पॉलिटॉक्स ब्यूरो. झारखंड की एक चुनावी रैली में राहुल गांधी के दिए ‘रेप इन इंडिया’ बयान का मामला अभी तक ठंडा भी नहीं पड़ा था कि हेमंत सोरेन ने एक और विवादित बयान दे दिया. कांग्रेस गठबंधन में झारखंड के मुख्यमंत्री प्रत्याशी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने बुधवार को झारखंड के पाकुड़ जिले के बरहड़वा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बीजेपी नेताओं को रेपिस्ट बताया. सोरेन ने कहा कि यहां गेरुवा पहन बहू बेटियों की इज्जत लूट ली जाती है. बताना जरूरी नहीं कि हेमंत सोरेन ने ये बयान किसके लिए दिया है. उन्होंने ये निशाना चिन्मयानंद स्वामी पर साधा.
हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो कुछ हुआ, उसे सबने देखा है. इज्जत लूटने वाले अस्पताल में आराम फरमा रहे हैं तो अस्मत गंवाने वाली बेटी को जेल में डाल दिया गया. झामुमो नेता (Hemant Soren) ने कहा कि गो गस्करी के नाम पर मॉब लिंचिंग की जाती है. भाजपा का भगवान राम के आदर्शों से कोई लेना देना नहीं है. भगवान राम ने समाज को जोड़ा था लेकिन ये लोग समाज को तोड़ने में विश्वास रखते हैं. ये सिर्फ अपने लाभ के लिए श्रीराम का नाम लेते हैं.
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बता दें, इससे पहले कांग्रेस के वायनाड सांसद राहुल गांधी ने झारखंड में ही एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि जहां देखो वहां दुष्कर्म की खबरें दिखाई देती हैं. अब ये मोदीजी का मेड इन इंडिया नहीं बल्कि रेप इन इंडिया बन गया है. उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नेतृत्व में बीजेपी सांसदों ने लोकसभा में जमकर हंगामा मचाया था. इस हंगामे में रक्षामंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह को भी शामिल किया गया और राहुल गांधी से सदन में माफी मांगने के नारे लगने लगे. हालांकि राहुल गांधी ने माफी मांगने से साफ तौर पर मना कर दिया.
इससे पहले, बरहड़वा की चुनावी रैली में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं. ये प्रियंका की मौजूदा झारखंड विधानसभा चुनाव की पहली और अंतिम रैली थी. बुधवार शाम ही चुनाव प्रचार का शोर थम गया. इससे पहले यहां की चुनावी प्रचार की कमान खुद राहुल गांधी ने संभाल रखी थी और वे ही अब तक चुनावी रैलियों को संबोधित करते आ रहे थे. झारखंड की अंतिम चुनावी सभा में प्रियंका गांधी मोदी सरकार पर जमकर बरसीं और धारा 3701 और नागरिकता कानून की जगह देश में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं, बेरोजगारी एवं भ्रष्टाचार पर बोलने की चुनौती दी.