पश्चिम बंगाल के विभिन्न इलाकों में हिंसा के खिलाफ बीजेपी आज पूरे राज्य में पुलिस अधीक्षकों (एसपी) के कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन करेगी. दोपहर 12 बजे से प्रदर्शन शुरू होगा. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष ने कहा, ‘राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक है. हर रोज राज्य में कहीं न कहीं हिंसा की घटनाएं घट रही हैं. पुलिस और प्रशासन हिंसा रोकने में विफल है. सत्तारूढ़ दल के नेता गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं. जनता पुलिस के खिलाफ हो गई है. पुलिस पर हमले हो रहे हैं. पुलिस भी लोगों पर बिना कुछ सोचे गोली चला रही है. पुलिस की गोली से लोगों की मौत हो रही है.’
घोष ने आगे कहा, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो गृहमंत्री भी हैं, हालात संभाल पाने में पूरी तरह से विफल रही हैं. ऐसी स्थिति में भाजपा के पास आंदोलन के सिवा कोई विकल्प नहीं बचा है. सोमवार को दोपहर 12 बजे राज्य के सभी जिला पुलिस मुख्यालयों में एसपी के कार्यालय का घेराव किया जाएगा. कोलकाता में स्थित दो पुलिस उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया जाएगा.’
दिलीप घोष ने कहा कि कट मनी को लेकर पूरे राज्य में अराजकता की स्थिति पैदा हो गयी है. राज्य के सभी काम मुख्यमंत्री के निर्देश से हो रहे हैं. ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री भी कट मनी मामले में अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती हैं. उन्होंने कहा कि भाटपाड़ा में हिंसा की घटनाएं हो रही हैं. राज्य सरकार इन घटनाओं की जांच सीआईडी से कराने की बात कहती है, लेकिन सीआईडी या राज्य पुलिस से निष्पक्ष जांच संभव नहीं है. इस मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए.
तृणमूल नेताओं के इस आरोप पर कि बीजेपी के इशारे पर बिहार और उत्तर प्रदेश के बाहुबली हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं, दिलीप घोष ने कहा, :राज्य में बांग्लादेश के घुसपैठिये आ रहे हैं. रोहिंग्याओं का प्रवेश हो रहा है. वे विदेेशी नहीं हैं, लेकिन बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को विदेशी करार दिया जा रहा है. भारतीय संविधान में प्रावधान है कि कोई भी, चाहे किसी भी राज्य का हो, उसे देश के हर प्रदेश में रहने का अधिकार है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने जात-पात और बिहारी-बंगाली की राजनीति शुरू कर दी है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.’