राजीव घई की जीवनी | Rajiv Ghai Biography in Hindi

rajiv ghai biography in hindi
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Rajiv Ghai Latest News – लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) है. सेना का डीजीएमओ पद बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. यह थ्री स्टार लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारी होते है. अक्टूबर, 2024 में राजीव घई ने नई दिल्ली स्थित साऊथ ब्लॉक आर्मी हेडक्वार्टर में डीजीएमओ का पदभार ग्रहण किया था. ऑपरशन सिंदूर के बाद उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग भी की थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीएमओ राजीव घई ने मीडिया को बताया कि देश पूरी तरह से सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि भारत की वायु रक्षा में कई परते है और एक परत चूक भी जाएं तो दूसरी परते खतरे को रोक लेती है. उन्होंने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा के लिए सभी स्तर मिलकर काम करते है. यहां स्तर का अर्थ कई अर्थो में व्यापक है. इसमें तीनो सेनाओ की भूमिका के साथ ही उनके हथियार व तकनीकी कौशल भी शामिल है. राजीव घई सेना के अनुभवी अधिकारी है और ऑपरेशन सिंदूर में भी उनकी बड़ी भूमिका रही है. इस लेख में हम आपको डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स एयर मार्शल राजीव घई की जीवनी (Rajiv Ghai Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

राजीव घई की जीवनी (Rajiv Ghai Biography in Hindi)

पूरा नाम अवधेश कुमार भारती
उम्र
जन्म तारीख
जन्म स्थान दिल्ली
शिक्षा स्नातक
कॉलेज भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून
वर्तमान पद लेफ्टिनेंट जनरल
व्यवसाय डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री
बैच
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम केडी घई
माता का नाम सुभद्रा घई
भाई-बहन अशोक घई
पत्नी का नाम
बच्चे बेटियां, मेघना गई और मुस्कान घई
स्थाई पता
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

राजीव घई का जन्म और परिवार (Rajiv Ghai Birth & Family)

राजीव घई का जन्म 1979 को नई दिल्ली में हुआ था. उनके पिता का नाम केडी घई है, जबकि उनके माता का नाम सुभद्रा घई है. अशोक घई उनके भाई है.

राजीव घई की शादी मुक्ता घई से हुई है, उनकी दो बेटियां है. उनके बेटियों के नाम मेघना गई और मुस्कान घई है. राजीव घई धर्म से हिन्दू है.

राजीव घई की शिक्षा (Rajiv Ghai Education)

राजीव घई ने देहरादून, तमिलनाडु और नई दिल्ली से पढाई की है. उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून (Indian Military Academy – IMA) से स्नातक की डिग्री ली हैं.

राजीव घई का करियर (Rajiv Ghai Career)

पढाई के बाद राजीव घई को 1989 में ‘कुमाऊ रेजिमेंट’ में कमीशन मिला. यही से उनका सेना के साथ करियर शुरू हुआ. इस रेजिमेंट का अतीत बहुत ही शानदार रहा है. राजीव घई ने इसी के बाद सेना के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहकर देश की सेवा की है. अपने करियर के इस पड़ाव में आकर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को 25 अक्टूबर, 2024 को डीजीएमओ (DGMO) बनाया गया. वर्तमान में भी वे इसी पद पर आसीन है.

लेकिन इससे पहले राजीव घई ने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में कर्नल जनरल स्टाफ व सेना मुख्यालय में सैन्य संचालन निदेशालय में ब्रिगेडियर जैसे सम्मानीय पदों पर अपनी सेवा दी है. जम्मू कश्मीर में सेवा देते हुए उन्होंने आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. राजीव घई ने कश्मीर में सीमा पार से चलाये जा रहे आतंकवाद को रोकने के लिए नियंत्रण रेखा को सुरक्षित रखा और घाटी में आतंकवादी कैम्पों की पहचान करके उन्हें नष्ट किया.  लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने इससे पहले देश के पश्चिमी क्षेत्र के एक बटालियन, एक ब्रिगेड और उत्तरी सीमा पर के एक डिवीजन का भी नेतृत्व किया है.

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई कई पदक से सम्मानित हो चुके है. उन्हें उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक और सेना पदक मिल चुका है.

ऑपरेशन सिंदर में महत्वपूर्ण भूमिका

पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद मोदी सरकार के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया. राजीव घई का इस ऑपरेशन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका रही है. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने इस ऑपरशन की रणनीति तैयार करने में अपने अनुभव का प्रयोग किया तभी भारत को बिना नुकसान हुए पाकिस्तान व पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के सौ से भी अधिक आतंकवादी को मारे जा सके.

सेना में डीजीएमओ कितना महत्वपूर्ण

डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) बहुत महत्वपूर्ण पद माना जाता है. इस पद पर आसीन अधिकारी पुरे ऑपरेशंस की जिम्मेदारी को संभालता है. इस पद पर आसीन अधिकारी युद्ध नीति की रुपरेखा तय करता है और उसके कार्यान्वयन की दिशा में कदम बढ़ाता है. सीमा पर तनाव की स्थिति में डीजीएमओ की भूमिका और भी बढ़ जाती है. युद्ध जैसी स्थिति में यही अधिकारी अपने स्तर से बात करता है और आगे की रणनीति तैयार करता है. यही अधिकारी सुनिश्चित करता है कि आगे की कार्रवाई किस दिशा में और कब करनी है अथवा अगर उसे लगता है कि बात शांति से हल हो सकती है तब वह अपने स्तर से दूसरे देश के अधिकारी से बात करता है और समाधान निकालता है. डीजीएमओ सीधे सेना प्रमुख को रिपोर्ट करते है और उन्हें स्थिति की जानकारी देते है. डीजीएमओ का एक महत्वपूर्ण काम तीनो सेनाओ के बीच तालमेल बैठाना भी है ताकि किसी भी स्थिति में सेना के तीनो अंग मिलकर काम करें और अपने निर्धारित लक्ष्यों को हर हाल में प्राप्त करें.

इस लेख में हमने आपको डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस राजीव घई की जीवनी (Rajiv Ghai Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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