्ति पार्टी की इस बड़ी फूट के बाद पशुपति पारस के अगले कदम को लेकर हो गया है अटकलों का बाजार गर्म, इस घटनाक्रम से बिहार की राजनीति में मची हुई है जबदस्त हलचल