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यूपी में बीजेपी को झटका, ओमप्रकाश राजभर का योगी कैबिनेट से इस्तीफा

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यूपी की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने आज इस्तीफा देकर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. राजभर लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी से नाराज चल रहे थे. राजभर ने कहा कि मैं तो यूपी कैबिनेट से 13 अप्रेल को ही इस्तीफा दे चुका हूं. अब ये बीजेपी पर निर्भर करता है कि वो उसे स्वीकार करेगी या खारिज करेगी.

बता दें कि ओमप्रकाश राजभर की सुहलदेव समाज पार्टी यूपी का विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ी थी. पार्टी को चार सीटों पर जीत हासिल हुई थी. जिसमें जहूराबाद से ओमप्रकाश राजभर विधायक चुने गए थे. उन्हें योगी कैबिनेट में ओबीसी विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. लोकसभा चुनावों में उन्होंने ज्यादा सीटों की मांग की थी लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया. उन्होंने कई बार बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तक भी अपनी बात पहुंचाई थी लेकिन कहीं से भी नाराज राजभर को मनाने की कोशिश नहीं हुई.

इस्तीफे के बाद राजभर ने कहा कि उनकी पार्टी प्रदेश की 39 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार भी उतार चुकी है. जिसमें वाराणसी, लखनऊ और गोरखपुर सीटें भी शामिल हैं. राजभर ने बीजेपी पर आरोप भी मढ़ दिया कि पार्टी चुनाव प्रचार में उनके नाम और उनके झंडे का इस्तेमाल कर रही है, उन्होंने इसकी शिकायत चुनाव आयोग में की है. साथ ही राजभर ने चुनाव परिणामों पर भविष्यवाणी करते हुए बताया कि सपा-बसपा-रालोद महागठबंधन प्रदेश में बीजेपी से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रहेगा.

गौरतलब है कि सुहलदेव समाज पार्टी प्रमुख ने बीजेपी को लोकसभा चुनावों से पहले ये चेतावनी भी दी थी कि अगर यूपी में ओबीसी समुदाय को 27 फीसदी आरक्षण नहीं दिया जाएगा तो वो सरकार से बाहर हो जाएंगे. उनका ऐन मौके पर पार्टी छोड़कर जाना उनकी इसी नाराजगी का हिस्सा लग रहा है. देश में लगभग आधी से ज्यादा सीटों पर मतदान हो चुके हैं लेकिन यूपी में बाजी मारने के लिए हर पार्टी अपनी अलग रणनीति रखती है. अब राजभर के कैबिनेट छोड़ने के बाद देखना ये रहेगा कि बीजेपी इससे कितना नुकसान महसूस करती है.

पीएम मोदी की कांग्रेस को चुनौती, कहा – राजीव गांधी के नाम पर लड़ो चुनाव

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प्रधानमंत्री मोदी ने आज झारखंड के चाईबासा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश का सबसे बड़ा कोयला घोटाला कांग्रेस की देन है. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के साथ-साथ नामदार के परिवार को, राग दरबारियों को, उनके चेले चपाटों को चुनौती देता हूं कि वो राजीव गांधी के नाम पर चुनाव लड़कर दिखाएं. साथ ही कहा कि कल मैने एक शब्द बोला और आपको बिच्छू काट गया.

यूपी में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कल पीएम नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी रैली में कथित बोफोर्स घोटाले का जिक्र किया और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिए बिना राहुल गांधी से कहा कि देश आपके पिता को बेशक ‘मिस्टर क्लीन’ के नाम से जानता है, लेकिन मिस्टर क्लीन का जीवनकाल ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1’ के रूप में खत्म हुआ था. इस मामले में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने टवीट कर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था. साथ ही कांग्रेस के अलावा सहयोगी दलों ने भी पीएम के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी.

