पॉलिटॉक्स ब्यूरो. स्कूल व्यख्याता भर्ती परीक्षा की तिथि आगे बढ़ाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, RPSC के अधिकारियों और राज्यसभा सांसद डॉ किरोडी लाल मीना के साथ सोमवार शाम होने वाली दूसरे दौर की वार्ता अब मंगलवार को होगी. कांग्रेस के दिल्ली में राजघाट पर आयोजित सत्याग्रह कार्यक्रम में भाग लेने दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री गहलोत अब मंगलवार को जयपुर लौटेंगे, उसके बाद इस मामले पर कोई निर्णय लिया जा सकेगा. माना जा रहा है संवेदनशील मुख्यमंत्री अभ्यर्थियों की भावनाओं के अनुरूप ही कोई फैसला लेंगे.
इससे पहले सोमवार सुबह 9.30 बजे डॉ किरोडी लाल मीना के नेतृत्व में अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री आवास पर सीएम गहलोत और शिक्षामंत्री गोविन्द डोटासरा से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा. मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रतिनिधिमंडल की बात सुनी और अभ्यर्थियों की मांगों पर पुनर्विचार करने का भरोसा दिलाया. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अभी मैं दिल्ली जा रहा हूँ, शाम तक वापस लौटूंगा और शाम को प्रमुख शासन सचिव एवं शिक्षा मंत्री एवं आपके प्रतिनिधिमंडल के साथ परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने को लेकर विस्तार से बात करूंगा. उसके बाद मैं छात्र-छात्राओं के हितों में ही फैसला लूंगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात के बाद डॉ किरोडी मीना के नेतृत्व में अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल ने सुबह 11.30 बजे शासन सचिवालय पहुंचकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और प्रमुख शासन सचिव, शिक्षा से मुलाकात कर छात्र-छात्राओं का पक्ष रखा जिसमें परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने को लेकर सकारात्मक वार्ता हुई. इसके बाद प्रमुख शासन सचिव ओर शिक्षा मंत्री ने कहा की शाम तक मुख्यमंत्री गहलोत के दिल्ली से आने के बाद उनके सामने विस्तार से बात कर आपका पक्ष रखेंगे और उसके बाद मुख्यमंत्री जी स्वयं इस बारे में फैसला लेंगे. डॉ किरोडी लाल मीना ने बताया कि हमारी काभी सकारात्मक माहौल में सरकार से वार्ता हुई है और सरकार की ओर से हमें भरोसा दिया गया है कि अभ्यर्थियों का अहित नहीं होगा और छात्रों के हित में ही फैसला लिया जाएगा.
गौरतलब है कि डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना के नेतृत्व में स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने एवं अन्य माँगो के लेकर पिछले करीब एक महीने से अभ्यर्थियों का आंदोलन चल रहा है. जिसके चलते शनिवार को कुछ आंदोलनकारी छात्राएं जगतपुरा स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गई थीं और आत्मदाह की धमकी दे रही थीं. जिस पर रविवार शाम मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर छात्राओं से नीचे उतरने की अपील की. मुख्यमंत्री गहलोत की अपील और डॉ किरोडी लाल मीना के पक्के आश्वासन के बाद टंकी पर चढ़ी छात्राएं रात 10.30 बजे नीचे उतर आईं.
इससे पहले टंकी पर चढ़ी आंदोलनकारी छात्राओं ने सांसद डॉ किरोडी लाल मीना से कहा इस बार तो धोखा नहीं होगा ना, अगर इस बार भी धोखा हुआ तो हम पटरियों पर लेट जाएंगे. इस पर डॉ. मीना ने छात्राओं को पक्का आश्वासन दिया कि आपके साथ धोखा नहीं होगा अगर ऐसा कुछ हुआ तो मैं खुद आपके साथ पटरी पर बैठूंगा. वहीं डॉ किरोडी मीना ने सरकार को एक दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सोमवार शाम तक सरकार ने अभ्यर्थियों की मांगें मानते हुए परीक्षा की तिथि को आगे नहीं बढ़ाया तो 1 दिन बाद यानि मंगलवार को जगतपुरा सीबीआई फाटक पर 25 से 30000 की छात्रों की भीड़ के साथ रेल रोको आंदोलन किया जाएगा. डॉ मीना के इस आश्वासन के बाद छात्राएं टंकी से नीचे उतर आईं.
रविवार शाम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो ट्वीट कर छात्राओं से टंकी से नीचे उतरने की अपील की, जिस पर डॉ किरोडी मीना ने सीएम गहलोत से कहा की, यह छात्राएं पिछले 21 दिनों से गाँधीवादी तरीके से कड़ाके की सर्दी में खुले आसमान के नीचे रात गुजार रही हैं. लेकिन अब इनका सब्र का घड़ा भर गया तो यह अपनी जान जोखिम में डालकर टंकी पर चढ़ गई हैं. मैं भी गाँधीवादी आंदोलन का पक्षधर हूँ, पर सरकार ने ऐसी परिस्थितियां बना दी जो आज मजबूर होकर इनको टंकी पर चढ़ना पड़ा. आपने अपील की तो ये बच्चियाँ नीचे उतर आई हैं.
डॉक्टर मीना ने सीएम गहलोत से कहा कि मुख्यमंत्री जी मेरा आपसे व्यक्तिगत निवेदन है कि आप स्वयं आकर इन बच्चियों से मिलें और परीक्षा तिथि बढ़ाने का आदेश जारी करें. आपने कहा की सरकार ने दो बार ये भर्ती परीक्षा आगे खिसकाई है, इसके बारे में आपसे कहना चाहता हूँ की मुख्यमंत्री जी आपने परीक्षा की तिथि पहली बार चुनाव के कारण एवं दूसरी बार EWS आरक्षण को लागू करने के कारण बढ़ाई थी. अभी इस परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने का मूल कारण करीब 2,50,000 छात्र-छात्राएं अयोग्य होने से बचाना है जिससे सभी को समानता का अधिकार मिल सके. इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डॉ किरोडी लाल मीना को अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता के लिए आमंत्रित किया.