Colonel Sophia Qureshi Latest News – 7 मई 2025 के दोपहर को ऑपरेशन सिंदूर के सफल मिशन के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग का नेतृत्व किया और भारत के दुश्मनों को एक कड़ा संदेश दिया. सेना अधिकारियों के पद पर तैनात इन स्त्री शक्तियों को दुनिया ने देखा और माना कि भारत की नारी सेना के बड़े पद पर रहकर देश की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. इस लेख में हम आपको भारतीय सेना के सिग्नल कोर की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी की जीवनी (Colonel Sophia Qureshi Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
कर्नल सोफिया कुरैशी की जीवनी (Colonel Sophia Qureshi Biography in Hindi)
पूरा नाम | कर्नल सोफिया कुरैशी |
उम्र | 35 साल |
जन्म तारीख | 1990 |
जन्म स्थान | गुजरात के वडोदरा |
शिक्षा | बायोकेमिस्ट्री में स्नातकोत्तर |
कॉलेज | – |
वर्तमान पद | भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल |
व्यवसाय | लेफ्टिनेंट कर्नल |
बैच | 1999 |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | ताज मोहम्मद कुरैशी |
माता का नाम | – |
पति का नाम | – |
बच्चे | – |
स्थाई पता | – |
वर्तमान पता | – |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
कर्नल सोफिया कुरैशी का जन्म और परिवार (Colonel Sophia Qureshi Birth & Family)
1990 में जन्मी कर्नल सोफिया कुरैशी (Who is Sofia Qureshi) मूलरूप से गुजरात से हैं. उनका जन्म गुजरात के वडोदरा में हुआ था. कर्नल सोफिया कुरैशी का सेना के साथ पुराना संबंध है. उनके दादा सेना (sophia qureshi family background) में थे और वह भारत बांग्लादेश युद्ध में सेवा दे चुके है. सोफिया सोफिया कुरैशी की शादी मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री के एक अधिकारी से हुई है. उनके पति ताज मोहम्मद कुरैशी (sophia qureshi father) भारतीय सेना की मेकेनाइज्ड इन्फेंट्री में अधिकारी के पद पर तैनात हैं.
कर्नल सोफिया कुरैशी की शिक्षा (Colonel Sophia Qureshi Education)
कर्नल सोफिया ने बायोकेमिस्ट्री में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है
कर्नल सोफिया कुरैशी का एक सेना अधिकारी के तौर पर करियर (Colonel Sophia Qureshi Army Career)
कर्नल सोफिया मात्र 17 वर्ष की आयु में शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत भारतीय सेना में शामिल हुईं थी. उन्होंने भारतीय सेना के साथ अपने करियर की शुरुआत की, बचपन से ही उन्होंने खुद को देश की सेवा के लिए समर्पित कर दिया. शुरुआत में सोफिया को सेना के सिग्नल कोर के एक अधिकारी के रूप में नियुक्त मिली थी, जिसका काम सेना के कम्युनिकेशन और सूचना प्रणाली की जिम्मेदारियों को संभालना होता है. फिर इसी के साथ उनका करियर भारतीय सेना के तौर पर शुरू हो गया. सोफिया भारतीय सेना के सिग्नल कोर में एक अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. सोफिया एक सैन्य पृष्ठभूमि वाले परिवार से आती हैं, जिसमें सशस्त्र बलों में सेवा की पारिवारिक परंपरा रही है.
भारतीय सेना की सिग्नल कोर की अधिकारी कर्नल सोफिया को बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी होने का भी प्राप्त है. 2016 में उन्होंने ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ में भारतीय टीम का नेतृत्व किया, जो भारत की सबसे बड़ी विदेशी सैन्य ड्रिल थी. यहां ध्यान दिए जाने योग्य बातें ये है कि अधिकारी कर्नल सोफिया ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ में भाग लेने वाली टुकड़ियों में एकमात्र महिला कमांडर थीं.
यहां बता दें, वर्ष 2016 में आयोजित ‘आसियान प्लस बहुराष्ट्रीय क्षेत्रीय प्रशिक्षण अभ्यास’ मल्टीनेशनल आर्मी ड्रिल थी जिसमें विश्व के अठारह देश शामिल हुए थे और उस ड्रिल में सोफिया को भारतीय टीम के नेतृत्व के लिए चुना गया था. उस समय उन्हें भारत की तरफ से कमान संभालने का अवसर मिला था, उस भारतीय टीम से सेना के चालीस जवान शमिल थे.
देश के बाहर भी हिस्सा रह चुकी है मिशन का
देश से बाहर भी वह अपनी सेवा दे चुकी है. सोफिया 2006 में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के अंतर्गत अफ्रीका के कांगो में भी तैनात रही है. उन्हें पीस कीपिंग ट्रेनिंग ग्रुप से चुना गया था. जो अंतर्राष्ट्रीय मिशनों के लिए सबसे अच्छी ट्रेनिंग देने में एक्सपर्ट माने जाते है. वह इस मिशन के साथ छह वर्षो तक जुडी रही. संयुक्त राष्ट्र मिशन हेतु कांगो में उनके दिए गए सर्वोच्च सेवा वाली उपलब्धि भी उनके जीवन में शामिल है.
ऑपरेशन सिंदूर की मीडिया ब्रीफिंग (Operation Sindoor India)
7 मई 2025 को भारतीय सेना की ओर से ऑपरेशन सिंदूर की मुख्य बिन्दुओ को दुनिया के सामने लाने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया था. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना अधिकारी कर्नल सोफिया का नेतृत्व एक बार फिर प्रदर्शित हुआ. उनके अलावे इस महत्वपूर्ण प्रेस ब्रीफिंग में भारतीय एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह भी शामिल थी. इनदोनो के साथ विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी थे, यह पल दिखलाता है कि भारत में महिला को कितना सम्मान दिया जाता है. चूँकि भारत के इतिहास में यह पहला बार देखा गया है जब किसी महिला अधिकारी को एक प्रमुख सैन्य कार्रवाई के बाद देश की ओर से मीडिया से बात करने का एक हाई-प्रोफाइल काम दिया गया हो. इस तरह से स्पष्ट होता है कि भारत में उनके जैसे सेना अधिकारियों की बढ़ती भूमिकाएँ सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ती शक्ति को दर्शाती हैं.
वर्तमान में, मूलरूप से गुजरात की रहने वाली 35 वर्षीय लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना के सिग्नल कोर में सेवाएं दे रही हैं.
इस लेख में हमने आपको लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी की जीवनी (Colonel Sophia Qureshi Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.