Politalks.News/MadhyPradesh/ComputerBaba. मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों के लिए हुए उपचुनाव के दौरान शिवराज सरकार के खिलाफ लोकतंत्र बचाओ यात्रा निकालने वाले कंप्यूटर बाबा उर्फ नामदेव दास त्यागी को सरकार से पंगा लेना भारी पड़ गया है. इंदौर शहर से सटे जम्बूडी हप्सी गांव में गोम्मटगिरी पर बने कंप्यूटर बाबा के आलीशान आश्रम को प्रशासन ने ढहा दिया है. यही नहीं मध्य प्रदेश में कभी कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल करने वाले और कांग्रेस पार्टी के करीबी कंप्यूटर बाबा को इंदौर में प्रिवेंटिव डिटेंशन के तहत पुलिस ने हिरासत में लेकर सेंट्रल जेल भेज दिया है. प्रशासन की इस कार्रवाई के तहत कंप्यूटर बाबा सहित 7 लोगों को जेल भेजा गया है.
इधर, कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर हुई इस कार्रवाई के बाद प्रदेश की सियासत भी गर्मा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पूरी कार्रवाई को बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया है. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि इंदौर में बदले की भावना से कंप्यूटर बाबा का आश्रम व मंदिर बिना किसी नोटिस दिए तोड़ा जा रहा है. यह राजनैतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है, मैं इसकी निंदा करता हूं. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह आज इंदौर पहुंचकर सेंट्रल जेल में बंद कंप्यूटर बाबा से मुलाकात करेंगे. दूसरी ओर, गोम्मटगिरी आश्रम पर कार्रवाई से जैन समाज खुश है. समाज के प्रतिनिधियों ने रविवार को इंदौर के सांसद शंकर लालवानी से मिलकर आश्रम की जगह गौशाला बनाने की पेशकश की है.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में विधानसभा की 28 सीटों के लिए हुए उपचुनाव में कंप्यूटर बाबा को कांग्रेस पार्टी ने स्टार प्रचारक का दर्जा दिया था. इसके तहत नामदेव दास त्यागी ने विभिन्न विधानसभा सीटों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में वोट मांगे थे. कांग्रेस पार्टी के करीबी रहे कंप्यूटर बाबा अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं. प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस सरकार से सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद भी कंप्यूटर बाबा के बयान सुर्खियों में आए थे. बहरहाल, अब देखना है कि जब बाबा आश्रम पर सरकार ने हथौड़ा चलाया है, तो इस हालात से वे कैसे निपटते हैं.
प्रशासन द्वारा ढहाए गए कम्प्यूटर बाबा के गोम्मटगिरी आश्रम को लेकर बताया गया कि एयरपोर्ट रोड पर जम्बूडी हप्सी गांव में बाबा ने गौशाला की 80 करोड़ रुपए की 46 एकड़ जमीन पर कब्जा कर रखा था. इसमें से 2 एकड़ जमीन पर आश्रम बना था. प्रशासन ने 2 महीने पहले कंप्यूटर बाबा को नोटिस भी भेजा था, लेकिन बाबा की तरफ से न तो कागज पेश किए गए और न ही कब्जा हटाया गया. इसके बाद ही आज एडीएम अजयदेव शर्मा ने नगर निगम की टीम और पुलिस के साथ मौके पर पहुंचकर आश्रम पर बुलडोजर चलवा दिया. सरकारी जमीन को कब्जे से मुक्त कराने की कार्रवाई के दौरान पता चला कि आश्रम में एक आलीशान बाथरूम भी था. वहीं कार्रवाई के दौरान आश्रम से बंदूकें और तलवारें भी मिलीं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है.
इधर, कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर चले बुलडोजर के बाद अब इस जमीन पर जैन समाज ने अपने खर्चे पर गौशाला बनाने की पेशकश की है. जैन समाज के प्रतिनिधिमंडल ने आज इंदौर सांसद शंकर लालवानी से मुलाकात कर उनका सम्मान किया. गोम्मटगिरी जैन समाज ट्रस्ट के महामंत्री भरत मोदी ने बताया कि ट्रस्ट की जमीन पर कंप्यूटर बाबा लम्बे समय से कब्जा किए हुए थे. इससे समाज के लोग परेशान थे. सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि वे इसके लिए सरकार से बात करेंगे कि इस जमीन को जैन समाज को गौशाला बनाने के लिए दे दिया जाए.