पीएम के इस बयान के बाद भड़की कांग्रेस ने पीएम मोदी पर कई हमले किए. दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने पीएम की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए इसे देश के लिए जान देने वाले राजीव गांधी का अपमान करना बताया. प्रियंका गांधी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक तरफ पीएम शहीदों के नाम पर वोट मांगते फिरते हैं और दूसरी तरफ वे एक शहीद का इस तरह से अपमान करते हैं. लेकिन आज फिर पीएम मोदी ने कांग्रेस को राजीव गांधी के नाम पर चुनाव लड़ने की चुनौती दे डाली और कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि कांग्रेस मेरी इस चुनौती को स्वीकार करेगी. और वो मध्य-प्रदेश, दिल्ली, पंजाब में राजीव गांधी के नाम पर वोट मांगेगी.

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर बोफोर्स तोप की खरीद को लेकर घोटाले के कई आरोप लगे थे. लेकिन बाद में वो आरोप निराधार पाये गए थे. इसी मामले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी राजीव गांधी को निशाने पर ले रहे है. अब पीेएम मोदी द्वारा आज फिर से राजीव गांधी को लेकर बयान देने के बाद राजनीति में सियासी उबाल आना तय है. देखना ये होगा कि अब कांग्रेस के पलटवार के बाद पीएम मोदी फिर कौनसा नया मुद्दा लाने वाले हैं.

पश्चिम बंगाल में मतदान के दौरान बीजेपी-टीएमसी कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प

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देश में लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण का मतदान चल रहा है. बीते चार चरणों की तरह इस पांचवें चरण में भी बंगाल में चुनावी हिंसा देखने को मिली. नादिया जिले में टीएमसी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के दौरान देशी बम फेंके जाने की खबरें आ रही हैं. इस झड़प के दौरान एक कार्यकर्ता के घायल हुआ है. जिसके बाद से ही यहां भारी तनाव का माहौल है. जिसको देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इलाके में भारी जाब्ते की तैनाती की गई है.

वहीं हुगली में बीजेपी प्रत्याशी लॉकेल चॅटर्जी की कार पर पत्थरों से हमला किया गया है. जिससे उनकी गाड़ी का आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. लॉकेल चटर्जी इस हमले में बाल-बाल बची हैं. इस हमले का आरोप उन्होंने टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर लगाया है. हमले के बाद यहां खासा बवाल देखने को मिला. स्थिति ये हो गई कि दोनों पार्टी के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. जिसके बाद सुरक्षाबलों द्वारा उन्हें खदेड़ा गया.

इसके अलावा सुबह बैरकपुर से भी मतदान के दौरान हिंसा की खबरें आईं थी. जिसके बाद बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने चुनाव आयोग से बैरकपुर चुनाव दोबारा कराने तक की मांग की है. जावड़ेकर ने ममता पर सरकारी मशीनरी के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया. साथ ही जावड़ेकर ने ममता बनर्जी और टीएमसी पर बूथ कैप्चरिंग तक के आरोप लगाए.

पश्चिमी बंगाल के अलावा जम्मू-कश्मीर के पुलवामा मे मतदान के दौरान हंगामे के समाचार मिले हैं. यहां मतदान केंद्र पर दो बार ग्रेनेड से हमला किया गया. हमले में किसी के हताहत होने की खबर नही है. वहीं ईवीएम भी पूरी तरह से सुरक्षित बताई जा रही है.

साथ ही बिहार के सारण से भी मतदान के दौरान हिंसक झड़प की खबरें आई है. यहां पथराव कर वोट डालने जा रहे मतदाताओं को रोकने की कोशिश की गई. जिसके बाद दो गुटो में झड़प हो गई. सुबह इसी लोकसभा क्षेत्र में ईवीएम के साथ तोड़फोड़ की गई थी. जिसके बाद पुलिस ने तोड़फोड़ करने वाले शख्स को गिरफ्तार किया.

बिहार: EC द्वारा बूथ कैप्चरिंग मामले में 20 मतदानकर्मी निलंबित

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बिहार में 29 अप्रेल के मतदान के दौरान मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के बूथ नं 339 और 340 पर बूथ कैप्चरिंग की शिकायत आई थी. जिसके बाद चुनाव आयोग ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए इन बूथों पर तैनात 20 मतदान कर्मियों को निलंबित कर दिया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवासन ने बताया कि दोनों बूथों पर तैनात मतदान कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

निर्वाचन आयोग की कार्रवाई में दोनों मतदान केंद्रों की पोलिंग पार्टी, पेट्रोलिंग पार्टी, मतदान अधिकारियों, मतदान कर्मियों, सेक्टर अधिकारी और उनके साथ चुनावी ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी और माइक्रो आव्जर्वर शामिल हैं. इनमें से 3-4 को छोड़कर बाकी सभी कर्मचारी निलंबित किए जा चुके हैं. इन कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच के साथ आपराधिक मुकदमें भी चलेंगे.

