बंगाल चुनाव से पहले टीएमसी में भगदड़, राजीव ने छोड़ा मंत्रीमंडल तो वैशाली को खुद पार्टी ने निकाला

शुक्रवार को जहां पहले टीएमसी के वरिष्ठ नेता राजीव बनर्जी ने वन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया तो वहीं इसके कुछ घण्टे बाद ही विधायक वैशाली डालमिया को पार्टी ने निकाल दिया, ऐसे में बीजेपी के उस दावे को बल मिल रहा है की चुनाव से पहले 40 टीएमसी विधायक हो जाएंगे भाजपाई

बंगाल चुनाव से पहले टीएमसी में भगदड़
बंगाल चुनाव से पहले टीएमसी में भगदड़

Politalks.News/WestBengalElection. पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की सबसे मजबूत माने जाने वाली तृणमूल कांग्रेस अब बिखरती सी नजर आ रही है. एक-एक कर पार्टी का साथ छोड़कर जा रहे नेताओं से बीजेपी के उस दावे को पूरा बल मिल रहा है की चुनाव से पहले 40 से ज्यादा विधायक टीएमसी छोड़ देंगे. शुक्रवार को जहां पहले टीएमसी के वरिष्ठ नेता राजीव बनर्जी ने वन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया तो वहीं इसके कुछ घण्टे बाद ही विधायक वैशाली डालमिया को पार्टी ने निकाल दिया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस ने यह फैसला अनुशासनात्मक समिति की बैठक के बाद लिया. आपको बता दें वैशाली डालमिया बीसीसीआई की पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया की बेटी है.

गौरतलब है कि, बेल्ली से विधायक वैशाली डालमिया टीएमसी नेतृत्व के एक वर्ग के खिलाफ सार्वजनिक रूप से अपनी बात रख चुकी हैं. साथ ही डालमिया ने दावा किया था कि पार्टी में ईमानदार लोगों के लिए कोई जगह नहीं है. टीएमसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि शुक्रवार को उसकी अनुशासन समिति की बैठक हुई, जिसमें वैशाली डालमिया को पार्टी से निष्कासित करने का फैसला लिया गया. आपको बता दें, इससे कुछ ही घंटे पहले टीएमसी के ही वरिष्ठ नेता राजीव बनर्जी ने ममता बनर्जी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. वहीं वैशाली डालमिया ने राजीव बनर्जी के इस्तीफे के लिए भी पार्टी नेतृत्व की आलोचना की.

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तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और दोमजूर से विधायक राजीव बनर्जी ने ममता बनर्जी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने की वजह बताते हुए कहा कि पार्टी नेताओं के एक धड़े के खिलाफ आवाज उठाने पर उनके खिलाफ हो रहे व्यक्तिगत हमलों से बेहद आहत हो कर उन्होंने राज्य के वन मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है. हालांकि आने वाले दिनों में पार्टी छोड़ने की योजना के बारे में पूछे जाने पर राजीव बनर्जी ने कोई जवाब नहीं दिया. बता दें, राजीव बनर्जी ने आज अचानक राजभवन पहुंचकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की.

राजभवन से निकलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में राजीव बनर्जी ने कहा कि, पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से मुझे कुछ शिकायतें थीं और मैंने पार्टी नेतृत्व को उस बारे में बता दिया था. पार्टी प्रमुख के साथ मेरी बात भी हुई थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ, बल्कि नेताओं के एक धड़े ने मुझ पर व्यक्तिगत हमले किए. बनर्जी ने कहा कि जब उन्हें बिना नोटिस के सिंचाई मंत्री के पद से हटाया गया था तब भी उन्होंने मंत्रिमंडल छोड़ने का फैसला किया था, लेकिन तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुझे ऐसा करने से रोक दिया था. राजीव बनर्जी ने मुख्यमंत्री का शुक्रिया अदा किया और कहा कि ‘राज्य की जनता की सेवा करने का मौका देने के लिए वह सदैव उनके ऋणी रहेंगे.

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40 से अधिक टीएमसी विधायक पाला बदलने को तैयार: बीजेपी

आपको बता दें, हाल ही में बीजेपी ने दावा किया है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक उसके संपर्क में है, लेकिन वह किसी जल्दबाजी में नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 23 जनवरी व गृह मंत्री अमित शाह के 30 जनवरी के दौरों से भाजपा के मिशन को और मजबूती मिलने की उम्मीद है. हालांकि, दावा करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने नामों का खुलासा नहीं किया है. पार्टी सूत्रों की मानें तो बीजेपी इस मामले में कोई जल्दबाजी नहीं करेगी, बल्कि धीरे-धीरे तृणमूल को झटका देगी. पार्टी में लगभग एक दर्जन नेता शामिल हो सकते हैं, लेकिन उनको एक-दो कर लिया जाएगा. इसके पीछे मकसद चुनाव तक विरोधी खेमे में भगदड़ की स्थिति बनाए रखना है.

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