बात अब आवास की नहीं न्याय की है, वरिष्ठता में न01 होने के नाते मुझे आवंटित किया जाए बंगला- राजवी

पूर्व मुख्यमंत्री के बाद कैबिनेट मंत्री और कम से कम तीन बार विधायक की कैटेगिरी में वरिष्ठता के आधार पर मेरा प्रथम नंबर है, इसके बाद भी सरकार ने मेरे पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं करते हुए मेरे से कनिष्ठ विधायकों को उनके मनपसंद आवासों का आवंटन कर दिया- 14 न0 बंगले को लेकर नरपत सिंह राजवी ने लिखा सीपी जोशी को पत्र

14 न0 बंगले को लेकर नरपत सिंह राजवी ने लिखा सीपी जोशी को पत्र
14 न0 बंगले को लेकर नरपत सिंह राजवी ने लिखा सीपी जोशी को पत्र

Politalks.News/Rajasthan. पूर्व उपराष्ट्रपति के दामाद और पांच बार भाजपा के वरिष्ठ विधायक नरपत सिंह राजवी ने विधायक आवासों के आवंटन में भेदभाव का आरोप लगाते हुए राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी को पत्र लिखकर शिकायत की है. राजवी ने कहा कि वर्तमान विधानसभा में वरिष्ठता में नंबर एक होने के बाद भी उनसे कनिष्ठ विधायकों को उनके मनपसंद आवासों का आवंटन किया गया है. नरपत सिंह राजवी ने सीपी जोशी से मांग की है कि उनकी वरिष्ठता के आधार पर सिविल लाइंस में बंगला नं. 14 आवंटित किया जाए.

विधानसभाध्यक्ष सीपी जोशी को लिखे अपने खत में विधायक नरपत सिंह राजवी ने लिखा है कि, ’13 दिसंबर, 2019 को मैंने पत्र लिखकर मेरी वरिष्ठता के आधार पर राजकीय आवास आवंटित करने का आग्रह किया था. मगर मुझे खेद है कि इस पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.’ पत्र में कहा गया है कि 14, सिविल लाइन्स बंगला भैरोसिंह शेखावत को बतौर पूर्व मुख्यमंत्री आवंटित किया गया था. उनके निधन के बाद उपराष्ट्रपति पेंशन अधिनियम के तहत उनकी पत्नी सूरज कंवर को यह आवास आवंटित हुआ. इसके बाद सूरज कंवर के निधन के अगले दिन से भैरोसिंह के दत्तक पुत्र विक्रमादित्य सिंह को बंगा आवंटित किया गया. जिसके बाद राज्य सरकार को अग्रिम किराया जमा कराया जा रहा है. मैंने वरिष्ठता के आधार पर उक्त आवास को मुझे आवंटित करने के लिए पत्र लिखे मगर कोई जवाब आज तक नहीं भेजा गया.

यह भी पढ़ें: प्रत्याशी चयन में नहीं दिखा सियासी खींचतान का असर, सर्वसम्मति से लगी तीनों BJP प्रत्याशियों पर मुहर!

विधायक राजवी ने आगे लिखा कि पिछले एक साल में कई विधायकों को उनके मनपसंद आवास आवंटित किए गए थे. आठ आवास विधानसभा पूल में डाले गए और इनके आवंटन के नियम बनाए गए. इसके बाद आठ विधायकों को इन आवासों का आवंटन भी कर दिया गया. जिन्हें आवास आवंटित किए गए हैं, वो मुझसे कनिष्ठ हैं. उक्त सात विधायकों में पूर्व मुख्यमंत्री के बाद कैबिनेट मंत्री और कम से कम तीन बार विधायक की कैटेगिरी में वरिष्ठता के आधार पर मेरा प्रथम नंबर है. इसके बाद भी सरकार ने मेरे पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं करते हुए विधायकों को उनके मनपसंद आवासों का आवंटन कर दिया.

राजस्थान की राजनीति में खुद के परिवार का योगदान बताते हुए नरपत सिंह राजवी ने लिखा है कि मैं पांच बार का विधायक हूं और 1952 से मेरा परिवार विधानसभा के माध्यम से राज्य की सेवा कर रहा है. मगर भेदभाव और द्वैषतापूर्ण बर्ताव से हम सभी आहत हैं. राजवी ने लिखा बात अब आवास की नहीं अपितु न्याय की है, इसलिए मुझे वरिष्ठ के आधार पर 14 नंबर बंगला आवंटित करने के लिए आदेशित किया जाए.

Leave a Reply