किसान की खुदकुशी पर भड़की प्रियंका, कहा- फर्जी कर्जमाफी का ढोल पीट रही योगी सरकार

ट्वीट करते हुए बीजेपी सरकार पर साधा निशाना, एनओसी न जमा कराने और बैंक के दवाब आने में आकर किसान ने किया सुसाइड, नोट में बैंकों के रवैये को बताया था मौत का जिम्मेदार, 5 पर मामला दर्ज

Priyanka Gandhi
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पॉलिटॉक्स न्यूज/यूपी. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने किसान कर्जमाफी को लेकर एक बार फिर योगी सरकार पर निशाना साधा है. यूपी के एक किसान द्वारा खुदकुशी किए जाने पर भड़कते हुए प्रियंका ने बीजेपी को झूठा बताते हुए किसानों को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदेश की बीजेपी सरकार अपनी तीन सालों की उपलब्धियों में झूठी कर्ज माफी का ढोल पीट रही है, लेकिन छोटे-छोटे लोन के लिए किसानों को प्रताड़ित किया जा रहा है. बता दें, सहारनपुर के छुटमलपुर कस्बे में रहने वाले किसान वेदपाल ने कर्ज से तंग आकर बैंक के सामने ही आत्महत्या कर ली थी.

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अपने ट्वीटर हैंडल से एक ट्वीट करते हुए प्रियंका ने लिखा, ‘सहारनपुर के इस किसान पर मात्र एक लाख चालीस हजार रुपए का लोन था, लेकिन बैंक ने इस किसान को इतना प्रताड़ित किया कि उन्होंने बैंक के सामने ही आत्महत्या कर ली. यूपी में हर जगह यही हाल है. छोटे-छोटे लोनों के लिए किसानों को प्रताड़ित किया जा रहा है.’

प्रियंका गांधी ने लिखा, ‘बीजेपी सरकार अपनी तीन सालों की उपलब्धियों में झूठी कर्ज माफी का ढोल पीट रही है. इस परिवार के लिए क्या जवाब है उनके पास?’

गौरतलब है कि यूपी के सहारनपुर निवासी किसान वेदपाल (56) ने यूनियन बैंक आफ इंडिया से किसी दलाल के माध्यम से लोन लिया था लेकिन लोन देते समय बैंक द्वारा वेदपाल से पूर्व में दूसरे बैंक से लिए गए लोन का नो-ड्यूज सर्टिफिकेट जमा नहीं कराया. बाद में बैंक द्वारा पिछले बैंक के नो-ड्यूज सर्टिफिकेट की मांग की गयी. पंजाब नेशनल बैंक को पूरा पैसा जमा कराने के बाद भी नो-ड्यूज सर्टिफिकेट न मिलने और बैंक द्वारा लगातार लोन का पैसा वापस जमा करने के दबाब से परेशान आकर आखिरकर किसान ने बैंक के सामने पेड़ से लटक कर अपनी जान दे दी.

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वहीं मृतक के परिजनों ने दलाल और बैंक मैनेजर पर किसान को ऋण देने के ऐवज में मोटी रकम लिए जाने का आरोप लगाया है. साथ ही बैंक कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की है. किसान की पत्नी के बयानों के आधार पर दोनों बैंक शाखाओं के मैनेजर समेत तीन अन्य सहित कुल पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बताते चले कि मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें किसान वेदपाल ने अपनी मौत के लिए दोनों बैंकों के रवैये को जिम्मेदार ठहराया था.

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