Politalks.News/Rajasthan/KirodiMeena. बीते दिनों शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान हुए पेपरलीक कांड को लेकर प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमाती नजर आ रही है. बीते रोज रविवार को दीवाली मिलन समारोह में भाग लेने दौसा के सिकराय पहुंचे दिग्गज भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने पेपर लीक मामले को लेकर गहलोत सरकार पर जोरदार निशाना साधा है. डॉ किरोड़ी ने कहा कि दौसा जिले के 5 विधायकों में से 3 मंत्री हैं, जिन्होंने पेपरलीक कांड में पैसे लूटे हैं. यही नहीं सांसद मीणा ने चेतावनी देते हुए कहा कि, ‘मुख्यमंत्री तो इनकी जांच करवाएंगे नहीं, लेकिन मैं यहां ED लेकर आऊंगा जो राहुल गांधी को भी 72 घंटे तक बिठाकर पूछताछ करे कि बैठ जा… और सोनिया को भी पूछे. जिसके नाम से पैर फूलते हैं, वो ED राजस्थान की धरती पर लाऊंगा और जो गरीब बच्चों का पैसा मुंह से होकर खाया है उसे नाक से निकलवाऊंगा, यह काम मैं जरूर करूंगा.’
आपको बता दें, बीते रोज रविवार को दौसा के गीजगढ़ कस्बे में सिकराय विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं ने दीपावली स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया था. समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने अपने सम्बोधन में कहा कि टीचर भर्ती में 26 लाख परीक्षार्थी बैठे थे और मैंने जब पेपर लीक का मुद्दा उठाया तो शिक्षा मंत्री कहने लगे- जिसने इसका मुद्दा उठाया उसे गिरफ्तार कर लो. डॉ मीणा ने आगे कहा कि सोचने की बात यह है कि जब 10-15 लाख रुपए देकर टीचर बनने लगे तो फिर तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स का भविष्य क्या होगा? किरोड़ी मीणा ने बताया कि मैंने पेपर लीक से जुड़े सभी सबूत दिए, इसके बाद बोर्ड अध्यक्ष को बर्खास्त करना पड़ा और 67 लोग अभी जेल में हैं.
इसके साथ ही प्रदेश की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी में जारी सियासी घमासान पर जोरदार तंज कसते हुए सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इनके तो धक्कमपेल चल रही है. मुख्यमंत्री गहलोत ने टंटा कर लिया कि सीएम तो मैं ही रहूंगा, उधर सचिन पायलट कह रहे हैं कि मैं आने वाला हूं. इनकी आपसी लड़ाई में पता ही नहीं चल रहा कि मुख्यमंत्री कौन है? इनके 92 विधायक तो इस्तीफा ही दे चुके हैं तो फिर इस्तीफा देने वाले मंत्रियों को नैतिकता के नाते क्षेत्र में आना ही नहीं चाहिए.
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वहीं प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र के 13 जिलों से जुड़ा सबसे बड़ा सियासी मुद्दा बन चुके पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा ने कहा कि 13 जिलों के लोगों को चंबल का पानी मिलना चाहिए, इसके लिए राजस्थान सरकार को एमपी सरकार से सहमति लेनी चाहिए. इसके बाद प्रपोजल केंद्र सरकार को भेजते हैं तो परियोजना स्वीकृत कराने की जिम्मेदारी हमारी है. ERCP के लिए हमनें मीणा हाईकोर्ट में जनसभा की तो कांग्रेस बौखला गई और कहने लगे कि राज्य सरकार ही परियोजना को पूरा करेगी, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि जब राज्य सरकार के पास कर्मचारियों को तनख्वाह देने तक के लिए पैसा ही नहीं तो फिर ERCP के लिए 37 हजार करोड कहां से लाएंगे? इस काम को सिर्फ नरेंद्र मोदी ही पूरा कर सकते हैं, इसके लिए यदि हमने अभी संघर्ष नहीं किया तो आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेगी.