लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है. सूत्रों के अनुसार पार्टी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करने की बजाय जनता से जुड़े मुद्दों पर अपनी आवाज मुखर करेगी. पार्टी ने यह भी तय किया है कि अब सरकार पर हमला बोलते समय ‘मोदी सरकार’ की बजाय ‘बीजेपी सरकार’ या ‘केंद्र सरकार’ बोला जाएगा.
कांग्रेस ने इस रणनीति पर अमल करना भी शुरू कर दिया है. मंगलवार को एआईसीसी मुख्यालय में पार्टी की नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने केंद्र सरकार की कई मुद्दों पर कड़ी आलोचना की, लेकिन उन्होंने एक बार भी सरकार के साथ ‘मोदी’ शब्द का जिक्र नहीं किया. उन्होंने सरकार को या तो ‘बीजेपी सरकार’ कहकर संबोधित किया या ‘केंद्र सरकार’ के नाम से जबकि पूर्व में कांग्रेस के प्रवक्ता एनडीए सरकार को ‘मोदी सरकार’ नाम से ही संबोधित करते थे. शायद ही कभी ऐसा हुआ जब बीते पांच साल में कांग्रेस के किसी प्रवक्ता ने ‘मोदी सरकार’ को ‘बीजेपी सरकार’ या ‘केंद्र सरकार’ बोला हो.
कांग्रेस की इस बदली हुई रणनीति के बारे में जब मीडिया ने पार्टी के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल से सवाल पूछा तो उन्होंने इसका सीधा-सीधा जवाब देने के बजाय कहा कि ये समय तू-तू मैं-मैं करने का नहीं है. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस एक अच्छे विपक्ष की भूमिका निभाएगी और जनता की समस्याओं को उठाएगी. ये समय तू-तू मैं-मैं का नहीं है. कांग्रेस जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाएगी.’
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में मंथन का दौर चल रहा है. अब तक जो वजह सामने आई हैं उनमें से एक मोदी पर जरूरत से ज्यादा निजी हमले करना भी है. संभवतः इसी वजह से कांग्रेस ने ‘मोदी’ नाम से परहेज करने की रणनीति बनाई है. यह देखना रोचक होगा कि कांग्रेस की यह रणनीति कितनी कारगर रहती है.