Politalks.News/Delhi/RahulGandhi. कोरोना वैक्सीन पर केंद्र सरकार के दावों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार औऱ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे चार सवालों के जवाब मांगे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये इन सवालों को साझा किया. इससे पहले आज सुबह ही केंद्रीय चिकित्सा मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने भारत में मार्च तक कोरोना वैक्सीन आने की बात कही थी. इसके जवाब में राहुल गांधी ने पूछा है कि क्या मुफ्त कोरोना वैक्सीन के लिए पीएम केयर्स फंड का इस्तेमाल किया जाएगा. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने 130 करोड़ भारतीयों को कोरोना वैक्सीन पहुंचने के समय के बारे में भी पूछा है.
राहुल गांधी ने ट्वीट के माध्यम से निम्न सवालों के जवाब केंद्र और मोदी सरकार से मांगे हैं..
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि सरकार ने भारतीयों के लिए किन-किन कंपनियों की कोरोना वैक्सीन को चुना है और उनको चुनने की क्या वजहें हैं.
- किन लोगों को कोरोना की वैक्सीन सबसे पहले दी जाएगी और कोविड वैक्सीन के वितरण की क्या योजना सरकार ने तैयार की है.
- क्या मुफ्त कोरोना वैक्सीन के लिए पीएम केयर्स फंड का इस्तेमाल किया जाएगा.
- सभी 130 करोड़ भारतीयों को कब तक कोरोना का टीकाकरण हो जाएगा?
The PM must tell the nation:
1. Of all the Covid vaccine candidates, which will GOI choose & why?
2. Who will get the vaccine first & what will be the distribution strategy?
3. Will PMCares fund be used to ensure free vaccination?
4. By when will all Indians be vaccinated?— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 23, 2020
इससे पहले सोमवार सुबह केंद्रीय मंत्री स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा बयान जारी करते हुए कहा था कि आगामी वर्ष के शुरुआती तीन महीनों में यानि मार्च तक कोरोना वैक्सीन आ जाएगी. डॉ.हर्षवर्धन ने कहा कि पूरी दुनिया में 250 कोरोना वैक्सीन कंपनी काम कर रही हैं जिनमें से 30 पर भारत की नजर है. देश में पांच वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग का यह 11वां महीना है और 2021 के पहले तीन महीनों में कोरोना वैक्सीन मिल जाएगी. सितंबर तक 30 करोड़ भारतीयों को वैक्सीन दिए जाने की बात भी केंद्रीय मंत्री ने कही.
यह भी पढ़ें: कराची स्वीट्स से शुरू हुई सियासत पहुंची PoK और बांग्लादेश तक, राउत बोले- पहले कश्मीर तो ले लो
बता दें, भारत में ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वैक्सीन का परीक्षण चल रहा है. भारत की आठ कंपनियां कोरोना वैक्सीन के विकास में लगी हुई हैं. इनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक भी शामिल है. भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन आईसीएमआर के साथ विकसित की जा रही है.