कर्नाटक में चल रहा सियासी ड्रामा अभी तक खत्म नहीं हो पाया. आज विधानसभा में दिनभर चली बहस और राज्यपाल के दखल के बावजूद विश्वास मत पर वोटिंग नहीं हो पायी. चर्चा की जगह सदन एक दंगल बनकर रह गया और दिनभर हंगामा होता रहा. एक तरफ कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया. वहीं दूसरी ओर, बीजेपी ने कांग्रेस-जेडीएस पर जानबूझकर मतदान में देरी का आरोप जड़ दिया. इस बीच कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों ने विधानसभा में कांग्रेस विधायक श्रीमंत पाटिल की फोटो भी लहराई. पाटिल बीमार होने के चलते सदन में उपस्थित नहीं हो पाये. वे मुंबई के अस्पताल में भर्ती हैं.
इससे पहले सुबह 11 बजे शुरू हुई विधानसभा की कार्यवाही हंगामे के बीच रूक रूक कर चलती रही. तेज होते हंगामे को देखते हुए स्पीकर रमेश कुमार ने कार्यवाही को लंच तक के लिए स्थिगित कर दिया. फिर से शुरू हुई कार्यवाही पहले की तरह ही हंगामेदार बनी रही. बाद में स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. हालांकि बीजेपी के नेता येदियुरप्पा ने स्पीकर के इस फैसले का विरोध किया और विधानसभा में ही डट गए. उन्होंने कहा कि हमारे विधायक कहीं नहीं जाएंगे और सदन में ही सोएंगे.
भाजपा की तमाम कोशिशों के बाद भी अब फ्लोर टेस्ट तो सदन में कल ही होगा. बता दें कि आज सदन में कांग्रेस-जेडीएस के 19 विधायक नदारद रहे. इनमें 16 बागी विधायकों के साथ कांग्रेस के श्रीमंत पाटिल शामिल हैं.
इससे पहले सदन के ब्रेक के बीच बीजेपी के नेताओं ने कर्नाटक के राज्यपाल वाजुभाई पटेल से भी मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा. इस पर राज्यपाल ने स्पीकर रमेश कुमार को खत लिखकर विश्वासमत संबंधी कार्यवाही आज ही निपटाने की गुजारिश की थी. हालांकि यह हो न सका.