Politalks.News/Rajasthan/REET2021. REET पेपरलीक मामले की CBI जांच की मांग को लेकर भाजपा गहलोत सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है. इस मामले को लेकर विधानसभा में आज भाजपा विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. भाजपा के इस हंगामे पर मुख्यंमत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि, ‘भाजपा ने प्रदेश के युवाओं को भड़काकर जिस तरह का हिंसात्मक माहौल बनाया उसके कारण रीट लेवल 2 की परीक्षा रद्द की गई. इससे करीब 15 हजार युवाओं की आशाओं को धक्का लगा है. अब विधानसभा की कार्यवाही में व्यवधान पैदा कर भाजपा राज्य के विकास के मुद्दों पर चर्चा नहीं होने देना चाहती है’. आपको बता दें, विधानसभा में गुरुवार को भाजपा विधायक दल ने जमकर हंगामा किया. एक बार तो भाजपा और कांग्रेस के विधायकों के बीच हाथापाई की नौबत तक आ गई. जिसके बाद सभापति ने चार विधायकों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया. जिसके विरोध में भाजपा से विधायक सदन में भी धरने पर बैठ गए हैं.
…भाजपा बताए कि अन्य भर्तियों की जांच सीबीआई को क्यों नहीं दी- गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘आज गुजरात में 13 फरवरी को प्रस्तावित नॉन सेक्रेटेरिएट क्लर्क की परीक्षा को स्थगित किया गया है. इस परीक्षा को चार सालों में तीन बार स्थगित किया गया है. विभिन्न राज्यों में पेपर लीक, नकल, फर्जी डिग्री आदि के संगठित गिरोह से सभी परीक्षाओं में परेशानियां आ रही हैं. हरियाणा में पुलिस कांस्टेबल पेपर, मध्य प्रदेश में SDO, RAEO व नर्स भर्ती परीक्षा, यूपी में दरोगा भर्ती, UPPCL भर्ती, यूपी लोअर सबॉर्डिनेट परीक्षा, ग्राम विकास अधिकारी, यूपी पीएटी, यूपी टीईटी परीक्षा केन्द्र सरकार द्वारा आयोजित यूजीसी नेट 2021, नीट परीक्षा, SSC CGL भर्ती, थल सेना में जनरल ड्यूटी भर्ती आदि की परीक्षाओं के पेपर लीक हुए एवं तमाम परीक्षाएं रद्द करनी पड़ीं’. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘केन्द्र व राज्यों की सरकारों के सामने यह चिंता का विषय होना चाहिए. इन राज्यों में हुए पेपर लीक की जांच वहां की एजेंसियों ने ही की, भाजपा बताए कि इन सब भर्तियों की जांच CBI को क्यों नहीं दी?’
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‘भाजपा ने युवाओं को भड़का कर बनाया हिंसात्मक माहौल’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि, ‘भाजपा ने प्रदेश के युवाओं को भड़काकर जिस तरह का हिंसात्मक माहौल बनाया उसके कारण रीट लेवल 2 की परीक्षा रद्द की गई. इससे करीब 15 हजार युवाओं की आशाओं को धक्का लगा. अब विधानसभा की कार्यवाही में व्यवधान पैदा कर भाजपा राज्य के विकास के मुद्दों पर चर्चा नहीं होने देना चाहती है’.
‘विकास के मुद्दों पर चर्चा के बजाय सदन की गरिमा को तार-तार करने का कर रहे हैं कार्य’
यही नहीं सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘हमारी सरकार पेपर लीक, नकल एवं परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर कठोर कानून वाला बिल लेकर आ रही है एवं हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने के लिए कमिटी बनाई है जो 15 मार्च तक अपने सुझाव देगी. पर भाजपा चर्चा नहीं सिर्फ हंगामा कर माहौल खराब करना चाहती है. राज्य के ये भाजपा नेता किसी के इशारे पर लगातार हंगामा करने की नीति बनाए हुए हैं जिससे समय पर भर्ती संभव ना हो एवं सरकार को बदनाम कर सकें. इस तरह विधानसभा में विपक्ष अब राज्य के विकास के मुद्दों पर चर्चा करने की बजाय सदन की गरिमा को तार-तार करने का कार्य कर रहा है’.