पॉलिटॉक्स न्यूज/दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशवासियों से कोरोना वायरस के संकट के बीच सतर्कता बरतने की अपील की है. मंत्रालय के अधिकारियों ने एक प्रेस वार्ता करते हुए देशवासियों से कहा कि लोगों को केवल सतर्क रहने की जरूरत है न कि पैनिक होने की. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेसवार्ता में कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने 11 हजार 92 करोड़ रुपये का फंड जारी किया है जो राज्य सरकारों की मदद को दिया जा रहा है. अग्रवाल ने देश में कोरोना के हालातों पर जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में देश में 2902 कोरोना संक्रमित मरीज हैं जिनमें से 183 इलाज से ठीक हो चुके हैं. 68 की मौत हो चुकी है. वहीं दुनियाभर में 59 हजार लोगों की मौत कोरोना वायरस के चलते हो चुकी है.
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना के मामलों में 30 फीसदी मामले तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के हैं. कुल 2902 में से 1023 मामले मरकज से निकले लोगों के हैं. ये लोग 17 राज्यों में फैले हुए हैं और सभी संक्रमित हैं जबकि दो हजार से अधिक जमाती क्वारंटाइन किए गए हैं. उन्होंने कहा कि हमें जागरूक रहने की जरूरत है. अगर चूक हुई तो काफी पीछे चले जाएंगे.
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मंत्रालय ने ये भी बताया कि मुंह ढकने को लेकर एडवाइजरी जारी की जा चुकी है. अब मास्क की जगह कपड़े से भी मुंह ढका जा सकता है. उन्होंने किसी से भी अपना फेस कवर शेयर करने की बात भी कही. विभाग के अधिकारी ने कहा कि कोरोना संकट से नियंत्रण के लिए एक्शन प्लान को लेकर गाइड लाइन जारी कर दी गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना की स्थिति को लेकर रोजाना निगरानी हो रही है. फिलहाल कोरोना की रफ्तार काफी धीमी है. 31 हजार से अधिक चिकित्सक मदद को आगे आए हैं जबकि 1.34 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को इसके लिए खास तौर पर ट्रेंन किया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने के साथ ही देशव्यापी लॉकडाउन की सख्ती से पालना करने करने की अपील की. विभाग ने कहा कि सतर्कता ही बचान है और इसी से कोरोना पर लॉक लगाया जा सकता है.