politalks.news

देश में लोकसभा के साथ चार राज्यों में विधानसभा चुनाव में हुए थे. जिसमें से सिक्किम राज्य भी एक है. यहां सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने मुख्यमंत्री पवन चामलिंग के 25 साल की सत्ता को हटाने में कामयाबी हासिल की है. पार्टी अध्यक्ष प्रेम सिंह तमांग ने सोमवार को सिक्किम के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की. तमांग को प्रदेश के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने राजधानी गंगटोक में पद व गोयपनियता की शपथ ग्रहण करवाई. सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के अध्यक्ष प्रेम सिंह तमांग को प्रदेश की जनता में ‘गोले’ नाम से भी जाने जाते हैं. उन्होंने नेपाली भाषा में शपथ ली थी.

गंगटोक में सोमवार को दिन सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के लिए खास रहा. विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद सत्ता में लौटी एसकेएम के अध्यक्ष प्रेम सिंह तमांग ने सिक्किम के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. गंगटोक के पलजोर स्टेडियंम में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल गंगा प्रसाद ने उन्हें पद व गोपनियता की शपथ दिलाई. सिक्किम के नए सीएम 51 वर्षीय पीएस तमांग उर्फ गोले ने नेपाली भाषा में शपथ ली. इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल में मौजुद पार्टी समर्थकों, नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनका उत्साहवर्द्धन किया.

मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बुलावे के बाद भी प्रदेश के पूर्व सीएम पवन कुमार चामलिंग और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के कोई नेता उपस्थित नहीं हुए, जो प्रदेश में चर्चा बना हुआ है. बता दें कि सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के अध्यक्ष प्रेम सिंह तामंग ने इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था. वे सिक्किम विधानसभा के सदस्य नहीं हैं. अब मुख्यमंत्री बनने के बाद तामंग को 6 माह की अवधि में विधानसभा का सदस्य बनना होगा. उनकी पार्टी ने प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कुल 32 विधानसभा सीटों में से 17 पर जीत हासिल कर बहुमत हासिल किया है.

उनकी पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कुल 32 विधानसभा सीटों में से 17 पर जीत हासिल कर बहुमत हासिल किया है. इस पार्टी का गठन साल 2013 में किया गया था. वहीं ढाई दशक से प्रदेश में राज कर रहे पवन चामलिंग की पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट यहां सिर्फ 15 सीटों पर सिमट कर रह गई और शासन खो दिया.

Leave a Reply