Politalks.News/Rajasthan. कोयले की कमी के चलते पूरा देश बिजली संकट से जूझ रहा है. एक ओर जहां केंद्र सरकार कोयला का संकट नहीं होने की बात कह रही है, वहीं राजस्थान की सरकार कोयला संकट की बात कहते हुए केंद्र सरकार से कोयला सप्लाई की मांग कर रही है. राजस्थान में बढ़ते बिजली संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर प्रदेशवासियों से बिजली बचाने की अपील की है. सीएम गहलोत ने आज ट्वीट कर कहा है कि, ‘प्रदेश के सभी नागरिक बिजली का सीमित और विवेकपूर्ण इस्तेमाल करें. जो बिजली उपकरण काम नहीं आ रहे हैं, उन्हें बंद रखें और बिजली बचाएं’.
कोयले की आपूर्ति बढ़ाने के लिए केन्द्र से निरंतर संपर्क में- गहलोत
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘राज्य सरकार कोयले की आपूर्ति बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार के निरंतर संपर्क में है, ताकि बिजली उत्पादन सुचारू रूप से चल सके और लोगों को निर्बाध बिजली सप्लाई मिल सके’. इससे पहले भी सीएम गहलोत ने अधिकारियों से एयर कंडिशन का कम इस्तेमाल करने की अपील की थी. इधर त्योहारी सीजन में व्यापारियों और रबी की बुवाई की तैयारी में जुटे किसानों की परेशानी तो बढ़ा दी है.
‘भयंकर है संकट, बिजली बचाओ’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, ‘प्रदेश ही नहीं, पूरा देश इस समय भयंकर बिजली संकट से जूझ रहा है. राजस्थान भी इससे अछूता नहीं है. मौसम तंत्र के परिवर्तन से बिजली की मांग अधिक हो गई है. मांग और आपूर्ति में अंतर बढ़ा है’. सीएम गहलोत ने लिखा कि, ‘राज्य सरकार कोयले की आपूर्ति बढ़ाने हेतु निरंतर केंद्र सरकार के संपर्क में है ताकि बिजली उत्पादन सुचारू रूप से चल सके व लोगों को निर्बाध बिजली सप्लाई मिल सके’. सीएम गहलोत ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि, ‘बिजली का सीमित व विवेकपूर्ण इस्तेमाल करें. जो बिजली उपकरण काम नहीं आ रहे हैं, उन्हें बंद रखें बिजली बचाएं’.
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सीएम गहलोत ने साझा किया है एक फोटो भी
मुख्यमंत्री गहलोत ने ने बिजली संकट पर अपनी प्रतिक्रिया के साथ एक सरकारी विज्ञापन भी साझा किया, जिसमें प्रदेश के साथ ही देश और विश्व में गहराते बिजली संकट की स्थितियों को बताया गया है. साथ ही राज्य सरकार की ओर से इस बिजली संकट से उबरने के लिए क्या प्रयास किये जा रहे हैं इस बारे में भी इस विज्ञापन में ज़िक्र किया गया है.
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प्रदेश में गहराया हुआ है बिजली संकट
कोयले की कमी के कारण राजस्थान में एक बार फिर बिजली संकट गहराया हुआ है. कोयले की कमी के चलते थर्मल पावर प्लांटों में उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. ग्रामीण इलाकों में घंटों बिजली कटौती जारी है और अब शहरी क्षेत्रों में भी इसका असर दिखने लगा है. छोटे शहर ही नहीं राजधानी जयपुर में भी दिन में कई दफा पावर कट देखने को मिला है. विद्युत कटौती से व्यापार, कारोबार और कारखानों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है. इस त्योहारी सीजन होने के कारण विद्युत की मांग बढ़ रही है. मांग के अनुरूप बिजली नहीं मिलने से कारखानों में उत्पादन प्रभावित हो रहा है. इसके साथ साथ किसानों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. किसान पहले ही सिंचाई पानी के आंदोलन के कारण परेशान हैं. वहीं दूसरी और बिजली कटौती से खेतों में ट्यूबवेल नहीं चल पाएंगे, ऐसे में फसलों का उत्पादन भी प्रभावित होने के आसार हैं.