Thursday, February 6, 2025
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कमलनाथ सरकार से नाराज कांग्रेस विधायक ने दिया इस्तीफा

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मध्यप्रदेश में गठबंधन सरकार की गद्दी पर बैठे मुख्यमंत्री कमलनाथ की परेशानी उस समय बढ़ गई जब अपनी ही सरकार से नाराज एक विधायक ने उन्हें इस्तीफा थमा दिया. थार जिले के धरमपुरी सीट से कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा पार्टी की सरकार होने के बावजूद सुनवाई न होने से नाराज हैं. उन्होंने अपनी जान खतरे में होेने बात भी कही है. इसके बाद प्रदेश में सियासत फिर से गरमा गई है और भाजपा पूरी तरह एक्शन में है.

नाराज विधायक को मनाने के लिए दो मंत्रियों ने पांचीालाल मेड़ा से बात की है. दरअसल विधायक शराब माफिया के खिलाफ कार्यवाही न होने से व्यथिथ हैं. उन्होंने के प्रदेश सरकार पर शराब माफिया की सरकार चलाने का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ को लिखे एक पत्र में विधायक पांचीलाल मेड़ा ने कहा है कि शराब माफियाओं की वजह से पुलिस ने उन्हें 4 घंटे तक थाने में रखा.

साथ ही शराब ठेकेदार और एक अन्य व्यक्ति पर अभद्र व्यवहार करने और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप भी लगाया.  पत्र में उन्होंने लिखा कि पार्टी की सरकार होने के बावजूद जिला प्रशासन द्वारा भी इस बारे में कोई सहयोग नहीं मिला. उन्होंने इलाके से शराब की दुकान और आरोपियों सहित अतिरिक्त जिला अधिकारी राधेश्याम रॉय को हटाने की मांग की. उन्होंने दोषियों पर कार्यवाही करने अथवा इस्तीफा मंजूर करने के बारे में भी कहा है.

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दूसरी ओर, शराब ठेकेदार और उसकी पत्नी ने विधायक और उनके कार्यकर्ताओं पर अपहरण, मारपीट और 20 लाख रुपये फिरौती मांगने का आरोप लगाया है. वहीं विधायक का कहना है कि क्षेत्र में ठेकेदार द्वारा गांव व आसपास के होटलों में शराब भेजी जा रही है जिसकी शिकायतें लोगों से आ रही हैं. इस बारे में विधायक के प्रतिनिधि अनिल आर्य ने शराब ठेकेदार को फोन पर हिदायत दी और गांव-गांव शराब का विक्रय न करने को कहा. इस पर शराब की दुकान पर काम करने वाले फूलबदन सिंह ने धमकी देते हुए गाली गलौच की. इस मामले के बाद विधायक ने अपनी ही सरकार पर नाराज होकर मुख्यमंत्री से अपने इस्तीफे की पेशकश की है. मामले को उग्र होता देख भाजपा ने प्रदेश में शराब माफिया की सरकार चलने के आरोप लगाए हैं.

बता दें कि हाल ही में मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में गठबंधन सरकार का गठन हुआ है. 230 सीटों पर हुए चुनावों में कांग्रेस को 114 और भाजपा को 109 सीटें मिली हैं. बसपा की दो सीटों की बदौलत कमलनाथ राज्य में सरकार बनाने में कामयाब हो हुए. ऐसे में कांग्रेस किसी भी विधायक को खोना नहीं चाहेगी. लोकसभा चुनाव के इस समय में पार्टी के विधायक के इस्तीफे कीे पेशकश से कांग्रेस की मुसीबतें बढ़ेंगी, इस बात में कोई संशय नहीं है. इस संबंध में कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और खाद्य मंत्री प्रद्मुम्न सिंह तोमर आनन-फानन में विधायक विश्राम गृह पहुंचे और पांचीलाल को मनाने की कोशिश की. दोनों मेड़ा को लेकर सीएम कमलनाथ से मिलवाने के लिए रवाना हुए हैं.

