Politalks.News/Uttarpradesh. उत्तर प्रदेश में मथुरा के प्रसिद्ध नंद बाबा मंदिर में धोखे से नमाज पढ़ने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. इस मामले में चार लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया है. वहीं मंदिर में नमाज पढ़ने को लेकर साधु-संतों में गुस्सा है. सेवादार कान्हा गोस्वामी ने थाना बरसाना में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने फैजल, चांद, नीलेश और आलोक पर धारा 153ए , 295 और 505 में केस दर्ज किया है.
मथुरा स्थित नंदगांव के प्रसिद्ध नंदबाबा मंदिर में नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है. इसके फोटो वायरल होने के बाद मंदिर प्रशासन ने चार लोगों पर केस दर्ज कराया गया और मंदिर को गंगाजल से भी धोया गया है. घटना 29 अक्टूबर की बताई जा रही है. इस दिन कोरोना की वजह से मंदिर में भीड़ कम थी. शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि मंदिर में नमाज पढ़ने वाले दिल्ली की खुदाई खिदमतगार संस्था के लोग हैं.
जानकारी के अनुसार मंदिर में चार युवक पहुंचे थे, जिन्होंने अपना नाम फैजल खान, मोहम्मद चांद, नीलेश गुप्ता और आलोक बताया था. इन युवकों ने खुद को हिंदू-मुस्लिम संस्कृति में विश्वास रखने वाला बताया और मोबाइल में तमाम संत-महंतों के साथ अपनी फोटो भी दिखाईं. इन्होंने मंदिर के सेवादार कान्हा गोस्वामी से दर्शन करने की अनुमति मांगी, तो उन्होंने अनुमति दे दी. जिस समय फैजल और मोहम्मद चांद नमाज पढ़ रहे थे, उनके दोस्त नीलेश गुप्ता और आलोक ने फोटो खींच ली। जिसे बाद में वायरल कर दिया.
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फ़ोटो वायरल होने के बाद विवाद बढ़ना वाजिब था, इस पर मंदिर प्रशासन की ओर से ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें कहा गया है कि दिल्ली से दो लोग मंदिर में आए थे. दोनों मुस्लिम लोगों ने बिना इजाजत के मंदिर परिसर में नमाज पढ़ी और अपने फोटो सोशल मीडिया पर डाल दिए जो वायरल हो गए. दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि इनको फोटो डालने से हिन्दू समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं और आस्था को गहरी ठेस पहुंची है.
इसके साथ ही यह आरोप भी लगाया गया कि ये लोग मंदिर के फोटो का दुरुपयोग ना करें और कहीं इन्हें विदेशी संगठनों से फंडिंग तो नहीं हो रही है. ऐसे में इस मामले में जल्द जांच की अपील की गई है.आपको बता दें कि मथुरा में इस तरह का मामला तब सामने आया है, जब यहां पर स्थित कृष्ण जन्मभूमि और उसके पास बनी मस्जिद का मामला अदालत पहुंचा है. बीते दिनों ही यहां पर कुछ संगठनों ने शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की अपील की है और मथुरा जिला अदालत में याचिका लगाई है, जिस पर नवंबर में ही सुनवाई होनी है.
यह बोले माननीय
मामले पर यूपी के अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से ऐसी आवाजें क्यों उठती है. देश का एक मुस्लिम शायर ही क्यों ऐसे लोगों के समर्थन में बयान देता है. सपा और कांग्रेस को भी ऐसे मामलों में भी सामने आना चाहिए कि आखिर एक ही समुदाय के लोग ये क्यों कर रहे है. हम आतंकवाद को कुचलने का काम करेंगे. ये तालिबान सोच के लोग हैं. मथुरा में भी मंदिर में नमाज पढ़कर माहौल खराब करने की कोशिश की गई. ऐसे लोगों पर पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी. वहीं यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि FIR दर्ज कर ली गई है, कानून अपना काम करेगा. कोई माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो कानून सख्ती से निपटेगा.