Politalks.News/Rajasthan. पिछले दो-तीन महीनों से देश के अलग-अलग कई राज्यों से टिड्डियों के हमले की खबर आती रही है. टिड्डियों के हमले से कई एकड़ फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. गुजरात, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्य इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. ऐसे में राजस्थान में टिड्डियों के हो रहे हमले पर सीएम अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है. मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिख कर ‘टिड्डियों के प्रकोप’ को ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित करने का आग्रह किया है. साथ ही उन्होंने कोविड-19 महामारी के प्रबंधन के संबंध में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शीघ्र संवाद के लिए एक वीडियो कान्फ्रेंस आयोजित करने का भी अनुरोध किया है.
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एक दिन बाद फिर जयपुर से जैसलमेर पहुंचे मुख्यमंत्री गहलोत ने मीडिया को बताया कि प्रदेश में टिड्डियों का प्रकोप बहुत भयावह है. राजस्थान के 33 जिलों में दो-तीन जिलों को छोड कर सभी जगहों पर टिड्डियों का हमला हो रहा है. फसलें बर्बाद हो रही हैं. टिड्डियों के प्रकोप को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिये उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है. टिड्डियां पाकिस्तान होकर अफ्रीका और अन्य मुल्कों से होकर भारत में आती है और वहां इनका बहुत खतरनाक रूप से प्रजनन हो रहा है, जब तक इन्हें नहीं रोका जायेगा तक तक फसलों को नहीं बचाया जा सकता है.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि टिड्डियों के पिछली बार के हमले में खरीफ और रबी की फसल बर्बाद हो गई. अब इनके हमले से और फसल बर्बाद होने की संभावना है. अगले साल की शुरूआत में फिर रबी की फसल आयेगी. ऐसे में किसान क्या करेंगे.
मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि सरकार की ओर से किसानों को पूरा मुआवजा मिलना चाहिए. मैं उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री इस ओर ध्यान देंगे. देश के सभी मुख्यमंत्रियों की प्रधानमंत्री के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंस में भी मैंने टिड्डियों के हमले से किसानों को हुए नुकसान का मुद्दा उठाया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यह ध्यान है कि राजस्थान में टिड्डियों का प्रकोप पहुंच चुका है. उस वक्त तक गुजरात पहुंच गया था और अब तो अधिकांश राज्यों में पहुंच चुका है. इसलिए सरकार को प्रमुखता से इसे प्राथमिकता देनी चाहिए.
मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि, ‘आपके द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ अंतिम बार दिनांक 17 जून को किए गए संवाद के बाद कोविड-19 के सूचकांकों एवं राज्यों के आर्थिक परिदृश्य में लम्बी अवधि के लॉकडाउन के कारण काफी बदलाव हो चुका है. अतः मेरा आपसे यह अनुरोध रहेगा कि वर्तमान परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में कोविड-19 महामारी के प्रबन्धन के सम्बन्ध में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शीघ्र संवाद हेतु वीडियो कान्फ्रेंस आयोजित की जाए.’
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