राजस्थान: जानिए लोकसभा चुनाव में किस सीट पर किसके बीच होगा मुकाबला

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राजस्थान में लोकसभा चुनाव की बिसात करीब-करीब तय हो गई है. यहां कांग्रेस और भाजपा ने 19-19 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है.  छह सीटों पर अभी भी पेच फंसा हुआ है, लेकिन जल्दी ही शेष सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी किए जाने की उम्मीद है. भाजपा ने अधिकतर वर्तमान सांसदों को ही फिर से मौका दिया है.  पार्टी ने झुंझुनूं से संतोष अहलावत का टिकट काटकर मंडावा विधायक नरेंद्र खींचड़ और बांसवाड़ा सांसद मानशंकर निनामा की जगह कनकमल कटारा को मौका दिया है.

वहीं, कांग्रेस ने 2014 के चुनाव में हारे जितेंद्र सिंह को अलवर, बद्री जाखड़ को पाली, ज्योति मिर्धा को नागौर और नमोनारायण मीणा को टोंक-सवाई माधाेपुर से मौका दिया है. पार्टी ने पीपल्दा विधायक रामनारायण मीणा को कोटा से प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में हारे हुए पांच उम्मीदवारों पर लोकसभा चुनाव में दांव खेला है.  चूरू से चुनाव हारे रफीक मंडेलिया को चूरू सीट से, सूरजगढ़ से चुनाव हारे श्रवण कुमार को झुंझुनूं से, झालरापटन से चुनाव हारे मानवेंद्र सिंह को बाड़मेर से, रानीवाड़ा से चुनाव हारे रतन देवासी को जालोर से और सलुंबर से चुनाव हारे रघुवरी मीणा को उदयपुर सीट से टिकट मिला है.

साथ ही पुलिस सेवा से वीआरएस लेकर विधानसभा चुनाव ​का टिकट मांगने वाले मदन गोपाल को बीकानेर से मौका दिया है. जयपुर की पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल को जयपुर शहरी सीट से चेहरा बनाया है. जयपुर सीट पर 48 साल बाद महिला प्रत्याशी मैदान में है. ज्योति से पहले 1971 में गायत्री देवी स्वतंत्र पार्टी से मैदान में उरती थीं.

पढ़ें किस सीट पर कौन-कौन आमने-सामने: 

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इन सीटों पर नहीं हुई प्रत्याशियों की घोषणा

कांग्रेस :

  • अजमेर
  • भीलवाड़ा
  • जयपुर ग्रामीण
  • झालावाड़
  • राजसमंद
  • श्रीगंगानगर

भाजपा :

  • बाड़मेर
  • भरतपुर
  • दौसा
  • धौलपुर-करौली
  • नागौर
  • राजसमंद

राजस्थान में बीजेपी की दूसरी सूची जारी, अलवर से बालक नाथ को मौका

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बीजेपी ने राजस्थान के तीन उम्मीदवार घोषित किए हैं. चूरू से मौजूदा सांसद राहुल कस्वां को फिर से मौका दिया गया है जबकि अलवर से बालक नाथ को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, बांसवाड़ा से मौजूदा सांसद मानचंद निनामा का टिकट काटकर पूर्व मंत्री कनकमल कटारा को मैदान में उतारा है. आपको बता दें कि बीजेपी 25 में 16 सीटों पर पहले ही उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. अब सिर्फ छह सीटों पर प्रत्याशी घोषित होना बाकी है.

केंद्रीय चुनाव समिति के सचिव जेपी नड्डा की ओर से जारी सूची में राजस्थान के तीन उम्मीदवारों के अलावा जम्मू-कश्मीर के एक, कर्नाटक के तीन, मध्यप्रदेश के तीन और महाराष्ट्र के तीन प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं.

पढ़ें पूरी सूची:

बिहार: महागठबंधन की सीटों का एलान, आरजेडी 19, कांग्रेस 9 सीटों पर लड़ेगी चुनाव

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बिहार लोकसभा चुनावों मेें काफी उहापोह की स्थिति के बाद आखिरकार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की सीटों का ऐलान कर दिया है. आरजेडी 19, कांग्रेस 9, आरएलएसपी 5, जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा (हम) 3, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) 3 और सीपीआई एमएल 1 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ लोगों की ओ से काफी भ्रम फैलाया जा रहा है लेकिन महागठबंधन के सभी दलों के बीच सीटों को लेकर सहमति बन गई है.