बिहार में इस बार लोकसभा चुनाव में मुकाबला दिलचस्प देखने को मिल रहा है. बता दें कि राजद, कांग्रेस, जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा,  उपेन्द्र कुशवाहा की रालोसपा,  प्रवीण सहनी की विकासशील इंसान पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ रही है, जिसे महागठबंधन नाम दिया गया है. बीजेपी के साथ इस बार जदयू और लोजपा चुनाव लड़ रही है.

मोदी का ममता पर हमला, जय श्रीराम कहने वालों को जेल भेज रही दीदी

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देश में लोकसभा चुनाव का रोमांच चरम पर है. नेता विरोधियों पर हमला करने का एक भी मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहते. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के तामलुक में चुनावी जनसभा के दौरान ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला और गंभीर आरोप भी लगाए. पीएम मोदी ने कहा कि दीदी के शासन में कानून राज तो है नहीं, यहां तो टीएमसी नेताओं का माफियाराज हैं. बंगाल में लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. लोगों को त्यौहार मनाने के लिए भी दीदी की परमिशन लेनी पड़ती है.

इस दौरान पीएम मोदी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शिक्षा नीति पर निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल में स्कूलों के हालात दयनीय है. यहां के स्कूलों में गुणवत्ता की शिक्षा तो दूर पढ़ाने के लिए शिक्षक भी उपलब्ध नहीं है. ममता दीदी देश के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रही है.

साथ ही हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि पूरे देश में मसूद अजहर के वैश्विक आतंकी घोषित होने के बाद खुश की लहर है, लेकिन ममता दीदी के मुंह से मसूद अजहर के मसले पर कुछ नहीं निकलता, क्योंकि उनको डर है कि मसूद पर बोलने से उनका वोटबैंक उनसे छिटक सकता है. इसलिए वो देश के दुश्मनों के खिलाफ नहीं बोलती बल्कि उनके पक्ष में खड़ी होती हैं.

वहीं ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि ममता दीदी देशविरोधी नारे लगाने वालों के साथ खड़ी दिखाई देती है लेकिन जो लोग जय श्रीराम का उद्दघोष करते है उन्हें जेल में डालती हैं. ये इनका दोहरा चरित्र है लेकिन अब जनता दीदी की चाल को समझ चुकी है और इस चुनाव में दीदी का माफियाराज को कड़ा जवाब देगी.

केजरीवाल को फिर झटका, आप विधायक देवेंद्र सहरावत बीजेपी में शामिल

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आम आदमी पार्टी के लिए दिल्ली में राजनीतिक हालात दिनों-दिन खराब होते जा रहे हैं. आप के साथ ये समस्या है कि वो लोकसभा चुनाव की तैयारी करे या विधायकों में मची भगदड़ को रोके. गत शुक्रवार को गांधीनगर के विधायक बीजेपी में शामिल हो गए और अब आज बिजवासन विधानसभा से विधायक देवेंद्र सहरावत ने भी दिल्ली बीजेपी कार्यालय में प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू और केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल की मौजुदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली.

ये आप के लिए बड़ा झटका है. उसके तीन विधायकों ने एक सप्ताह के अंदर पार्टी का साथ छोड़ नई पार्टी जॉइन कर ली है. जिनमें दिल्ली की गांधीनगर विधानसभा के विधायक अनिल वाजपेयी ने बीजेपी और पंजाब की संदोहा रुपनगर विधानसभा के विधायक अमरजीत संदोहा ने हाल ही आप छोड़ कांग्रेस का दामन थामा है. अब आम आदमी पार्टी के साथ समस्या ये है कि वो लोकसभा चुनावों में ध्यान दे या विधायकों की भगदड़ रोके.

