बीजेपी की प्रचंड जीत से उत्साहित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की पैरवी करते हुए कहा है कि राम का काम करना है तो राम का काम हो कर रहेगा. भागवन इन दिनों राजस्थान के उदयपुर दौरे पर हैं. बता दें, अयोध्या की विवादित जमीन पर मंदिर बने या नहीं, फिलहाल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.
भागवत ने आज उदयपुर के बड़गांव इलाके में प्रताप गौरव केंद्र में नवनिर्मित भक्तिधाम प्राणप्रतिष्ठा और जन समर्पण कार्यक्रम में शिरकत की. यहां उन्होंने और रामकथा वाचक संत मोरारी बापू ने महाराणा प्रताप के शौर्य, वीरता, पराक्रम और बलिदान को याद कर उनसे प्रेरणा लेने की बात कही. इस मौके पर दोनों ने प्रताप गौरव केंद्र के निर्माण को भविष्य के लिए शुभ संकेत बताते हुए राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं से सिर्फ राम नाम हीं नहीं जपने, बल्कि राम के लिए काम करने का भी आह्वान किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘इतिहास कहता है कि जिस देश के लोग सजग, शीलवान, सक्रिय और बलवान हों, उस देश का भाग्य निरंतर आगे बढ़ता है. हमेशा चर्चा होती है कि भारत विश्वशक्ति बनेगा लेकिन उससे पहले हमारे पास एक डर का एक डंडा अवश्य होना चाहिए, तभी दुनिया मानेगी.’
बता दें, आरएसएस हमेशा से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की पैरोकार रही है. इसके लिए संस्था ने अखिल भारतीय स्तर पर कई आंदोलन भी चलाए हैं और राम मंदिर के निर्माण के लिए बीजेपी सरकार पर दबाव भी बनाती रही है. हालांकि केंद्र की मोदी सरकार यह मसला अदालती फैसले के जरिये निबटाना चाहती है. इस केस में तीन सदस्यीय मध्यस्थता कमेटी की गठन किया गया है. फिलहाल इस केस की सुनवाई 15 अगस्त तक के लिए टल गई है.