आरजेडी ने अपनी 19 में से 18 सीटों पर लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. कांग्रेस ने तीन उम्मीदवारों की सूची जारी की है. पटना साहिब सीट कांग्रेस के हिस्से में आई है. अगर भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस में शामिल होते हैं तो यहां से उनका टिकट पक्का हो जाएगा. शत्रु पहले भी कह चुके हैं कि अगर चुनाव लड़ेंगे तो सिर्फ पटना साहिब सीट पर. बीजेपी उन्हें इस सीट से चुनाव नहीं लड़ना चा​हती है.

गौरतलब है कि बिहार की कुल 40 सीटों पर कुल सात चरणों में मतदान होंगे. पहले चरण के तहत बिहार की चार सीट पर मतदान होंगे. पहले चरण के लिए वोटिंग 11 अप्रैल को होनी है. दूसरे, तीसरे, चौथे व पांचवें चरण में पांच-पांच सीटों पर मतदान होंगे. छठे व सातवें चरण में आठ-आठ सीटों पर मतदान होने हैं. छठे चरण के मतदान 12 मई को और आखिरी चरण के मतदान 19 मई को होंगे.

पश्चिम बंगाल: ग्लैमर के बूते बीजेपी को रोकने की तैयारी में ममता बनर्जी

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एक समय था जब फिल्मी सितारे केवल दक्षिणी राज्य तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश में ही राजनीति में किस्मत आजमाने उतरा करते थे. पश्चिम बंगाल में कभी भी लोकसभा चुनावों में ऐसे फिल्मी सितारों को टिकट देने का चलन नहीं था. लेकिन तृणमूल कांग्रेस पार्टी नेता और वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक नई परंपरा शुरू करते हुए वर्ष 2009 के चुनावों में शताब्दी राय और तापस पाल जैसे उस समय के दो सबसे व्यस्त फिल्मी सितारों को चुनावी रण में उतारा. दोनों आसानी से जीत गए. इस जीत में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस पार्टी की लहर से ज्यादा इन सितारों का ग्लैमर प्रमुख रहा. 2014 के लोकसभा चुनावों में भी ​5 फिल्मी सितारों को टिकट बांटे और सभी सीटें तृणमूल की झोली में आ गिरीं.

ममता बनर्जी ने बीजेपी के बढ़ते असर को ग्लैमर के सहारे बेअसर करने की रणनीति बनाई है. बनर्जी ने इस बार 8 पुराने सांसदों का पत्ता साफ कर बांग्ला फिल्मों की दो टॉप अभिनेत्रियों समेत पांच फिल्मी हस्तियों को चुनावी मैदान में उतारा है. जिन दो अभिनेत्रियों को ममता ने टिकट दिया है उनमें से एक मिमी चक्रवर्ती है जो कोलकाता की प्रतिष्ठित जादवपुर सीट से लड़ेंगी. यह वही सीट है जहां से कभी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी और खुद ममता भी चुनाव लड़ चुकी हैं. वहीं बांग्लादेश की सीमा से लगी बशीरहाट सीट पर अभिनेत्री नुसरत जहां को उम्मीदवार बनाया गया है. दोनों अभिनेत्रियों को राजनीति का कोई अनुभव नहीं है लेकिन ग्लैमर का लंबा अनुभव जरूर है.

इन दोनों के अलावा बांग्ला फिल्मों के हीरो दीपक अधिकारी उर्फ देब, शताब्दी राय और मुनमुन सेन को भी टिकट दिया गया है. मुनमुन सेन को आसनसोल में बीजेपी के संभावित उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो के खिलाफ मैदान में उतारा है. इसके अलावा 42 में 17 सीटों पर महिलाओं को टिकट दिए हैं. कहना गलत न होगा कि 2004 के बाद ममता को कभी लोकसभा चुनावों में इतनी कड़ी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा है. इस बार तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है और दोनों एक एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए दोनों पार्टियां कोई भी कसर नहीं छोड़ रही हैं. ममता खुद भी मानती हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव एक बड़ी चुनौती हैं और बीजेपी उनकी मुख्य चुनौती है.

मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर उभरी बीजेपी से निपटने के लिए ममता ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए कई जगह उम्मीदवार बदले हैं. खासकर झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, बांकुड़ा और बोलपुर सीटों पर यह बदलाव साफ तौर पर देखा जा सकता है जहां पिछले पंचायत चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर रहा था. अब देखना यह रोचक रहेगा कि फिल्मी सुपरस्टार और ग्लैमर से भरी अदाकारिता पर खेला गया कार्ड ममता बनर्जी को कितनी सफलता दिला पाता है.

राजस्थान: कांग्रेस के 19 उम्मीदवार घो​षित, जोधपुर से वैभव गहलोत को टिकट

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कांग्रेस ने राजस्थान में 19 उम्मीदवारों का एलान कर दिया है. पार्टी ने जोधपुर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को उम्मीदवार बनाया है. उनकी जालोर-सिरोही सीट से भी चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन उन्हें गृह क्षेत्र जोधपुर से मौका दिया गया है. जोधपुर में वैभव का मुकाबला मोदी सरकार के मंत्री और मौजूदा सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत से होगा.

कांग्रेस ने नागौर सीट से डॉ. ज्योति मिर्धा को टिकट दिया है. इस घोषणा से कांग्रेस और हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के बीच गठबंधन की चर्चा पर विराम लग गया है. बता दें कि बुधवार को दिनभर यह चर्चा रही थी कि दोनों के बीच गठजोड़ तय हो गया है. इस बीच ज्योति मिर्धा के भाजपा के संपर्क में होने की खबर भी सामने आई, लेकिन आखिरकार वे कांग्रेस का टिकट हासिल करने में कामयाब रहीं.

केंद्रीय चुनाव स​मिति के प्रभारी और एआईसीसी के महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी सूची में बाड़मेर से मानवेंद्र सिंह, अलवर से जितेंद्र सिंह, सीकर से सुभाष महरिया और जयपुर से ज्योति खंडेलवाल को प्रत्याशी बनाया है.

पढ़ें 19 उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट:

  1. बीकानेर : मदन गोपाल मेघवाल
  2. चूरू : रफीक मंडेलिया
  3. झुंझुनूं : श्रवण कुमार
  4. सीकर : सुभाष महरिया
  5. जयपुर : ज्योति खंडेलवाल
  6. अलवर : जितेंद्र सिंह को टिकट
  7. भरतपुर : अभिजीत कुमार जाटव
  8. करौली-धौलपुर : संजय कुमार जाटव
  9. दौसा : सविता मीणा
  10. टोंक-सवाई माधोपुर : नमोनारायण मीणा
  11. नागौर : डॉ. ज्योति मिर्धा
  12. पाली : बद्रीराम जाखड़
  13. जोधपुर : वैभव गहलोत
  14. बाड़मेर : मानवेंद्र सिंह
  15. जालौर : रतन देवासी
  16. उदयपुर : रघुवीर सिंह मीणा
  17. बांसवाड़ा : ताराचंद भगोरा
  18. चित्तौड़गढ़ : गोपाल सिंह ईडवा
  19. कोटा : रामनारायण मीणा

कितनी बार एक ही स्टेटमेंट का फैक्ट चेक करें यार! पढ़ लिख लो संघियों

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बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर सोशल मीडिया पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए पहचानी जाती हैं. यहीं नहीं स्वारा ट्रोलर्स को भी करारे जवाब देती हैं. आज भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया जिससे वह सोशल मीडिया पर छायी रहीं. असल में उन्होंने बीजेपी के युवा नेता तेजस्वी सूर्या के 6 साल पुराने ट्विट का जवाब दिया है. इतना ही नहीं, संघ से जुड़े लोगों को पढ़ने-लिखने की सलाह भी दे डाली. इसके बाद तो कमेंट और रिट्विट की बाढ़ सी आ गई. हर कोई अपनी विचारधारा के मुताबिक ट्वीट कर रहा है. एक सोशल मीडिया यूजर ने तो स्वरा को राहुल गांधी के बयान देखने तक की सलाह दे डाली. आइए जानते हैं सोशल मीडिया पर आज की हलचलों के बारे में.

@ReallySwara

@AtmomicReform

@viveksingh2503

@NDamdma

@Mustaquimm

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