चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी, बिना ऑर्बिटर अगले साल किया जा सकता है लॉन्च

तमिलनाडु के तुतुकुडी में बनेगा देश का दूसरा स्पेस पोर्ट, इस साल लॉन्च किए जाएंगे 25 से ज्यादा मिशन, गगनयान मिशन के लिए चार लोगों को चुना

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. नए साल में केंद्र सरकार ने चंद्रयान-3 (Chandrayan-3) प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. इस पर काम शुरू हो चुका है और इसे संभवत: 2021 में लॉन्च किया जाएगा. बेंगलुरु स्थि‍त इसरो मुख्‍यालय में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख के.सिवन (ISRO Chief K.Sivan) ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि चंद्रयान-3 (Chandrayan-3) में लैंडर और रोवर तो होंगे लेकिन ऑर्बिटर नहीं होगा जो इसकी सबसे बड़ी खासियत होगी. उन्होंने बताया कि गगनयान मिशन के लिए चार लोगों को चुना गया है. सभी अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण इस महीने के तीसरे सप्ताह में शुरू होगा. एस्ट्रोनॉट्स की ट्रेनिंग रूस में होगी. उन्‍होंने कहा कि चंद्रयान-2 के अनुभवों और मौजूदा बुनियादी सुविधाएं चंद्रयान 3 (Chandrayan-3) के लागत को कम करेगा.

गौरतलब है कि चंद्रयान-2 मिशन चंद्रमा की सतह पर भारत का पहला प्रयास था. इसरो ने चंद्रमा की सतह के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की योजना बनाई थी. हालांकि लैंडिंग में सफल नहीं हो सके लेकिन ऑर्बिटर अभी भी काम कर रहा है और अगले सात सालों तक करता रहेगा. के.सिवन ने ये भी बताया कि देश का दूसरा स्पेस पोर्ट तमिलनाडु के तुतुकुडी में बनने जा रहा है जहां निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का काम शुरुआती दौर में है.

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इस मिशन का लक्ष्‍य चंद्रमा का दक्षि‍णी ध्रुव है जहां पहले कोई चंद्रयान नहीं गया. माना जा रहा है कि यहां क्रेटर्स के तौर पर पानी है। केवल अमेरिका, रूस और चीन अब तक चंद्रमा की सतह पर पहुंच पाए हैं. पिछले साल बीजिंग ने एक मिशन किया था जो असफल रहा. वहीं इजरायल का भी स्‍पेसक्राफ्ट सफल लैंडिंग नहीं कर सका.

इसरो चीफ के. सिवन ने ये भी बताया कि दुनिया में जीपीएस सिस्टम को मान्यता देने वाली संस्था 3-GPPP ने हमारे नाविक पोजिशनिंग सिस्टम को मान्यता दे दी है. इसलिए जल्द ही देश के सभी मोबाइल में अपना पोजिशनिंग सिस्टम होगा. उन्होंने ये भी बताया कि गगनयान प्रोजेक्ट के शुरुआती पड़ाव के तहत अनमैन्ड (मानवरहित) मिशन इस साल करने प्लानिंग है. अगर काम पूरा होगा तो इसे पूरा करेंगे. इसरो चीफ ने 2020 को इसरो (ISRO) के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इस साल हमारी 25 से ज्यादा मिशन लॉन्च करने की योजना है. (Chandrayan-3)

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