हाल ही आप छोड़ बीजेपी शामिल हुए वाजपेयी ने कहा कि उन्होंने आप इसलिए छोड़ी क्योंकि वह पार्टी के भीतर ‘दुर्व्यवहार और अपमान’ के चलते घुटन महसूस कर रहे थे. उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी में सत्तारूढ़ पार्टी के कई अन्य विधायक भी ऐसा ही महसूस करते हैं. ये विधायक कभी भी पार्टी का दामन छोड़ सकते है. विधायकों के इस तरह पार्टी छोड़े जाने के मामले पर नाराज बाकी एमएलए ने भी केजरीवाल पर हमले शुरू कर दिए हैं.

आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने 2015 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की 70 सीटों में से 67 पर कब्जा किया था लेकिन उसके बाद पार्टी में विवाद के बाद कई नेताओं ने पार्टी छोड़ी है, जिनकी फेहरिस्त काफी लंबी है. पहले पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, शांति भूषण ने आप को अलविदा कहा था. उसके बाद करावल नगर से विधायक कपिल मिश्रा को पार्टी से निलंबित किया गया.

अभी कुछ महीने पूर्व पंजाब में आप के निलंबित सांसद हरजिंदर सिंह खालसा ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. आप के लिए पंजाब में तो हालात बहुत बुरे होते जा रहे हैं. वहां पार्टी को छोड़कर एक-एक कर बड़े नेता दूसरी पार्टियों का रूख कर रहे हैं. इसी तरह दिल्ली में आप विधायकों का टूटना केजरीवाल सरकार के लिए खतरे के संकेत दे रहा है. हाल ही में बीजेपी नेता विजय गोयल के बयान ने भूचाल ला दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि आप के 14 विधायक उनके संपर्क में है. अब देखने वाली बात रहेगी कि क्या ये आप विधायकों के पार्टी छोड़ने का सिलसिला 14 के आंकड़े को पार कर पाता है.

बीजेपी ने लगाया ममता पर बूथ-कैप्चरिंग का आरोप

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देश में लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के लिए मतदान जारी है. नेता और दल एक-दूसरे पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं. इसी कड़ी में बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर बूथ कैप्चर करने के आरोप लगाए हैं. जावड़ेकर ने कहा कि ममता बनर्जी सरकारी मशीनरी का खुलकर दुरूपयोग कर रही है.

साथ ही उन्होंने कहा कि ममता दीदी को अपनी सियासी जमीन खिसकने का अहसास हो गया है. जिससे बाद अब उनके कार्यकर्ता हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. साथ ही जावड़ेकर ने चुनाव आयोग से बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र में दोबारा मतदान कराने की मांग की है. बताते चले कि पांचवे चरण में बंगाल कीबनगांव, बैरकपुर, हावडा, उलुबेरिया, सीरमपुर, हुगली, आरामबाग सीट पर मतदान जारी है.

इसके अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में राहुल गांधी पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है. स्मृति ने अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर कर कहा है कि राहुल गांधी बूथ कैप्चरिंग करवा रहे हैं. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में स्मृति ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग और प्रशासन को इसकी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. बता दें कि राहुल गांधी इस बार अमेठी के साथ-साथ वायनाड सीट से चुनावी मैदान में हैं. वायनाड में मतदान हो चुका है.

बसपा सुप्रीमो मायावती इस बार नहीं दे पाईं बसपा को वोट

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देश में पांचवे चरण के लिए 51 लोकसभा सीटों पर मतदान जारी है. चुनाव के इस चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की सीटों पर भी मतदान चल रहा है. उधर मायावती ने लखनऊ लोकसभा के एक बूथ पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया लेकिन इस बार का वोट मायावती के लिए कुछ अलग रहा. यहां मायावती बसपा प्रत्याशी को वोट नहीं डाल पाईं.

बता दें कि यूपी में बसपा-सपा-रालोद गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं. लखनऊ सीट गठबंधन में सपा के खाते में आई और सपा ने यहां से कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है. तो संभव है कि मायावती ने वोट सपा की उम्मीदवार पूनम सिन्हा को दिया होगा.  अब लखनऊ में बसपा का तो प्रत्याशी है नहीं तो यह पहली बार होगा कि मायावती बसपा को छोड़कर किसी अन्य दल को वोट किया हो.

