पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. देशभर में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, ऐसे में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में दिन ब दिन बढती जा रही है. राजस्थान में रविवार को भी 5 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए. प्रदेश लगातार बढते जा रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए संवेदनशील मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सभी जिलों में गर्भवती महिलाओं के प्रसव की संभावित जानकारी जुटाई जाए और तय तारीख पर प्रसव के लिए समुचित व्यवस्था की जाए. वहीं लॉकडाउन के चलते बाहरी राज्यों के मजदूर अपने घरों की ओर पलायन को मजबूर हैं. इसी को देखते हुए सीएम गहलोत के निर्देश पर शनिवार को बाहरी राज्यों के मजदूरों को राज्य की सीमाओं तक छोडने के लिए राजस्थान रोडवेज की बसों को लगाया गया था लेकिन केंद्र के निर्देशों पर रविवार रात से सभी राज्यों की सीमाओं को सील कर दिया गया है. अब अपने राज्यों को जाने वाले मजदूर जहां है वहीं रहेेंगे.
सीएम अशोक गहलोत ने अपने निवास पर कोरोना वायरस से प्रदेश में उत्पन्न स्थिति की समीक्षा बैठक में उच्चाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विभिन्न जिलों में गर्भवती महिलाओं की ट्रेकिंग कर प्रसव की संभावित तारीख की जानकारी जुटाई जाए और तय तारीख पर प्रसव के लिए समुचित व्यवस्था की जाए. सीएम गहलोत ने आगे कहा कि आईसोलेशन, क्वारंटाइन अथवा ट्रांजिट शिविरों में रह रही गर्भवती महिलाओं की विशेष देखभाल की जाए. वर्तमान माहौल में सभी गर्भवती महिलाओं के प्रति जिम्मेदारी में राज्य सरकार कोई कोताही नहीं होने देगी.
सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार को समाज के सभी जरूरतमंद और वंचित वर्गाें के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निर्वहन करना है. ऎसे में, गरीब तबके की गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित गर्भ, टीकाकरण और प्रसव से जुड़ी आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. सीएम गहलोत ने निर्देश दिए कि इस काम में महिला चिकित्सकों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अलावा राज्य सरकार में पदस्थापित महिला अधिकारियों-कर्मचारियों, जो स्थानीय निवासी हैं, उनकी भी मदद ली जा सकती है.
सीएम गहलोत ने निर्देश देते हुए कहा कि जिला कलेक्टर राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में कार्यरत स्थानीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भी सूचियां तैयार करें और उनको कोविड-19 महामारी से जुड़े विभिन्न अभियानों में वॉलंटियर के रूप में भूमिका निभाने के लिए नियोजित करें. इन कार्मिकों से मुख्यतः बेघर लोगों, वंचितों एवं जरूरतमंदों के लिए भोजन और खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के काम में लिया जा सकता है. ये वॉलंटियर कोई परेशानी आने पर जिला स्तर पर स्थित वॉर रूम में सूचना कर मदद कर सकते हैं और स्थानीय प्रशासन भी आवश्यकता होने पर उनकी सेवाएं ले सकता है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश की कई निजी संस्थाओं और उपक्रमों ने अपने संसाधनों, भवनों आदि को कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार द्वारा उपयोग में लेने के लिए प्रस्ताव दिए हैं. इन संसाधनों की सूची तैयार की जा रही है तथा आवश्यकता पड़ने पर इन्हें उपयोग में लिया जाएगा. सीएम गहलोत ने आगे लॉकडाउन के दौरान सभी लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए बेहतर काम करने वाले पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को साधुवाद दिया. सीएम गहलोत ने पुलिस महानिदेशक से कहा कि वे स्वयं फील्ड में अच्छा काम करने वाले पुलिस कार्मिकों की हौसला अफजाई करें, ताकि दूसरे लोग भी उनसे प्रोत्साहित हों.
दूसरी तएफ देशभर में लॉकडाउन के चलते बाहरी राज्यों के मजदूर अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं वहीं बाहरी राज्यों से राजस्थान के मजदूर अपने घरों की ओर वापस आ रहे हैं. ऐसे में केन्द्र सरकार के निर्देश पर देशभर में लॉकडाउन के बाद जारी पलायन को रोकने के लिए राजस्थान में सभी सीमाएं रविवार रात से सील कर दी जाएंगी. प्रदेश के सभी जिलों में रविवार देर शाम से ही अंतराज्यीय बॉर्डर पर पुलिस और प्रशासन ने इसकी तैयारियां शुरु कर दी थी. इसी बीच रविवार रात को अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरुप ने बताया कि केंद्र के आदेशानुसार अपने राज्यों को जाने वाले श्रमिक जहां है वहीं रहेंगे. रविवार रात रात से सभी राज्य अपने बॉर्डर सील कर रहे हैं.
एसीएस राजीव स्वरूप ने बताया कि लॉकडाउन की इस अवधि में कोई भी नियोक्ता किसी भी मजदूर को नौकरी से नहीं निकालेगा व उसे पूरा वेतन मिलेगा. वहीं मजदूरों के मकान मालिक भी इनसे एक माह का किराया नहीं वसूलेंगे. प्रदेश में रह रहे सभी मजदूरों को फूड पैकेट एवं सूखा राशन उपलब्ध करवाया जायेगा. राजीव स्वरूप ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोये. भोजन उपलब्ध करवाने के लिए हेल्पलाइन, कंट्रोल रूम एवं पुलिस को सूचित करने के लिये कहा गया है.
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बता दें, राजस्थान में रविवार को कोरोना पॉजिटिव मरीजों के 5 नए केस सामने आए हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस का संक्रमण भीलवाडा में जहां रविवार को भी एक नया कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आया इसके साथ ही एक संक्रमित मरीज झुंझुनू में सामने आया. वहीं अजमेर में शनिवार को कोरोना संक्रमित पाये गए युवक के माता, पिता और भाई भी रविवार को कोरोना संक्रमित पाए गए. इससे पहले प्रदेश में शनिवार को 4 पॉजिटिव केस सामने आए थे.
गौरतलब है कि प्रदेश के भीलवाड़ा जिले में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा 25 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं जयपुर में 10, झुंझुनूं में 7, जोधपुर में 6, प्रतापगढ़ में 2, डूंगरपुर में 2, अजमेर में 4, पाली, सीकर और चूरू में एक-एक संक्रमित मरीज सामने आया है. रविवार को भीलवाड़ा में जिस 53 साल की महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली वो भी बांगड़ अस्पताल में भर्ती थी, जिसका आईपीडी में डॉक्टर द्वारा इलाज किया जा रहा था. ऐसे में कुल मिलाकर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 59 पहुंच गई है, वहीं 479 मरीजों की जांच रिपोर्ट अभी प्रकियाधीन है.