राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की है. लेकिन तेजस्वी यादव के इस्तीफे का राजद विधायकों ने विरोध किया है.
विधायकों ने तेजस्वी यादव के इस्तीफे की पेशकश के बाद एक अहम बैठक की है. जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायकों ने फैसला किया है कि अगर तेजस्वी इस्तीफा देते हैं तो राजद के तमाम विधायक विधानसभा से इस्तीफा दे देंगे. बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में एनडीए ने बिहार में बड़ी जीत हासिल की है. जीत भी ऐसी की विपक्ष का सूपडा ही साफ हो गया. बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राजद का लोकसभा चुनाव में खाता तक नहीं खुला.
कांग्रेस को महज एक सीट से संतोष करना पड़ा. एनडीए ने बिहार की 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की. राजद ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था. ऐसे में हार की जिम्मेदारी भी तेजस्वी पर आ गई. लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद तेजस्वी काफी समय तक राजनीतिक पटल से गायब रहे, हालांकि लंबे समय के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव गुरुवार को विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए सदन में पहुंचे.