पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान में सचिन पायलट को बतौर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष का पदभार संभाले मंगलवार को छह साल पूरे हो गये है. कांग्रेस के 71 साल के इतिहास में यह खिताब पाने वाले पहले व्यक्ति हैं सचिन पायलट. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर उपमुख्यमंत्री व पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि आज मुझे प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बने 6 साल हो गए हैं. इस 6 साल के सफर में राजस्थान की जनता का जो सहयोग और आशीर्वाद मुझे मिला है मै इसे अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी मानता हूं. मेरे 20 साल के राजनीतिक जीवन में पिछले 6 साल सबसे दिलचस्प रहे.
जिन लोगों ने पार्टी को ताकत देने के लिए संघर्ष किया, उन लोगों के मान सम्मान के लिए मैं हमेशा बोलता रहा हूं और बोलता रहूंगा
पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने बताया कि जिस समय मुझे प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी उस समय कांग्रेस पार्टी के विधायकों की संख्या 200 में से 21 थी. जब सोनिया गांधी व राहुल गांधी जी ने मुझे अध्यक्ष बनाकर भेजा था तब मोदी जी प्रधानमंत्री बने थे और वसुंधरा जी प्रदेश में मुख्यमंत्री बनी थी. उस समय लोग कहा करते थे कि लंबे अरसे तक कांग्रेस का उदय राजस्थान में नहीं होगा लेकिन जनता का और पार्टी कार्यकर्ताओं का प्रेम रहा उन्होंने पार्टी को जीवित करने का काम किया. पिछले 6 सालों में अनेक छोटे-बड़े चुनाव हुए इसमे मैं सबसे बड़ी उपलब्धि मानता हूं कि पार्टी को विस्तारित करने का मुझे मौका मिला. यह मेरे लिए सबसे बड़ा वरदान और जनता का आशीर्वाद था.
आगे पायलट ने कहा कि इन 6 सालों में पार्टी को ताकत देने के लिए बहुत लंबा संघर्ष मेरे साथ अनेक लोगों ने किया. इतिहास गवाह रहेगा कि किस तरह 21 से 5 गुना ज्यादा 100 पार सीटें लाने में चुनौती का सामना करते हुए हम बड़ी हिम्मत और ताकत से सरकार बनाने में कामयाब हो पाए. अध्यक्ष होने के नाते मैं हर बार बोलता हूं कि जिन लोगों ने हमें इस लायक बनाया है उन लोगों के मान सम्मान के लिए मैं हमेशा बोलता रहा हूं और बोलता रहूंगा.
इसके साथ ही सचिन पायलट ने कहा कि आज हम सरकार में बैठ गए है लेकिन ऐसे लाखों लोग हैं जिन्होंने सिद्धांत को केंद्र बिंदु बनाकर लाठियां खायीं है. ऐसे लोगों का मान सम्मान बनाए रखने का काम मेरा है और मैं इसे बनाए रखूंगा. जब हम लोग विपक्ष में थे और जो मुद्दे व सिद्धांतों को लेकर हमने राजनीति की थी वह बदली नहीं है. जिन मुद्दों पर हम राजनीति करते हैं उनसे कोई समझौता हम करने वाले नहीं हैं. पिछले 1 साल से हम सत्ता में हैं जो वादे हमने जन घोषणा पत्र में किये थे उन सभी को हम पूरा करेंगे यह सत्ता और संगठन का प्रण है.
28 जनवरी को राहुल गांधी जयपुर में करेंगे सभा
इस दौरान राहुल गांधी के 28 जनवरी को एक दिवसीय जयपुर दौरे को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि देश में जिस तरह के हालात हैं उस पर एआईसीसी और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के निर्णय पर राहुल गांधी जयपुर आ रहे है. राहुल गांधी जी जयपुर के बाद देशभर में जाकर मौजूदा हालातों पर चर्चा करेंगे. आज जो हालात देश में हैं उसमें जनता के साथ खड़ा होना है इसके लिए एक विशाल जनसभा को राहुल गांधी जयपुर में संबोधित करेंगे. केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था चौपट हुई है उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहा है और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सीएए जैसे कानून पास किए जा रहे हैं. पायलट ने बताया कि सीएए का देशभर में विरोध हो रहा है, देश में पहली बार ऐसा कोई कानून आया है जिसको संसद ने पास किया हो और उसका देशभर में विरोध हो रहा हो.
पायलट ने कहा कि देश का युवा आज पीड़ित है परेशान है उन सभी नौजवानों को कांग्रेस से बहुत उम्मीद है, उन सभी के साथ खड़ा होने के लिए राहुल गांधी जयपुर आ रहे हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इसकी पूरी तैयारियां शुरू कर दी हैं. राहुल गांधी जी की जयपुर में होने वाली रैली बहुत महत्वपूर्ण होगी क्योंकि इस मीटिंग के बाद केंद्र सरकार का बजट आएगा. केंद्र सरकार ने मूल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए सब कुछ किया है लेकिन आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. इसके लिए 28 तारीख की रैली देश में एक संदेश देगी. ये रैली केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए कारगर साबित होगी.
सरपंच के साथ हो सकते थे जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव
पंचायत चुनावों को लेकर सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि प्रदेश में पंचायत के चुनाव हो रहे हैं और चुनाव समय पर हो ऐसा हम सब चाहते हैं. निर्वाचन आयोग एक संवैधानिक संस्था जिसका सभी सम्मान करते हैं. लेकिन मेरा मानना है कि जब वो मतदाता सूची और वो ही मतपेटियां हैं तो सरपंच के साथ-साथ हम प्रधान-प्रमुख का चुनाव भी करा सकते थे. निर्वाचन आयोग का काम समय पर चुनाव करवाना है. प्रदेश में झुंझुनूं और नागौर उपचुनाव की आचार संहिता के चलते परिसीमन के कार्य में देरी हुई. हाइकोर्ट के निर्णय के बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्टे लगाया है इस पर प्रदेश में निर्वाचन आयोग को समय पर चुनाव करवाने चाहिए. पायलट ने कहा मैंने पहली बार देखा है जब जिला परिषद, पंचायत समिति और सरपंचों के चुनाव अलग-अलग हो रहें है. मैंने निर्वाचन आयोग को भी पत्र लिखा था.
सत्ता और संगठन के बीच तालमेल बनाएगी समन्वय समिति
कांग्रेस शासित राज्यों में सत्ता और संगठन के बीच बेहतर तालमेल के लिए बनाई गई समन्वय समिति को लेकर पायलट ने कहा कि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने राजस्थान ही नहीं बल्कि कांग्रेस शासित तमाम राज्यों में कमेटियां बनाई हैं. यह कमेटी सत्ता और संगठन के बीच तालमेल बनाएगी, जिससे राज्य में जनता के काम और बेहतर तरीके से हो सकेंगे.