अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई 2 अगस्त तक टल गई है. उसके बाद ओपन कोर्ट में नियमित सुनवाई हो सकती है. कोर्ट ने एक अगस्त तक मध्यस्थता कमेटी को अपनी रिपोर्ट पेश करने को कहा. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर नियमित सुनवाई होती है तो मौजूदा पांच जजों की बेंच ही सुनवाई करेगी. फिलहाल कोर्ट ने सुनवाई के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है. इस दौरान मध्यस्थता कमेटी अपना काम जारी रखेगी.
हालांकि मध्यस्थता कमेटी के रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट 15 अगस्त के बाद इस मामले पर सुनवाई करने वाला था लेकिन कुछ पक्षकारों ने मध्यस्थता कमेटी के बातचीत के ज़रिये हल निकालने की कोशिशों के शुरुआती परिणाम को ठोस नहीं माना. उनके अनुसार अगर बातचीत के लिए और वक्त दिया गया तो समय बर्बादी से ज्यादा कुछ नहीं होगा.
पिछले सप्ताह इस मामले पर हुई पहली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा था कि अगर मध्यस्थता प्रक्रिया को जारी रखना जरूरी न लगा तो 25 जुलाई को नियमित सुनवाई शुरू कर दी जाएगी. आज हुई सुनवाई में 2 अगस्त तक सुनवाई टल गई है.
बता दें, राम जन्म भूमि और बाबरी मस्जिद ढांचा विवाद मामले में इसी साल एक मध्यस्थता पैनल बनाया गया था. कमेटी इस मामले पर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी.