politalks.news

लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने का इतिहास रचने वाली बीजेपी फिर से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार का गठन करने जा रही है. 17वीं लोकसभा के गठन के लिए बीजेपी सहित एनडीए के दलों के नेताओं व सांसदों की मौजुदगी में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल ने अपना नेता चुना. इस अवसर पर बीजेपी मार्गदर्शक मंडल के सदस्य व दिग्गज बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी भी उपस्थित रहे. साथ ही बीजेपी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ एनडीए घटक दलों के वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे.

बीजेपी व एनडीए अध्यक्ष अमित शाह की मौजुदगी में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुनने का प्रस्ताव रखा गया. जिसका एक के बाद एक एनडीए घटक दलों के नेताओं ने समर्थन कर नरेंद्र मोदी को बधाई दी और उन्हें गुलदस्ते भेंट कर आगामी कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दी. वहीं नरेंद्र मोदी ने भी सबका आभार प्रकट किया और सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास ध्येय पर काम करने की बात कही. मोदी ने भारतीय संविधान को भी नमन किया और इसे किसी तरह के खतरे नहीं होने की बात कही. इसके अलावा नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी के पैर छुकर आशीर्वाद भी लिया. पीएम मोदी इसके बाद राष्ट्रपति से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.

इससे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जनता ने प्रधानमंत्री मोदी में अपना विश्वास दिखाया है. जनता ने उनके समर्थन में वोट दिया. शाह ने कहा कि पीएम मोदी की छवि पर एक भी दाग नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी दिन में 18 घंटे काम करते हैं.  20 साल में उन्होंने एक भी छुट्टी नहीं ली. इसके अलावा शाह ने सभी दलों के नेताओं का आभार जताया. उन्होंने लोकसभा चुनाव में जीत को भाजपा को जनता का प्रचंड जनसमर्थन बताया.

इस दौरान नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कई अहम बातें कही. उन्होंने एनडीए की बैठक को संबोधित करने से पहले संविधान को नमन किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में घटी यह घटना सामान्य नहीं है.  उन्होंने कहा कि जनादेश जिम्मेदारियों को बढ़ाता है और हमें नए भारत की संकल्प यात्रा पर नई ऊर्जा के साथ चलना है.

साथ ही उन्होंने जनता जनार्दन को ईश्वर का रूप बताते हुए कहा कि इस बार का चुनाव उनके लिए तीर्थयात्रा थी. उन्होंने कहा कि पहली भारत भारत की संसद में इतनी बड़ी संख्या में महिला सांसद बैठेंगी. उन्होंने कहा कि अगली बार महिला मतदाता पुरुषों से आगे निकल जाएंगी. वहीं उन्होंने पहली बार चुनकर आए सांसदों को सीख देते हुए कहा कि अहंकार से जितना दूर रहें उतना बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि अखबार के पन्नों से मंत्री नहीं बनते, भीतर का कार्यकर्ता जीवित रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि सांसद ध्यान दें कि देश वीआईपी कल्चर से नफरत करता है, इससे बचें.

नरेंद्र मोदी ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि जनता ने हमें बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है, जो हमें निभानी है वरना अब देश माफ नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का बड़बोलापन हमारी पूरी मेहनत बर्बाद कर देता है. दुनिया में कुछ भी ‘ऑफ दि रिकॉर्ड’ नहीं होता है. अपने लंबे संबोधन के दौरान नरेंद्र मोदी ने अपनी आगामी सरकार की नीतियों और सोच को भी साझा किया.

 

Leave a Reply