लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त पर मंथन के लिए 25 मई को आयोजित हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद सियासी गलियारों में कई तरह की अटकलें चल रही है. इस पर सोमवार को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने चुप्पी तोड़ते हुए एक बयान जारी किया है और मीडिया द्वारा एक बंद कमरे में हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक को पवित्रता को बनाए रखने की बात कही है. साथ ही उन्होंने कहा है कि कांग्रेस कार्य समिति एक ऐसा लोकतांत्रिक मंच है जहां विचारों के आदान-प्रदान के साथ सुधारात्मक कार्रवाई की रूपरेखा तैयार की जाती है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला द्वारा जारी प्रेस रिजीज में उन्होंने साफ किया है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी की शिकस्त के लिए सामूहिक जिम्मेदारी ली गई है और आगे की कार्रवाई पर काम करने के लिए मंथन जारी है, जिसमें मौजुदा स्थिति में पार्टी के सामने चुनौतियों पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है. साथ ही सुरजेवाला ने किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की बात कही. इसके अलावा उन्होंने यह भी संकेत दिए कि संगठन में आगामी दिनों में कोई बड़ा बदलाव देखा जा सकता है.
CWC is a democratic forum to exchange ideas & take corrective action.
Congress expects everyone including the media to respect the sanctity of a closed door meet.
Various conjectures, speculations, insinuations, gossip & rumour mongering in a section of media is unwarranted. pic.twitter.com/t9W83Itp9x
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 27, 2019
अपने ट्विटर हैंडल पर प्रेस रिलीज जारी करते हुए सुरजेवाला ने लिखा कि कांग्रेस कार्य समिति विचारों के आदान-प्रदान और सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए एक लोकतांत्रिक मंच है. कांग्रेस को उम्मीद है कि मीडिया सहित सभी लोग बंद दरवाजे की बैठक की पवित्रता का सम्मान करेंगे. वहीं उन्होंने लिखा कि मीडिया के एक वर्ग में विभिन्न अनुमानों, अटकलों, शिलालेखों, गपशप और अफवाह को अनुचित बताया गया है.
आगे कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि इस हार का ठीकरा किसी एक के सिर नहीं फोड़ा जा सकता और पार्टी ने इसी को ध्यान में रखने हुए सामूहिक जिम्मादारी ली है. संगठन द्वारा आगे की कार्रवाई के लिए मंथन किया जा रहा है. पार्टी के सामने मौजुदा व भावी चुनौतियों को भी बारिकी से अध्ययन करने की ओर कदम उठाए जा रहे हैं. कांग्रेस कार्य समिति की 25 मई की बैठक का फैसला सार्वजनिक तौर पर बता दिया गया था. लेकिन फिर भी कई तरह के कयास और अफवाहों को फैलाया जा रहा है. उन्होंने मीडिया से ऐसी किसी अटकलों या अफवाहों पर नहीं नहीं देने के साथ इंतजार करने की बात कही.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूरी जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी, जिसे कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के सदस्यों ने एक स्वर में नकार दिया. साथ ही इन सदस्यों ने संगठन के हर स्तर पर बदलाव करने के लिए राहुल गांधी को जिम्मा दिया. सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी अभी भी अपने इस्तीफे पर अड़े हैं. सूत्र तो यहां तक कहते हैं कि बैठक में भी राहुल गांधी ने कड़े शब्दों में वरिष्ठ नेताओं पर बेटों के हितों को आगे रखने की बात भी कही. खैर, अब पार्टी के भीतर का ये सन्नाटा कोई बड़ा तूफान ला पाएगा, ये देखने वाली बात रहेगी.