Politalks.News/Haryana. हरियाणा की इकलौती बरोदा सीट पर उपचुनाव में राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग तेज हो चली है. सभी राजनीतिक दल एक दूसरे पर जमकर जुबानी प्रहार कर रहे हैं. बीजेपी ने अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त को उम्मीदवार बनाया गया है. हरियाणा में खट्टर सरकार पहले ही केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को लेकर बैकफुट पर है. किसानों के प्रदर्शन के बावजूद सरकार ने इस ओर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. अब उपचुनावों के प्रचार के अंतिम चरण में पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तीनों कृषि कानूनों पर विपक्ष को जवाब देकर किसानों पर दांव खेला है. सीएम खट्टर ने कहा कि किसानों को एमएसपी मिल रहा है और मिलता रहेगा. कांग्रेस एमएसपी पर झूठ बोल रही है.
सीएम खट्टर ने कहा कि अगर एमएसपी खत्म हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा. खट्टर के राजनीति छोड़ने के बयान पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चुटकी लेते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री राजनीति छोड़ना चाहते हैं तो एक बार मंडियों का दौरा करें. किसान खुद ही बता देंगे कि आज उनकी फसल कितने में बिक रही है.
कथूरा में हुई सभा में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि भाजपा राज में 80 हजार युवाओं ने योग्यता से नौकरी प्राप्त की है. पहले धौल कपड़ियों ने नौकरी को दलाली का धंधा बनाया था. भाजपा ने इन धौल कपड़ियों के कुर्ते खूंटी पर टंगवा दिए. अब वे बरोजगार हो गए हैं. गलत काम नहीं करना चाहिए. सीएम ने कहा कि मनोहर सरकार ने मनोहर कार्य किए हैं. बरोदा के पास मनोहर मौका है. जीत के साथ मनोहर सरकार में हिस्सेदारी होगी. सीएम ने जीत के बाद योगेश्वर को मंत्री बनाने की बात भी कही.
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वहीं कांग्रेस पर हमलावर होते हुए सीएम खट्टर ने कहा कि कांग्रेस ने डमी उम्मीदवार को उतारा है. हार के डर से नेताओं की सांसें फूली हैं इसलिए हुड्डा पिता-पुत्र को छोड़कर दूसरा नेता प्रचार में नहीं पहुंच रहा. हुड्डा स्वयं चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा ने कह दिया था कि हुड्डा लड़ें, भाजपा का कार्यकर्ता भी उन्हें हरा देगा.
इधर, सीएम खट्टर पर पलटवार करते हुए पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री राजनीति छोड़ना चाहते हैं तो एक बार किसानों से बात करें व मंडियों का दौरा करें. किसान खुद ही बता देंगे कि आज उनकी फसल कितने में बिक रही है. हु्ड्डा ने कहा कि किसान फसल लेकर मंडी में जा रहे हैं, लेकिन ढंग से फसल खरीदी नहीं जा रही. नमी, रजिस्ट्रेशन और गेट पास के नाम पर किसानों को परेशान किया गया. परेशान किसान औने-पौने दामों पर अपनी फसल प्राइवेट एजेंसी को बेच रहे हैं. निजी एजेंसियां भी किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें लूट रही हैं.
मुख्यमंत्री की बरोदा हलके में हुई पहली चुनावी रैली पर भी हुड्डा ने टिप्पणी की. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हार देखकर घबराएं मुख्यमंत्री आखिरी दौर में औपचारिकता पूरी करने बरोदा आए हैं. उनकी कथूरा रैली में बरोदा हलके के कम, बाहर से आए लोगों की तादाद ज्यादा थी. उनमें भी कई लोग ऐसे थे, जिन्हें लालच देकर बुलाया गया था. इसलिए चुनाव आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए और चुनाव का माहौल खराब करने वाले आयोजनों पर पैनी नजर रखनी चाहिए. कांग्रेस नेता हुड्डा ने कहा कि बरोदा उपचुनाव सिर्फ एक विधायक बनाने की नहीं, बल्कि प्रदेश में परिवर्तन की लड़ाई है. बरोदा से प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की बड़ी लहर उठेगी, जो चंडीगढ़ तक जाएगी. चंडीगढ़ की सत्ता का रास्ता बरोदा से होकर निकलेगा.