Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, ऐसे में प्रदेश के सामने स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल रखे जाने की चुनौती के साथ आर्थिक संकट भी आ खड़ा हुआ है. ऐसी स्थितियों के बावजूद अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, अजमेर के अधिकारी घोटालों से बाज नहीं आ रहे हैं और विकास के नाम पर हो रहे कार्यों में भारी भ्रष्टाचार कर रहे हैं, यह बात खिंवसर से आरएलपी विधायक नारायण बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व एसीबी के महानिदेशक को लिखे पत्र में कही है.
नारायण बेनीवल ने बताया की वर्तमान समय में जहां अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, अजमेर के अधिकारियों को कोरोना जैसी त्रासदी में सरकार के पैसों का बेहतर सदुपयोग करना चाहिए ताकि लोगों को राहत दी जा सके लेकिन इसके स्थान पर निगम के अधिकारी विद्युत सुधार के नाम पर स्वीकृत सभी स्कीमों वो चाहे इंटिग्रेटेड पाॅवर डवलपमेंट स्कीम (आईपीडीएस) हो या फिर फीडर सेग्रीशन या एफआरटी या जीएसएस संचालन एवं रख-रखाव सभी में भ्रष्टाचार को बढावा देते जा रहे हैं. इन सभी स्कीमों के तहत चाहे विद्युत सामान की खरीददारी करनी हो या नई विद्युत लाइनें डाली जानी हो या फिर सीमेंट अथवा लोहे के पोल खडे़ किये जाने हों या लाइनों के फाल्ट के कार्य हो सभी में भ्रष्टाचार का बोलबाला है.
इन पर लगाये आरोप – विधायक बेनीवाल ने पत्र में लिखा की निगम में सहायक अभियंताओं से लेकर प्रबन्ध निदेशक तक सभी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं. इस कारण इन स्कीमों के तहत हो रहे कार्यों की गुणवता नहीं के बराबर रह गई है. इसका सीधा नुकसान आगे जाकर प्रदेश की सरकार के साथ-साथ राज्य की जनता को भोगना पडेगा. ऐसी स्थितियों में अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, अजमेर की ओर से विद्युत सुधार के नाम पर किये जा रहे कार्यों एवं इन स्कीमों में खरीदे गये सामान की गुणवता की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच सामाजिक अंकेक्षण की तर्ज पर करवाई जावे. जिसमें तकनीकी अधिकारीयों के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल हो ताकि जनता के सामने सही स्थिति आ सके.
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यह आरोप भी लगाए – विधायक बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश कि तीनों बिजली कम्पनीयों में बिजली खरीद, सामान खरीद व पुराने सामान को जमा कराने में व सुधार के नाम पर हो रहे कार्यों में हजारों करोड़ के घोटाले हुए है, उसी का परिणाम है कि आज प्रदेश की तीनों कम्पनीयां लगातार बड़े घाटे की ओर जा रही है और इसका दोष अधिकारी केवल छीजत एवं विद्युत चोरी के नाम पर आम उपभोक्ता व किसान पर मढ़कर झूठी वीसीआर भी बड़े स्तर पर भरी जा रही है इसलिए अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, अजमेर के अन्तर्गत विद्युत सुधार के तहत विद्युत उपकरणों की खरीद, विद्युत सुधार के कार्यों की गुणवत्ता आदि की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच करवाई जाए.
खिंवसर विधायक नारायण बेनीवाल ने बताया कि इस मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और एसीबी के डीजीपी को पत्र लिखा है. बेनीवाल ने कहा कि बिजली कंपनी के जिम्मेदार जो अनियमितता कर रहे है उसकी जांच जरूरी है और जरूरत पड़ी तो आगामी विधानसभा सत्र में मामले को उठाया जाएगा.