ग्रामीणों और किसानों ने की भाजपा नेताओं की किरकिरी, एक को पानी में घुमाया तो दूसरे के फाड़े कपड़े

उत्तर प्रदेश में हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर से बीजेपी विधायक कमल सिंह को ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनाने के आरोप में उसी टूटी-फूटी सड़क पर भरे गंदे पानी में हाथ पकड़कर पूरे गांव में घुमाया तो राजस्थान के गंगानगर में भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल के साथ बदसलूकी की गई और गंगासिंह चौक पर मेघवाल के साथ धक्का-मुक्की और कपड़े फाड़ दिए गए, राजेन्द्र राठौड़ ने की हमले की निंदा

ग्रामीणों और किसानों ने की भाजपा नेताओं की किरकिरी
ग्रामीणों और किसानों ने की भाजपा नेताओं की किरकिरी

Politalks.News/Bharat. भारतीय जनता पार्टी के दो नेताओं के लिए आज का दिन जीवन में कभी नहीं भूले जाने वाला बुरा दिन साबित हो गया. पब्लिक के घेरे में आए इन दोनों नेताओं की किसानों और ग्रामीणों ने जबरस्त किरकिरी कर दी. पहली घटना उत्तर प्रदेश के हापुड़ में हुई तो दूसरी राजस्थान के श्रीगंगानगर में. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर से बीजेपी विधायक कमल सिंह को ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनाने के आरोप में उसी टूटी-फूटी सड़क पर भरे गंदे पानी में हाथ पकड़कर पूरे गांव में घुमाया और विधायक के विकास की जनता ने पोल खोल कर रख दी.

यहां तक की गांव वालों के बीजेपी विधायक कमल सिंह को एक बार नहीं बल्कि जलभराव के गंदे पानी में दो बार पैदल चलाया. वहीं इस पूरे मामले का लोगों ने वीडियो बना लिया. जिसके बाद वीडियो वायरल होने से बीजेपी विधायक की खूब किरकिरी हो रही है. बता दें कि विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भाजपा अपने कामकाज का ब्योरा तैयार कर रही है कि योगी सरकार में क्या-क्या विकास कार्य हुए हैं. हाल ही में विकास कार्यों को लेकर भाजपा हाईकमान ने सांसदों और विधायकों को मैदान में उतार दिया है.

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बीजेपी आलाकमान के इसी आदेश की पालना में विधायक कमल सिंह मलिक इन दिनों गांवों की पदयात्रा कर रहे हैं. यहां विधायक कमल सिंह जनसभा को संबोधित करने के बाद गांव में पैदल घूमकर ग्रामीणों से वार्ता कर रहे थे. इसी दौरान नवनिर्वाचित प्रधान निशा के पति रविंद्र व अन्य ग्रामीण एकत्र हो गए और विधायक को पानी में घुमाया गया. गांव वालों का कहना था कि विधायक अपने कार्यकाल में वह एक बार भी गांव में नहीं आए. गांव में जलभराव, सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है. कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. इसी बात को लेकर ग्रामीणों ने विधायक पर गुस्सा उतारा.

दूसरी घटना जो राजस्थान के श्रीगंगानगर में शुक्रवार को ही घटी, जहां बीजेपी के विरोध कार्यक्रम के दौरान जमकर बवाल हुआ. यहां संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान नेताओं की अगुवाई कर रहे लोगों ने बीजेपी का विरोध शुरू कर दिया. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल के साथ बदसलूकी की गई. गंगासिंह चौक पर मेघवाल के साथ धक्का-मुक्की और कपड़े फाड़ दिए. भाजपा के खिलाफ किसानों को उग्र होते देख पुलिस ने भीड़ को खदेड़ना शुरू किया. यहां तक कि किसानों के उग्र होने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.

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इसके बाद पुलिस ने बीच-बचाव कर जैसे-तैसे कैलाश मेघवाल को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला. दरअसल कैलाश मेघवाल वहां पर बीजेपी की तरफ से महंगाई और सिंचाई को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे और इसी दौरान यह घटना घटी. हालांकि नए कृषि कानूनों पर इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है. इससे पहले पंजाब और हरियाणा में भी कई बीजेपी नेताओं को भी इसी तरह की बदसलूकी और लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा है. हाल ही शाहजहांपुर-हरियाणा बॉर्डर पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजौर पर भी इसी तरह का हमला कर उनके भी कपड़े फाड़ दिए थे.

साजिश के तहत हो रहे बीजेपी नेताओं पर हमले- राजेन्द्र राठौड़

वहीं मेघवाल पर हुए हमले को लेकर विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा SC मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष कैलाश मेघवाल पर हुए जानलेवा हमले की मैं कड़ी भर्त्सना करता हूं. कांग्रेस राज में सुनियोजित साजिश के तहत राजस्थान बीजेपी के नेताओं को निशाना बनाकर उन पर हमला करवाया जा रहा है, जो की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. राजेन्द्र राठौड़ ने गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक है, श्रीगंगानगर में भाजपा का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम था, लेकिन इसके बावजूद पुलिस प्रशासन की नाकामी का आलम यह रहा कि असामाजिक तत्वों ने दलित नेता कैलाश मेघवाल पर जानलेवा हमला कर दिया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही.’

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