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लोकसभा चुनाव में एनडीए ने यूपीए के सियासी दलों को पछाड़ कर देश में सत्ता कायम ली और कैबिनेट का गठन कर सरकार अपने कामकाज में भी जुट चुकी है. अब सिर्फ संसद का सदन शुरू होना बाकी रहा है. इसके लिए एनडीए लोकसभा में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष चुनने की कवायद में जुटा है. एनडीए के सबसे बड़े दल बीजेपी के इन पदो पर मंथन के बीच शिवसेना ने लोकसभा उपाध्यक्ष पद पर अपना अधिकार बताया है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि ये पद उनका हक है और उन्हें मिलना ही चाहिए.

एनडीए की लोकसभा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर चल रही कशमकश के बीच शिवसेना का बड़ा बयान सामने आया है. राज्यसभा सांसद व शिवसेना नेता संजय राउत ने डिप्टी स्पीकर पद के लिए खुलकर अपना दावा ठोका है. साथ ही राउत ने कहा कि ये हमारी डिमांड नहीं है, ये हमारा नेचरल क्लेम है और हक है. ये पद शिवसेना को ही मिलना चाहिए. वहीं इस पद को लेकर एनडीए में दूसरे और तीसरे नंबर की पार्टियां पद के लिए दावेदारी में है.

वहीं सूत्रों की मानें तो एनडीए इस बार लोकसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बीजेडी या फिर आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को ये मौका दे सकती है. इसी कशमकश के बीच लोकसभा उपाध्यक्ष पद को लेकर शिवसेना की चिंता सामने आई है और संजय राउत को बयान देना पड़ा. बता दें कि एनडीए के सहयोगी दलों में मंत्रिपरिषद में भागीदारी को लेकर भी नाराजगी सामने आ चुकी है. जिसमें जेडीयू ने सरकार में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है.

राजनीतिक जानकारों के अनुसार लोकसभा उपाध्यक्ष पद के लिए एनडीए में अभी तक कोई चर्चा सामने नहीं आई है. हालांकि अमूमन यही होता है कि इस पद के लिए विपक्षी दलों मे से ही किसी को चुना जाता है. जिसके लिए विपक्षी पार्टियां आपसी सहमति के बाद इस पद के लिए किसी एक को चुनती है. वहीं पिछली मोदी सरकार में यह ट्रेंड बदल दिया गया. तब उपाध्यक्ष पद पर एआईएडीएमके के एम. थंबीदुरई थे. इस पर विपक्ष की ओर से की सवाल भी उठाए गए थे.

सूत्रों के अनुसार एनडीए में लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद को लेकर चल रहे मंथन के बीच अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी सांसद मेनका गांधी, एसएस अहलूवालिया जैसे दिग्गजों का नाम सबसे ऊपर है. जानकारी के अनुसार एनडीए 19 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चयन करने वाला है. वहीं इससे पहले 17 और 18 जून को प्रोटेम स्पीकर की ओर से नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाने का भी कार्यक्रम है.

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