Politalks.News/UttarPradesh. अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन में भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद यूपी की सियासत एक बार फिर गरमा गई है. 2 करोड़ की जमीन को 18 करोड़ में खरीदने के भ्रष्टाचार के आरोप पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, ‘हम 100 साल से आरोप झेलते रहे हैं, महात्मा गांधी की हत्या के आरोप भी हम पर लगे हैं. हम आरोपों की चिंता नहीं करते और इसकी चिंता मीडिया भी ना करें, मीडिया अपना काम करें, हम अपना काम करेंगे.’ चंपत राय ने कहा कि हम आरोप की स्टडी करेंगे, इससे ज्यादा हमें कुछ नहीं कहना है.
दरअसल, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय पवन ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन खरीद में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. पांडेय ने कहा कि दो करोड़ रुपये में बैनामा करा ली गई भूमि का 10 मिनट के अंदर 18.50 करोड़ रुपये में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर दिया गया. यह भूमि सदर तहसील क्षेत्र के बाग बिजैसी में स्थित है, जिसका क्षेत्रफल 12 हजार 80 वर्ग मीटर है. पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंदिर के नाम पर किए गए भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
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पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय पवन ने कहा कि यह भूमि रवि मोहन तिवारी नाम के एक साधु व सुल्तान अंसारी ने बैनामा ली थी. ठीक 10 मिनट बाद इसी भूमि का ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के नाम 18.50 करोड़ में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर दिया जाता है. बैनामा व रजिस्टर्ड एग्रीमेंट 18 मार्च, 2021 को किया गया. आरोप है कि बैनामा व रजिस्टर्ड एग्रीमेंट में ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र और नगर निगम के महापौर रिषिकेश उपाध्याय गवाह हैं. यही नहीं, पांडेय ने आरटीजीएस की गई 17 करोड़ रुपये धनराशि की जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि, ‘यह धनराशि कहां-कहां गई इसका पता लगाया जाए और भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
राम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर करोड़ों रुपए चंपत राय जी ने चंपत कर दिए- संजय सिंह
इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने भी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए. रविवार को प्रेस कॉन्फैंस के माध्यम से संजय सिंह ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी. इसी के साथ संजय सिंह इस पूरे मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच कराने की मांग की है.
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इसी के साथ आगे आप सांसद संजय सिंह ने चंपत राय पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, “कोई यह कल्पना भी नहीं कर सकता कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के नाम पर कोई घोटाला और भ्रष्टाचार करने की हिम्मत करेगा लेकिन जो कागजात मैं आपके सामने दिखाने जा रहा हूं वे चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे हैं कि राम जन्मभूमि ट्रस्ट के नाम पर करोड़ों रुपए चंपत राय जी ने चंपत कर दिए.”
आचार्य सत्येंद्र दास और महंत राजू दास ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले में रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास और हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने अपना विरोध दर्ज कराया है. आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ऊपर लगे आरोप निराधार है या संभव नहीं है. यह राम भक्तों के द्वारा दान किए गए पैसे का अपमान है. अगर आरोप निराधार निकलते हैं तो आरोप लगाने वाले लोगों पर मुकदमा किया जाना चाहिए.
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हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर इस मामले में आरोप गलत निकले तो ₹50 करोड़ के मानहानि का दावा उन पर करेंगे. रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट किसी तरीके का घोटाला करेगा यह संभव ही नहीं है. इसकी जांच होने पर ही पता लगेगा लेकिन जो लोग गलत आरोप लगा रहे हैं. पहले जांच होना चाहिए क्या यह बात सही है. अगर सही है तो फिर उस पर कार्रवाई हो, लेकिन अगर गलत है तो यह रामलला का अपमान है.