पश्चिम बंगाल में हिंसक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है. आज बंगाल के मुर्शिदाबाद में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई. जिसमें टीएमसी के तीन कार्यकर्ताओं की मौत हो गई. बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के मध्य हिंसक झड़पे हुए थी. लोकसभा चुनाव के बाद अनुमान था कि चुनाव समाप्त होते ही राजनीतिक झड़पे थम जाएगी.
लेकिन बंगाल में चुनाव के बाद भी राजनीतिक हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रही. इन राजनीतिक हिंसाओं में अब तक लगभग 10 राजनीतिक कार्यकर्ताओं की मौत हो चुकी है. बंगाल में इस घटना से पूर्व बीजेपी और तृणमूल के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प की खबरे आ रही थी. लेकिन इस बार हिंसा की खबर कांग्रेस और तृणमूल के बीच आई है.
टीएमसी ने इस हमले के लिए कांग्रेस और बीजेपी को जिम्मेदार बताया. हिंसा में मारे गए मिलन खैरुद्दीन शेख के बेटे ने बताया कि हम घर में सो रहे थे, तभी अचानक हमारे घर के उपर बमबारी की गई. जिसके बाद उन्होंने मेरे पिता को गोली मार दी. लोकसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक रंजिश के कारण इन लोगों ने मेरे चाचा की भी हत्या कर दी थी.