कर्नाटक में सियासी ड्रामा अब अपने चरम पर आ पहुंचा है. पिछले दो दिनों से विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की कोशिशें जारी हैं लेकिन ये अभी तक नहीं हो पाया. राज्यपाल द्वारा जारी डेडलाइन भी अब खत्म हो गई है लेकिन फ्लोर टेस्ट अभी भी बाकी है. गवर्नर वजुभाई वाला पटेल ने आज दोपहर डेढ़ बजे तक सदन में फ्लोर टेस्ट कराने के लिए स्पीकर रमेश कुमार से कहा था. ऐसे में आज विश्वास मत पर मतदान होगा या नहीं, इसपर हर किसी की नज़र है. अगर आज भी फ्लोर टेस्ट नहीं होता है तो बीजेपी फिर से राज्यपाल के पास जा सकती है. पूरी संभावना है कि यह मामला वापिस सुप्रीम कोर्ट पहुंच सकता है.

इससे पहले आज सदन में जेडीएस विधायक श्रीनिवास गौड़ा ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेता योगेश्वर उनके पास 5 करोड़ रुपये लेकर आए थे, लेकिन उन्होंने पैसा लेने से इनकार कर दिया था. उन्होंने वादा किया था कि एक बार मैं उनके साथ आ जाऊंगा तो 30 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. दूसरी ओर सीएम कुमारस्वामी ने भी सदन में कहा कि मेरे विधायकों को 40-50 करोड़ रुपये ऑफर किए जा रहे हैं. वहीं उन्होंने बीजेपी को ललकारते हुए कहा कि मैं भी देखता हूं कि आप कितने दिनों तक सत्ता में रहेंगे. जिस तरह से आप इतनी कोशिशें कर रहे हैं.

दूसरी ओर, विधानसभा स्पीकर रमेश कुमार ने अपनी मजबूरी दोनों पक्षों को बताते हुए कहा कि मैं यहां पर आग पर बैठा हूं. लोग मेरे बारे में गलत बातें कर रहे हैं. मेरे घर पर कोई सुरक्षा नहीं है. जो लोग आज सम्मान के साथ रह रहे हैं, उन्हें मारा जा रहा है. ईमानदार लोग कहां जाएं आखिरकार? रमेश कुमार ने कहा कि जो लोग मुझपर सवाल खड़े कर रहे हैं. उन्हें ये ध्यान में रखना चाहिए कि वह निष्पक्ष होकर इस मामले में निर्णय ले सकते हैं.

बता दें, सरकार बनाने की जल्दबाजी कर रही बीजेपी के नेताओं ने कल रात सदन में ही गुजारी थी. विधानसभा में कल हुए हंगामे के बीच स्पीकर रमेश कुमार की सदन ​स्थगन की घोषणा का इन सभी ने विरोध किया और वहीं रात गुजारने का निर्णय लिया.

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