बता दें कि इसी साल के शुरुआत में बसपा और सपा ने गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. पहले गठबंधन में सपा और बसपा के रहने की आंशका थी लेकिन चुनाव के ऐलान से कुछ समय पूर्व अजित सिंह की रालोद भी गठबंधन में शामिल हो गई. यूपी गठबंधन में सपा 37, बसपा 38 और रालोद तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. गठबंधन ने अमेठी और रायबरेली में प्रत्याशी नहीं उतारा है. गौरतलब हैं कि इनमें अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और रायबरेली से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनाव लड़ रहे हैं.

लोकसभा चुनाव: 51 सीटों पर पांचवें चरण का मतदान संपन्न

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देश में नई सरकार का फैसला करने के लिए लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए मतदान हुआ. इस चरण में विभिन्न राज्यों की 51 सीटों पर वोट डाले गए. यहां सुबह 7 बजे से शुरू हुई वोटिंग शाम 6 बजे तक जारी रही, वहीं 6 बजे से पहले मतदान केंद्र पहुंचने वालों ने इसके बाद भी मतदान किया . राजस्थान में सबसे अधिक मतदान श्रीगंगानगर लोकसभा क्षेत्र में हुआ. इसमें प्रदेश की कुल 12 सीटों पर 63.77 फीसदी मतदान हुआ है. वहीं पिछले चरण में हुई 13 सीटों की वोटिंग को मिलाकर कुल 25 सीटों पर 66 फीसदी मतदान हुआ.

प्रदेश की 12 सीटों पर इस तरह रहा मतदान का प्रतिशत

  • श्रीगंगानगर – 74.39 फीसदी
  • जयपुर शहर – 68.12 फीसदी
  • चूरू – 65.99 फीसदी
  • अलवर – 66.87 फीसदी
  • सीकर – 65.27 फीसदी
  • जयपुर ग्रामीण – 64.90 फीसदी
  • दौसा – 61.23 फीसदी
  • नागौर – 62.19 फीसदी
  • झुन्झूनूं – 61.87 फीसदी
  • बीकानेर – 59.59 फीसदी
  • भरतपुर – 58.84 फीसदी
  • करौली-धौलपुर – 55.10 फीसदी
वहीं अन्य राज्यों में मतदान प्रतिशत इस प्रकार रहा – 

मध्यप्रदेश – 52.83 %

उत्तरप्रदेश – 45.07 %

जम्मू-कश्मीर – 15.34 %

झारखंड – 58.63 %

पश्चिमी बंगाल – 62.69 %

बिहार – 44.08 %

पांचवे चरण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, स्मृति ईरानी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ सहित कई दिग्गजों का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया है. साथ ही इस चरण के मतदान में यूपी की अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, बिहार की सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सारण, राजस्थान की नागौर, जयपुर ग्रामीण, बीकानेर, मध्यप्रदेश की सतना, झारखंड की हजारीबाग आदि महत्वपूर्ण सीटों के दिग्गज उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला भी अब जनता ने सुना दिया है जो 23 मई को हमारे सामने होगा.

लोकसभा के इस पांचवे चरण में राजस्थान की श्रीगंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, जयपुर, जयपुर ग्रामीण, अलवर, भरतपुर, दौसा, नागौर, करौली-धौलपुर सीट पर, मध्य प्रदेश की टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बेतूल सीट पर, जम्मु-कश्मीर की अनंतनाग, लद्दाख, झारखंड की हजारीबाग, खूंटी, कोडरमा, रांची में मतदान हुआ है.

वहीं उत्तरप्रदेश की लखनऊ, मोहनलालगंज, रायबरेली, अमेठी, फतेहपुर, बांदा, कौशांबी, गोंडा, बाराबंकी, फैजाबाद, धौरहरा, सीतापुर, बहराइच और केसरगंज संसदीय सीटों व  बंगाल की बनगांव, बराकपुर, हावडा, उलुबेरिया, सीरमपुर, हुगली, आरामबाग सीटों के उम्मीदवारों की किस्मत को मतदाताओं ने ईवीटी में बंद कर दिया है. अब उम्मीदवारों को बेसब्री से 23 मई का ही इंतजार रहने वाला है.

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