Politalks.News/MP-Rajasthan. मध्यप्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट सहित तीन विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को होने जा रहे उपचुनाव अब दिलचस्प होते जा रहे हैं. जहां एक ओर बीजेपी ने कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिरला को बीजेपी में शामिल कर लिया तो वहीं अब गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र की खंडवा लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस ने सचिन पायलट को उतारा है. कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट कल यानी 27 अक्टूबर को खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पुरनी के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे. पायलट खंडवा लोकसभा क्षेत्र में जनसभा के साथ रोड शो भी करेंगे. सचिन पायलट मांधाता के मूंदी, पंधाना के छैगांवमाखन और बड़वाह विधानसभा के जनसभा को संबोधित करेंगे.
दरअसल, खंडवा लोकसभा सीट की तीन विधानसभा सीटें मांधाता, बड़वाह और पंधाना गुर्जर बाहुल्य हैं. जिसमें से पंधाना सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है. लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में गुर्जर बहुल मांधाता और बड़वाह विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. मांधाता में नारायण पटेल ने जीत हासिल की थी तो बड़वाह में सचिन बिरला जीते थे. खास बात यह है कि सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद नारायण पटेल भी बीजेपी में शामिल हो गए और बाद में उपचुनाव जीतकर बीजेपी से विधायक बने थे. जबकि अब दूसरे गुर्जर विधायक सचिन बिरला भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. यानि एक तरह से कांग्रेस ने दोनों गुर्जर बहुल सीटों पर अपना दबदबा बनाने के लिए सचिन पायलट को प्रचार के लिए उतारा है.
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ऐसे में सचिन पायलट कल खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पुरनी के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे. पायलट खंडवा लोकसभा क्षेत्र में जनसभा के साथ रोड शो भी करेंगे. सचिन पायलट पंधाना के छैगांवमाखन में 11 बजे, बड़वाह विधानसभा के सनावद में 12.30 बजे और मांधाता के मूंदी में दोपहर तीन बजे जनसभा को संबोधित करेंगे. आपको बता दें ये तीनों क्षेत्र ही गुर्जर-राजपूत समाज के गढ़ है. बड़वाह, मांधाता जैसी सामान्य सीट पर गुर्जर विधायक थे, जिन्होंने राजपूत प्रतिद्वंद्वी को हराया था. लेकिन मांधाता के विधायक पहले ही बीजेपी में शामिल हो गए तो सचिन पायलट के दौरे से पहले ही बीजेपी ने गुर्जर समाज से आने वाले सचिन बिरला को भी अपने पक्ष में शामिल करके एक बड़ा चुनावी संदेश देने की कोशिश की है.
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मध्यप्रदेश में पहले भी दिखा चुके हैं पायलट अपना जलवा
दरअसल, यह कोई पहला मौका नहीं है जब सचिन पायलट कांग्रेस के लिए प्रचार करने के लिए मध्यप्रदेश आ रहे हों, इससे पहले जब प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे. तब भी सचिन पायलट प्रचार के लिए मध्य प्रदेश पहुंचे थे. यह भी एक बड़ा संयोग है कि नवंबर 2015 में, कांग्रेस ने मालवा-निमाड़ में रतलाम लोकसभा चुनाव जीता था, जहां पायलट ने बड़े पैमाने पर कांग्रेस के लिए प्रचार किया था. रतलाम-झाबूआ लोकसभा सीट पर भी गुर्जर वोटर अहम थे, जिनकों साधने में सचिन पायलट ने अहम भूमिका निभाई थी. 2015 में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने जीत के बाद सचिन पायलट को एक धन्यवाद नोट भी भेजा था. इस बार भी चुनाव खंडवा सीट पर हो रहा है, जहां कांग्रेस 2015 की कहानी दोहराने की कोशिश में लगी है. शायद यही वजह है कि कांग्रेस ने इस बार भी सचिन पायलट को प्रचार के लिए उतारा है. लेकिन उससे पहले ही बीजेपी ने सचिन बिरला को पार्टी में शामिल कराकर कांग्रेस का गणित बिगाड़ने की कोशिश की है.