शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि केंद्र सरकार को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए अध्यादेश लाना चाहिए. अयोध्या में शिवसेना सांसदों और परिवार के साथ रामलला के दर्शन करने के बाद पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘अयोध्या मुद्दा लंबे वक्त से सुप्रीम कोर्ट में है. अब केंद्र में मजबूत सरकार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में साहस है कि वह फैसला ले सकें. अगर केंद्र सरकार राम मंदिर पर अध्यादेश लाती है तो हम जरूर इसका समर्थन करेंगे.’
ठाकरे ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि राम मंदिर का निर्माण जल्द शुरू होगा. उन्होंने कहा, ‘ढांचा तोड़ने में भी हम आगे थे और राम मंदिर बनाने में भी हम आगे रहेंगे.’ शिवसेना प्रमुख ने कहा कि हिंदू समाज की एकता जरूरी है इसलिए शिवसेना ने कभी भी महाराष्ट्र के बाहर चुनाव नहीं लड़ा. उन्होंने कहा, ‘केंद्र की मोदी सरकार हिंदुओं को मजबूत करने वाली सरकार है. देश का हिंदू समाज एक हो रहा है जो कि अच्छी बात है. हम यहां रामलला का आशीर्वाद लेने आए हैं. हमारा बार-बार अयोध्या आने का मन करता है.
इससे पहले शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा था कि सभी मसले सुप्रीम कोर्ट से हल नहीं होते, जनता की अदालत सबसे बड़ा न्यायालय होती है. सरकार मजबूत है और सभी समस्याओं का समाधान निकाल सकती है. हमारे लिए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ही सुप्रीम कोर्ट हैं. राउत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व में ही राम मंदिर बनेगा. राम मंदिर मामले पर बीजेपी ही रूपरेखा तय करेगी, हम केवल घटक दल हैं.
राउत ने कहा कि राममंदिर के लिए सरकार को याद दिलाने की जरूरत नहीं है, 2019 का जो बहुमत मिला है वह राममंदिर निर्माण के लिए ही मिला है. अगला चुनाव राममंदिर मुद्दे पर नहीं लड़ा जाएगा. रामलला हमारे लिए राजनीति का नहीं, बल्कि आस्था का विषय हैं. मंदिर का नारा न तो शिवसेना भूली है और न ही आरएसएस, विहिप व बीजेपी सबको याद है.